किडनी को स्वस्थ्य कैसे रखें और फेल होने से कैसे बचाएं?
- सीडीसी से मुताबिक, अपने ब्लड प्रेशर को 140/90 से कम रखें या अपने डॉक्टर से सलाह लेकर ब्लड प्रेशर टार्गेट का पता करें। कम नमक वाला खाना खाएं, फल और सब्जियों की डाइट बढ़ाएं। इसके अलावा एक्टिव रहें और अपनी तय कॉलेस्ट्रॉल रेंज को बनाए रखें। साथ ही डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयां लेते रहें।
- अगर आपकी किडनी फेल हो जाती है तो आपको डायलिसिस ट्रीटमेंट की जरूरत पड़ती है। ऐसे में अपनी किडनी को स्वस्थ रखना और फेल होने से बचाना बहुत जरूरी है। सीडीसी के अनुसार, अगर आप जोखिम में हैं तो क्रोनिक किडनी बीमारियों की जांच कराते रहें और शुरुआत में पता लगने के साथ ही इलाज भी कराएं।
- अगर आपको डायबिटीज है तो हर साल ब्लड और यूरीन की जांच कराएं और ब्लड शुगर रेंज में रहें। एक जगह बैठे रहने की आदत न डालें और एक्टिव रहें, क्योंकि फिजिकल एक्टिविटि ब्लड शुगर स्तर को कंट्रोल करने में मदद करती है।
- मोटापा भी मुश्किलों का कारण बन सकता है। अगर आपका वजन ज्यादा है तो इसे कम करें और स्मोकिंग की आदत को छोड़ दें। अगर आपको क्रोनिक किडनी बीमारी है तो डायटीशियन से मिलकर किडनी को स्वस्थ्य बनाए रखने के लिए फूड प्लान तैयार करें।
किडनी का ख्याल रखें और कोई ट्रीटमेंट न छोड़ें
हेल्थ केयर टीम से लगातार संपर्क में बने रहें। खासतौर से तब जब आपकी बीमारी के लक्षण बिगड़ने लगें। अगर आपके पास खाना या दवाई नहीं है तो उन्हें इस बात की जानकारी दें। अपने पास खाने की चॉइस रखें जो आपकी किडनी डाइट को फॉलो करने में मदद कर सके। अगर आप डायलिसिस पर हैं तो क्लीनिक में संपर्क करें और अपना कोई भी ट्रीटमेंट न छोड़ें।
अगर आप किसी भी बीमारी से जूझ रहे हैं तो दो बातों का रखें ध्यान
- दवाइयों को जारी रखें: अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो अपनी दवाइयों को लेकर सजग रहें और ट्रीटमेंट जारी रखें। इसके अलावा अगर आपके लक्षण बिगड़ रहे हैं तो सुरक्षित रहकर डॉक्टर से संपर्क करें। इस वक्त कई हेल्थ एक्सपर्ट्स ऑनलाइन कंसल्टेंसी दे रहे हैं।
- कम से कम 30 दिन की सप्लाई रखें: इस दौरान घर से निकलना सुरक्षित नहीं है, क्योंकि आप नहीं जानते कि घर से निकलने के बाद आप कितने लोगों के संपर्क में आएंगे। ऐसे में अपने डॉक्टर से संपर्क कर दवाइयों का कम से कम 30 दिन का स्टॉक अपने पास रखें।
MDMA ड्रग?30 मिनट में शुरू हो जाता है असर-
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस ---चैट में रिया चक्रवर्ती गौरव नाम के एक शख्स से जिस ड्रग के बारे में बात कर रही हैं, उसका नाम MDMA है।
एक्सपर्ट के मुताबिक, यह सायकोट्रॉपिक ड्रग है। इसे देने के बाद सबसे पहले इंसान काफी खुश महसूस करता है और फिर धीरे-धीरे दिमाग से उसका कंट्रोल खोने लगता है। वह हेलुसिनेशन का शिकार हो जाता है। इसका असर ड्रग लेने के 30-45 मिनट बाद शुरू होता है और 3 से 6 घंटे तक रहता है। असर शुरू होते ही इंसान काफी एनर्जिटिक महसूस करने लगता है।
क्या है MDMA ड्रग?
वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ के मुताबिक, MDMA (3, 4-मेथेलीन डाई-ऑक्सी मेथाम्फेटामाइन) को स्टीमुलेंट की कैटेगरी में रखा गया है। यह शरीर के मेटाबॉलिज्म और दिमाग से रिलीज होने हार्मोन और केमिकल को बढ़ाता है।
2. ड्रग लेने के बाद शरीर पर क्या असर दिखता है?
