बेहद ही भावुक-आंखें नम हो गईं।-7 बेटिया-2- कोरोना से बचा सकता है:वाइन का शौक-
FORCE TODAY NEWS 26 JAN 2022 बेहद ही भावुक-आंखें नम हो गईं।-7 बेटिया- राजस्थान के बूंदी जिले से सामाजिक बंधनों को तोड़ती, मान्यताओं को नई दिशा देती और बेटा-बेटी में फर्क मिटाती एक बेहद ही भावुक तस्वीर आई है। बूंदी में एक किसान की 7 बेटियों ने जिस पिता का हाथ पकड़कर चलना सीखा, जिसने लाड-प्यार से पाला और बड़ा किया। उसी पिता की अर्थी को कंधा देकर विदा किया तो वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। इन बेटियों ने न केवल पिता की अर्थी को कंधा दिया, बल्कि श्मशान घाट जाकर मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार के सभी विधि-विधान पूरे किए। बाबाजी का बड़ा निवासी 95 वर्षीय रामदेव कलाल का बीमारी के चलते मंगलवार सुबह निधन हो गया। रामदेव कलाल पेशे से किसान थे। उनके बेटा नहीं था, 7 बेटियां थीं। पिता की मौत की खबर सुनकर बेटी सुवालका काछोला बूंदी निवासी कमला देवी, शंकर नगर भीलवाड़ा निवासी मोहिनी देवी, इंद्ररगढ़ बूंदी निवासी गीता देवी, हिंडोली बूंदी निवासी मूर्ति देवी, शंकर नगर भीलवाड़ा निवासी पूजा देवी, टोडारायसिंह टोंक निवासी श्यामा देवी और हिंडोली बूंदी निवासी ममत...