गेम की लत कैसे छोड़ें:ज्यादा गेम खेलना मानसिक बीमारी,
गेमिंग एडिक्शन यानि गेम खेलने की लत कहती हैं। उन्होंने कहा कि यह केवल लत है और इसे इंटरनेट गेमिंग डिसऑर्डर कहा जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ डिसीज (ICD-11) में गेमिंग डिसऑर्डर को शामिल किया है। इस डिसऑर्डर से जूझ रहे व्यक्ति को गेमिंग के ऊपर कोई कंट्रोल नहीं होता और किसी भी जरूरी चीज से पहले गेम को प्राथमिकता देता है। आखिर क्यों गेम में इतना खो जाते हैं बच्चे? गेम खेलने वाले लोगों में हमने अक्सर देखा है कि वे सभी चीजों को छोड़कर अपनी मोबाइल स्क्रीन में इतने व्यस्त होते हैं कि उन्हें दूसरी कोई चीज नजर नहीं आती। डॉक्टर शर्मा ने कहा "इसके दो बड़े कारण होते हैं। पहला अचीवमेंट और दूसरा मोटिवेशन।" उन्होंने कहा कि चैलेंज होने के कारण बच्चे इसकी तरफ अट्रैक्ट होते हैं। इसमें ग्रुपिंग होती है, लेवल्स को क्रॉस करना होता है और बच्चे स्टेज पार करने के बाद मोटिवेट महसूस करते हैं। प्लेयर्स इसके जरिए खुद को साथियों के बीच में साबित करने की कोशिश करते हैं। पैरेंट्स कैसे पहचानें बच्चा गेमिंग की लत से जूझ रहा है? चिड़चिड़ापन या गुस्सा करना: अगर आपके घर ...