, सायकोएक्टिव कम्पाउंड होने के कारण यह ड्रग लेने के बाद इंसान खुद को एनर्जी से भरा हुआ महसूस करता है। उसकी सोच बदलने लगती है। वह बहुत ज्यादा खुश नजर आता है और अधिक बातें करने लगता है। इसका इस्तेमाल करने वाले इंसान को थकावट नहीं महसूस होती।
- यह ड्रग सीधे तौर पर दिमाग पर असर करता है। ड्रग का असर होने पर इंसान कन्फ्यूज हो जाता है, उसके सोचने की क्षमता नहीं रह जाती। हाथ कांपते हैं।
इसका असर खत्म होने के बाद क्या होता है?
ड्रग का असर खत्म होने के बाद नर्वस सिस्टम सुस्त हो जाता है, इंसान का इस पर कंट्रोल नहीं रहता। अगर सुशांत के मामले में इस ड्रग का नाम आया है तो उसकी बॉडी की दोबारा जांच होनी चाहिए। इससे यह साफ हो सकेगा कि यह ड्रग उसके शरीर में था या नहीं।
हालांकि विसरा रिपोर्ट कहती है कि शरीर में कोई ड्रग नहीं था। लेकिन एक बार फिर इसकी जांच होती है तो बेहतर होगा। दोबारा जांच के बाद रिपोर्ट निगेटिव आती है तो इस ड्रग पर चर्चा खत्म होगी।#4) MDMA
4. ड्रग का असर शुरू होते ही दिमाग पर कंट्रोल क्यों खत्म होने लगता है?
ज्यादातर लोग इसे टैबलेट या कैप्सूल के रूप में लेते हैं। इसे मॉली के नाम से भी जाना जाता है। यह तीन तरह के हार्मोन की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे धीरे-धीरे दिमाग से कंट्रोल खोने लगता है-
क्या बार-बार इसे लेने पर इंसान इसका आदी (एडिक्शन) हो जाता है?
MDMA ड्रग लेने पर इंसान इसका कितना आदी होगा, यह इंसान और इसकी मात्रा पर निर्भर करता है। लोग लम्बे समय तक इसे लेने पर आदी हो जाते हैं क्योंकि इसके असर के कारण उन्हें थकान नहीं महसूस होती, भूख नहीं लगती, डिप्रेशन का अहसास नहीं होता। ये आम वजह हैं जिसके कारण इंसान इसे बार-बार लेता है।
. MDMA का लम्बे समय तक शरीर पर क्या असर हो सकता है?
इस ड्रग की हाईडोज लेने पर शरीर की तापमान कंट्रोल करने की क्षमता पर असर पड़ता है। शरीर का तापमान अधिक बढ़ने पर लिवर, किडनी और हार्ट फैल्योर हो सकता है। या मौत भी हो सकती है।
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27-aug-2020 -news-sushant-sing case--
रिया चक्रवर्ती ने एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू दिया -सुशांत डर के चलते
रिया चक्रवर्ती ने एक न्यूज चैनल को इंटरव्यू दिया -और अपनी बात रखी। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि सुशांत को फ्लाइट में डर लगता था, जिसके लिए वे मोडाफिनिल नाम की दवा लेते थे। उनके मुताबिक, अक्टूबर 2019 में यूरोप टूर पर जाते वक्त फ्लाइट में बैठने से पहले भी सुशांत ने वह दवाई ली थी।मोडाफिनिल आमतौर पर ज्यादा नींद आने की बीमारी (नार्कोलेप्सी) के लिए दी जाती है।
'पेरिस पहुंचने के बाद 3 दिन तक कमरे से नहीं निकले थे सुशांत'
रिया ने इंडिया टुडे से बातचीत में यूरोप ट्रिप को याद करते हुए रिया ने कहा- जब हम यूरोप के लिए उड़ान भरने वाले थे, तब सुशांत ने कहा कि उसे फ्लाइट में डर लगता है। उसने डॉक्टर की सलाह के बगैर मोडाफिनिल नाम की दवा ली। जब हम पेरिस पहुंचे तो वह तीन दिन तक कमरे से बाहर नहीं निकला। जबकि ट्रिप शुरू करने से पहले वह कह रहा था कि वह बहुत खुश है।
उसने कहा था कि वह ट्रिप को लेकर बहुत एक्साइटेड है। क्योंकि वहां वह अपने वे पहलू दिखा सकता है, जो मुंबई में नहीं दिखा सकता। वह सड़कों पर चलना चाहता था और मस्ती करना चाहता था, जो वह इंडिया में नहीं कर सकता था। हम बहुत खुश थे। मुझे खुद समझ नहीं आया कि आखिर बाद में क्या हुआ?
