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दिल दहलाने वाला गुनाह-अंजाम दिया 12 साल के नाबालिग

 शहर में एक दिल दहलाने वाला गुनाह सामने आया और इसे 12 साल के नाबालिग ने अंजाम दिया। वजह भी ऐसी कि लोग सोच में पड़ जाएं। मामला लसूड़िया इलाके का है। सोमवार को पुलिस को यहां 10 साल की बच्ची की लाश मिली, जिसका सिर कुचला हुआ था। पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि हत्या एक लड़के ने की है, वो भी महज इसलिए कि बच्ची ने उसके पालतू चूहे को मार दिया था। जब पुलिस ने इस नाबालिग को पकड़ा तो उसने कहा- मैंने अपने चूहे की मौत का बदला ले लिया है।

फूल लेने घर से निकली थी बेटी, लौटी नहीं तो तलाश शुरू की- पिता
बच्ची के पिता निर्मल लोहवंशी ने बताया- हम इस इलाके में पिछले साल से रह रहे हैं। मेरी बच्ची वेदिका घर से बाहर कम ही निकलती थी। आज दोपहर 12 बजे वो बाहर गई थी। पास ही एक प्लॉट है, जहां से वह फूल तोड़ने के लिए गई थी। काफी देर तक नहीं लौटी तो उसकी तलाश शुरू की। पूछताछ की तो पता चला कि दो लड़के उसे पीटते हुए लेकर जा रहे थे। तलाशते हुए आगे बढ़े तो खाली मैदान में वेदिका की सिर कुचली लाश मिली।

साथ-साथ ही खेलते थे बच्ची और वह लड़का

डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने कहा- 12 साल के लड़के ने बदला लेने के लिए जुर्म को अंजाम दिया। बच्ची के परिजनों और चश्मदीदों से मिली जानकारी के बाद हम लड़के तक पहुंचे। वीडियो फुटेज भी जांचे गए। इनमें बच्ची लड़के के साथ जाती दिखी थी और जब लड़का लौटा तो वो अकेला था। इसी इलाके के एक बच्चे ने हमें बताया कि जब बच्ची के साथ गया लड़का लौटा तो उसके हाथ में खून था और कपड़े गीले थे। इस लड़के से पूछताछ की गई तो उसने गुनाह कबूल लिया। मिश्र के मुताबिक, वेदिका और वह लड़का आस-पास रहते थे और साथ ही खेलते थे। वेदिका ने लड़के के पसंदीदा सफेद रंग के चूहे को मार दिया था। इसके अलावा मोबाइल या किसी और खेल में वेदिका उसे हरा देती थी। लड़का इन्हीं बातों को लेकर गुस्सा था। गुनाह कबूल करते वक्त हर बार लड़के ने यही वजह दोहराई।

मनोचिकित्सक बोले: ऐसा केस पहली बार देखा

मेंटल हॉस्पिटल के सुप्रीटेंडेंट और मनोचिकित्सक रामगुलाम राजदान ने बताया कि यह बहुत ही रेयर केस है। मैंने ऐसा केस पहली बार देखा। अक्सर बच्चों से जुड़े क्राइम में एक नहीं कई बच्चे शामिल होते हैं। दूसरी बात ये कि अपराध करने वाले बच्चे की उम्र काफी कम है, उसे जितना मेच्योर होना चाहिए था, शायद उतना वह नहीं है। हो सकता है कि बच्चे में मानसिक विकृति रही होगी या फिर वह पढ़ने में अच्छा नहीं रहा होगा।

हो सकता है कि उसे पैरेंट्स से डांट भी पड़ती हो और इसी वजह से उसकी सोच बिगड़ गई हो। हीन भावना पनपने लगी हो। शायद अपने पालतू चूहे की मौत का बदला लेने का विचार भी उसके मन में इसीलिए आया हो, क्योंकि वो बाकियों से ज्यादा उस चूहे को अपने सबसे करीब पाता हो।


हिस्ट्रीशीटर की चाकू से गोदकर हत्या, कम उम्र के लड़कों को गैंग में शामिल करता था, सोशल मीडिया पर भी अपराध के लिए संपर्क करने काे कहता था--




सोशल मीडिया के जरिए अपराध को बढ़ावा देने और रेट तय कर अपराध करने वाले हिस्ट्रीशीटर दुर्लभ कश्यप की देर रात हत्या कर दी गई। उज्जैन के हमालवाड़ी क्षेत्र में गैंगवार के बाद दुर्लभ गैंग के सरगना को चाकू से गोद दिया गया। वहीं, दूसरे पक्ष के बदमाश शाहनवाज को गोली लगी है, जिसकी हालात नाजुक हाेने पर रात में इंदौर रैफर कर दिया गया। पुलिस की मानें तो दुर्लभ पर हत्या का प्रयास, लूट, चोरी समेत कई केस दर्ज हैं। कई बार जेल भी जा चुका था। वह कम उम्र के लड़कों को अपनी गैंग में शामिल करके वारदात को अंजाम देता था।
एएसपी रूपेश द्विवेदी ने बताया कि जीवाजीगंज थाना क्षेत्र में हमालवाड़ी स्थित चाय की दुकान के सामने की घटना है। करीब डेढ़ बजे दुर्लभ कश्यप अपने दोस्तों के साथ वहां पहुंचा था। यहां पर शहनवाज, उसका भाई और उसके कुछ साथी भी पहुंचे। किसी बात को लेकर उनके बीच विवाद हुआ, जिसके बाद दुर्लभ ने शहनवाज पर फायर किया, जिससे वह घायल हो गया। इसके बाद शहनवाज के साथियों ने दुर्लभ को चाकू से गोद दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बाद में शहनवाज को अस्पताल लेकर गए, जहां से उसे इंदौर रैफर कर दिया गया। मामले में कुछ आरोपी और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। दुर्लभ पर करीब 8 से 9 गंभीर अपराध दर्ज थे। वहीं, शहनवाज, उसके भाई और साथियों पर भी कई गंभीर अपराध दर्ज हैं।


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