हाथरस गैंगरेप आरोपियों के परिवार का घमंड देखिए,

पीड़ित के भाई बोले- किसी के साथ की बात तो दूर की है, यहां हमसे कौन बात करता है?' आरोपी के पिता ने 20 साल पहले पीड़ित की बुआ से छेड़खानी की थी, उसके दादा ने विरोध किया तो उंगलियां काट दी थीं आरोपी की मां कहती हैं, हम इनके साथ बैठना-बोलना तक पसंद नहीं करते, हमारे बच्चे इनकी बेटी को छुएंगे?' आरोपी रामू की मां कहती हैं, ‘ये नीची जाति के लोग हम ठाकुरों से मुआवजा लेने के लिए हमें झूठे मुकदमों में फंसा देते हैं। हमें भगवान की अदालत पर भरोसा है, हमारा बंसी वाला न्याय करेगा। मेरा बेटा उस दिन ड्यूटी पर था। जिसे शक वो हो वो जाकर कंपनी के रजिस्टर चेक कर सकता है, लेकिन हमारी सुनेगा कौन। सब तो उस परिवार के साथ हैं। मंत्री-संतरी सब वहीं जा रहे हैं। जिस परिवार को इतना सब मिलेगा वो तो हम पर चढ़ेगा ही।’ पीड़ित और आरोपियों के घरों के बीच ज्यादा फासला नहीं है। आरोपियों के घर बस औरतें और छोटे बच्चे ही नजर आते हैं। अपने घर के लड़कों का बचाव करते हुए वो बार-बार यही कहती हैं कि इन छोटी जाति के लोगों से उनके परिवार का कोई संबंध नहीं था। पुरानी रंजिश में हमारे बेटों को फंसाया गया...