'स्विट्जरलैंड में एकदम ठीक था सुशांत'
रिया ने आगे कहा- स्विट्जरलैंड में वह एकदम ठीक था। एनर्जेटिक था। हम इटली पहुंचे और गोथिक होटल में रुके, जिसके बारे में बुकिंग के समय हमें पता नहीं था। हमारे कमरे में गुंबद जैसा ढांचा था, जो मुझे पसंद नहीं आया। मैंने उससे कहा कि हमें कमरा बदलना चाहिए। लेकिन उसने उसी कमरे में रुकने पर जोर दिया। उसने मुझसे कहा कि यहां कुछ था। मैंने कहा कि यह बुरा सपना है। क्योंकि मुझे लगा कि ऐसी जगहों पर लोगों के मन में इस तरह के विचार आ सकते हैं।
मेरे बार-बार कमरा बदलने की सलाह के बावजूद उसने वहीं रुकने का फैसला लिया। उसकी हेल्थ बिगड़ने लगी और उसे एंग्जाइटी अटैक आने लगे। जब मैंने उससे पूछा कि क्या हुआ तो उसने बताया कि 2013 में उसे डिप्रेशन हुआ था और तब उसने हरीश शेट्टी नाम के साइकाइट्रिस्ट से मुलाकात की थी। उसने मुझे बताया कि हरीश शेट्टी ने ही उसे फ्लाइट में बैठने से पहले मोडाफिनिल लेने की सलाह दी थी। उसके मुताबिक, तब से वह एकदम ठीक था। फिर उसकी हालत और बिगड़ने लगी और हम ट्रिप बीच में ही छोड़कर भारत लौट आए।
'शोविक के साथ सुशांत की जबर्दस्त बॉन्डिंग थी'
जब रिया से पूछा गया कि वे सुशांत से प्यार करती थीं। फिर भी वे अपने भाई शोविक को ट्रिप पर क्यों ले गई थीं? जवाब में उन्होंने कहा- शोविक की सुशांत के साथ बहुत अच्छी बॉन्डिंग थी। यहां तक कि हम मजाक में शोविक को मेरी सौतन कहा करते थे। सुशांत, शोविक और मैं एक कंपनी 'रियलिटिक्स' (Rhealityx) में पार्टनर थे, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट पर बेस्ड थी।
सुशांत ने खुद मेरे नाम पर कंपनी का नाम रखा था। कंपनी में पार्टनर होने के लिए सभी को 33 हजार-33 हजार रुपए देने थे। शोविक बेरोजगार था। इसलिए उसके पैसे मैंने दिए थे। वह कैट की तैयारी कर रहा था और डाउट था कि वह हमारे साथ जुड़ पाएगा या नहीं। उसे यूरोप ट्रिप पर ले जाने पर जोर सुशांत ने ही दिया था।
'मैं सुशांत के पैसों पर नहीं पल रही थी'
सुशांत के पैसे खर्च करने के सवाल पर रिया ने कहा- मुझे एक फैशन शूट के लिए पेरिस जाना था। कंपनी ने टिकट्स भेजे थे। सुशांत ने सोचा कि क्यों न इस मौके को यूरोप ट्रिप में बदल दिया जाए। इसलिए उसने वे टिकट कैंसिल कराए (यह बात साबित करने के लिए मेरे पास वे टिकट हैं) और फर्स्ट क्लास के टिकट करा लिए। साथ ही होटल्स समेत ट्रिप के बाकी खर्च का भुगतान भी किया।
वह सब करना चाहता था और मुझे इसमें कोई दिक्कत नहीं थी। मुझे दिक्कत इस बात से थी कि वह कितने पैसे खर्च कर रहा था। मुझे लगा कि यह बहुत महंगी ट्रिप थी। लेकिन उसने वैसा ही किया, जो वह करना चाहता था। मैं सवाल कैसे उठा सकती थी?
इससे पहले वह अपने 6 मेल फ्रेंड्स के साथ थाइलैंड की ट्रिप पर गया था। उसने प्राइवेट जेट बुक किया था 70 लाख रुपए खर्च किए थे। इसलिए ऐसा नहीं है कि वह सिर्फ मुझ पर पैसा खर्च कर रहा था। वह ऐसा ही इंसान था। वह स्टार की तरह जीता था। वह राजा की तरह जीता था। मैं सुशांत के पैसों पर नहीं पल रही थी। हम कपल की तरह रहते थे
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में प्रोड्यूसर संदीप सिंह शक के घेरे में है। ताजा रिपोर्ट्स की मानें तो अब वह देश से बाहर जाने की तैयारी में है। वह ब्रिटेन जा सकता है। उसकी पीआर एजेंसी ने वीजा एजेंट्स से बातचीत शुरू कर दी है।
सुशांत के परिवार की तरह रिया भी संदीप को नहीं जानतीं
कॉल डिटेल से पता चला है कि संदीप ने बीते एक-डेढ़ साल से सुशांत से कोई बात नहीं की थी। सुशांत का परिवार भी संदीप को नहीं जानता। अब सुशांत की गर्लफ्रेंड रही रिया चक्रवर्ती ने भी यही दावा किया है। इंडिया टुडे से बातचीत में रिया ने कहा, ‘‘मैं संदीप को नहीं जानती। वह कभी घर नहीं आया और न ही उसने कॉल किया। अगर वह वाकई अच्छा दोस्त था तो वह पिछले एक-डेढ़ साल से कहां था?’’
मुंबई पुलिस को इशारा करते दिखा संदीप
कुछ दिनों पहले रिपब्लिक टीवी ने दावा किया था कि जब सुशांत के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कूपर हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था, तब संदीप भी एम्बुलेंस में था। उसने मुंबई पुलिस को थम्सअप का साइन दिखाया था। इसके बाद कॉल डिटेल से पता चला कि उसने 14 से 16 जून के बीच एम्बुलेंस के ड्राइवर से चार बार बात की थी। हालांकि, प्रोड्यूसर के मैनेजर की मानें तो संदीप सुशांत की बहन और परिवार की मदद कर रहा था। ऐसे में एम्बुलेंस के ड्राइवर को फोन करना साधारण सी बात है।
दीपक का दावा- पेमेंट के लिए ड्राइवर ने फोन किया था
संदीप के मैनेजर दीपक साहू ने ट्विटर पर लिखा है, "यह स्पष्ट है कि संदीप औपचारिकताओं में सुशांत की बहन मीतू और परिवार की मदद कर रहे हैं। ऐसे में एम्बुलेंस के ड्राइवर को कॉल करने में कोई रॉकेट साइंस नहीं है। ड्राइवर को उनका नंबर पुलिस ने दिया था। 14 जून को उनका फोन ज्यादातर मैं ही हैंडल कर रहा था। शाम को ड्राइवर ने पेमेंट के लिए फोन किया था। 16 जून को ड्राइवर ने दोबारा पेमेंट के लिए ही फोन किया था, जो 22 जून को क्लियर कर दिया गया।"
लेकिन पैसे तो सैमुअल मिरांडा ने दिए थे
संदीप के दावे से उलट एम्बुलेंस के मालिक विशाल ने पैसों को लेकर कुछ और ही बताया है। एक न्यूज वेबसाइट के स्टिंग ऑपरेशन में विशाल ने बताया कि एम्बुलेंस का चार्ज 8100 रुपए हुआ था। उन्हें ये पैसे संदीप ने नहीं, बल्कि सुशांत के मैनेजर सैमुअल मिरांडा ने दिए थे।
सुप्रीम कोर्ट ने मुहर्रम पर देश में मातमी जुलूस निकालने की इजाजत देने से गुरुवार को इनकार कर दिया। चीफ जस्टिस एसए बोबडे की बेंच ने कहा कि कोरोना संक्रमण फैला हुआ है। ऐसे समय में लोगों की सेहत को खतरे में नहीं डाल सकते।
कोर्ट ने कहा- जुलूस की इजाजत दी तो हंगामा होगा
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जगन्नाथ पुरी का मामला अलग था, वहां रथ एक तय जगह से दूसरी जगह ले जाना था। इस तरह के एक तय जगह वाले मामलों में हम खतरे का अनुमान लगाकर आदेश जारी कर सकते हैं। लेकिन, यह आदेश हर मामले में नहीं दिया जा सकता। चीफ जस्टिस ने कहा कि मातमी जुलूस की इजाजत दी तो हंगामा होगा और एक खास समुदाय पर कोरोना फैलाने के आरोप लगने लगेंगे।
'लखनऊ में जुलूस की इजाजत के लिए हाईकोर्ट जा सकते हैं'
मुहर्रम पर मातमी जुलूस निकालने की इजाजत के लिए उत्तर प्रदेश के सय्यद कल्बे जब्बाद ने पिटीशन लगाई थी। उन्होंने ओडिशा के जगन्नाथ पुरी में रथयात्रा की इजाजत देने की हवाला दिया था। पिटीशनर ने लखनऊ में मातमी जुलूस की इजाजत चाही, क्योंकि वहां शिया समुदाय ज्यादा तादात में है। इस पर कोर्ट ने कहा कि इस मामले में आपको इलाहाबाद हाईकोर्ट जाना चाहिए।
26-aug-2020 news
रिया के ड्रग्स लेने के सबूत,3-
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत केस में अब ड्रग्स एंगल की एंट्री हो गई है। वे गौरव नाम के एक व्यक्ति से ड्रग्स को लेकर बात कर रही हैं। हालांकि, उनके वकील सतीश मानशिंदे ने दावा किया है कि रिया ने अपनी लाइफ में कभी ड्रग्स नहीं ली। वे इसके लिए किसी भी टेस्ट से गुजरने को तैयार हैं। दूसरी तरफ सुशांत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने ट्विटर पर लिखा है कि यह अपराध है। सीबीआई को इस पर तुरंत एक्शन लेना चाहिए।
रिया का ड्रग्स कनेक्शन सामने आने के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) भी जांच में शामिल हो गई है। माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिन में एनसीबी की टीम रिया से पूछताछ कर सकती है।
रिया के जो चैट्स सामने आए हैं वे रिट्रीव चैट्स हैं। इन्हें रिया ने अपने फोन से डिलीट कर दिया था। पहली चैट रिया और गौरव आर्या नाम के व्यक्ति के बीच है। गौरव को ड्रग्स डीलर बताया जा रहा है। रिया और सुशांत सिंह राजपूत के बीच रिलेशन की बात सबसे पहले अप्रैल 2019 में सामने आई थी। इसके बाद से वे सुशांत के साथ लिव-इन में रह रहीं थीं। 8 जून को वे अचानक सुशांत के घर से चलीं गईं और 14 जून को अभिनेता अपने बांद्रा स्थित फ्लैट में मृत मिले थे।
पहली चैट: 8 मार्च 2017 को गौरव को भेजे इस चैट में रिया ने लिखा है, 'अगर हम हार्ड ड्रग्स की बात करें, तो मैंने ज्यादा ड्रग्स का इस्तेमाल नहीं किया है।'
दूसरी चैट: इसमें रिया ने गौरव से पूछा है, 'तुम्हारे पास एमडी है?' यहां एमडी का मतलब 'मेथिलीन डाइऑक्सी मेथामफेटामाइन' माना जा रहा है, जो एक ड्रग्स है।
तीसरा चैट: 8 मार्च 2017 को किए इस चैट में रिया गौरव से कहती है, ‘‘अगर बहुत तेज नशा करने वाले ड्रग्स की बात करूं तो ऐसा मैंने ज्यादा नहीं किया है। एक बार एमडीएमए लिया था।’’ इस चैट से साफ है कि रिया ने ड्रग्स ली है। इसे बाद वह गौरव से पूछती है, ‘‘क्या तुम्हारे पास एमडी है?
चौथा चैट: (यह सैमुएल मिरांडा और रिया के बीच है): 17 अप्रैल 2020 की इस चैट में सैमुएल मिरांडा कहता है, ‘‘हाय रिया, स्टफ लगभग खत्म हो चुका है।’’ इसके बाद मिरांडा रिया से पूछता है, ‘‘क्या हम ये शोविक के दोस्त से ले सकते हैं?, लेकिन उसके पास सिर्फ ‘हैश' और ‘बड’ है।'’ ये दोनों ही नॉर्मल ड्रग्स माने जा रहे हैं।
2017 से शुरू हुआ ड्रग्स का सिलसिला
ये चारों चैट यह साबित करते हैं कि रिया की लाइफ में 2017 में ड्रग्स की एंट्री हुई और वह 2020 तक चल रही है। हालांकि, ताजा चैट में यह क्लियर नहीं है कि रिया ड्रग्स को अपने लिए मांग रही थीं या फिर किसी और को देने के लिए।
जब्त किए मोबाइल फोन की जांच से हुआ खुलासा
10 अगस्त को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रिया और उनके परिवार के 4 मोबाइल हैंडसेट जब्त किए थे। इनमें दो फोन रिया के हैं और एक-एक उनके पिता और भाई का है। दो आईपेड और एक लैपटॉप भी ईडी ने कब्जे में लिया था। ये सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिए गए थे। दावा किया जा रहा है कि इसी जांच के दौरान ड्रग्स एंगल का खुलासा हुआ है।
इस मामले में रिया और उनके भाई के अलावा ईडी अब तक सुशांत के पिता केके सिंह, बहन प्रियंका, मीतू, रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार के लोग, फिल्ममेकर रूमी जाफरी, सुशांत के फ्लैटमेट सिद्धार्थ पिठानी, सुशांत की पूर्व बिजनेस मैनेजर श्रुति मोदी, हाउस मैनेजर सैमुएल मिरांडा सहित कई लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
सुशांत के कुक नीरज ने भी ड्रग्स की बात कही थी
इससे पहले सुशांत के कुक नीरज सिंह के हवाले से न्यूज चैनल ने दावा किया था कि सुशांत ड्रग्स की सिगरेट पिया करते थे। मौत के कुछ दिनों पहले ही उन्होंने अभिनेता के लिए मारिजुआना के सिगरेट रोल किए थे। उसने यह भी कहा कि सुशांत, रिया मैडम और उनके बाकी दोस्त एक साथ मिलकर पार्टी किया करते थे।
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार----------
लॉकडाउन पीरियड में लोन मोरेटोरियम मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए 7 दिन में हलफनामा देकर ब्याज माफी की गुंजाइश पर स्थिति साफ करने को कहा है। कोर्ट ने बुधवार को कहा "लोगों की परेशानियों की चिंता छोड़कर आप सिर्फ बिजनेस के बारे में नहीं सोच सकते। सरकार आरबीआई के फैसले की आड़ ले रही है, जबकि उसके पास खुद फैसला लेने का अधिकार है। डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत सरकार बैंकों को ब्याज पर ब्याज वसूलने से रोक सकती है।" इस मामले में अगली सुनवाई 1 सितंबर को होगी।
क्या है मोरेटोरियम मामला?
कोरोना और लॉकडाउन की वजह से आरबीआई ने मार्च में लोगों को मोरेटोरियम यानी लोन की ईएमआई 3 महीने के लिए टालने की सुविधा दी थी। बाद में इसे 3 महीने और बढ़ाकर 31 अगस्त तक के लिए कर दिया गया। आरबीआई ने कहा था कि लोन की किश्त 6 महीने नहीं चुकाएंगे, तो इसे डिफॉल्ट नहीं माना जाएगा। लेकिन, मोरेटोरियम के बाद बकाया पेमेंट पर पूरा ब्याज देना पड़ेगा।
मोरेटोरियम 31 अगस्त से आगे बढ़ाने की भी मांग
ब्याज की शर्त को आगरा के गजेंद्र शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। उनकी दलील है कि ब्याज में भी छूट मिलनी चाहिए, क्योंकि ब्याज पर ब्याज वसूलना गलत है। पिटीशनर के वकील कपिल सिब्बल ने बुधवार की सुनवाई में यह मांग भी रखी कि ब्याज माफी की अर्जी पर जब तक फैसला नहीं होता, तब तक मोरेटोरियम पीरियड बढ़ा देना चाहिए।
रोडवेज की 2 बसों की टक्कर में 6 लोगों की मौत, 8 जख्मी; ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश में हादसा हुआ--
लखनऊ में बुधवार को रोडवेज की 2 बसों की टक्कर हो गई। पीछे से एक ट्रक भी जा भिड़ा। हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई है। करीब 8 यात्री घायल हुए हैं। हादसा काकोरी-हरदोई रोड पर बाजनगर गांव के पास हुआ।
जॉइंट कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर), नवीन अरोड़ा ने बताया कि दोनों बसें हरदोई डिपो की थीं, जिनमें करीब 50 यात्री थे। एक बस (यूपी 30-एटी 2896) हरदोई से लखनऊ आ रही थी। दूसरी बस (यूपी-77 एएन 2419) लखनऊ से हरदोई जा रही थी। हरदोई से लखनऊ जा रही बस ने रास्ते में ट्रक को ओवरटेक करने की कोशिश की, जिससे हादसा
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