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टैटू गुदवाने का शौक है तो अलर्ट हो जाएं,


अगर टैटू गुदवाने का शौक है तो अलर्ट हो जाएं। यह शौक हार्ट इंजरी का खतरा बढ़ा सकता है। जर्नल ऑफ अप्लाइड फिजियोलॉजी में प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, स्किन पर टैटू होने के कारण उसमें पसीना कंट्रोल करने की क्षमता घट जाती है। इससे शरीर का तापमान बढ़ता है। यह हाइपोथर्मिया और हीट हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। रिसर्च कहती है टैटू जितना बड़ा होगा खतरा उतना ही ज्यादा हो सकता है। यह दावा अमेरिका की सेंट्रल मिस्सौरी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने किया है। इसलिए खतरा बढ़ता है रिसर्च के मुताबिक, स्किन पसीने की मदद से शरीर का तापमान कंट्रोल करने की कोशिश करती है। इसमें मदद करती हैं शरीर में पाई जाने वाले एक्क्रिन ग्रंथियां। रिसर्च के दौरान पाया गया कि टैटू बनवाने पर स्किन पर प्रति मिनट 3 हजार पंचर करने की जरूरत होती है। इसका असर पसीना कंट्रोल करने वाली ग्रंथि पर हो सकता है। एक अन्य रिसर्च में यह सामने आया है कि टैटू वाली स्किन में सोडियम की मात्रा अधिक पाई जाती है, जो पसीना कंट्रोल करने वाली ग्रंथि के काम में बाधा पैदा करती है। ऐसे खतरे को पहचाना गया रिसर्च में ऐसे लोगों को शामिल किया गया जिनके हाथ के ऊपरी और निचले हिस्से में टैटू बना था। इनके हाथों में कम से कम 5.6 वर्ग सेंटीमीटर का टैटू था। इन लोगों के शरीर में पसीना पैदा करने के लिए परफ्यूजन सूट पहनाया गया। जिससे तापमान 120 डिग्री फॉरेनहाइट तक पहुंच जाए। रिसर्च के दौरान टैटू वाली और सामान्य स्किन की जांच की गई। रिसर्चर्स ने स्किन में ब्लड सर्कुलेशन को जांचने के लिए लेजर तकनीक का प्रयोग किया। उन्होंने पाया कि स्किन पर टैटू होने पर शरीर को तापमान मेंटेन करने में मुश्किलें आती हैं। टैटू के कारण पसीना कम आता है, इस वजह से शरीर का तापमान बढ़ता है। ऐसे लोगों में हाइपोथर्मिया (शरीर का तापमान सामान्य से अधिक बढ़ना) और हीट हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है। यह हार्ट अटैक तब होता है जब शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार हो जाता है।

कोरोना के बीच 7 महीने बाद खुल रहे मल्टीप्लेक्स के लिए सरकार ने मंगलवार को स्डैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसिजर (SOP) जारी कर दी। कंटेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी इलाकों में 15 अक्टूबर से 50% कैपेसिटी के साथ मल्टीप्लेक्स और सिनेमा हॉल शुरू किए जा सकेंगे, लेकिन फिजिकल डिस्टेंसिंग रखनी होगी। दो लोगों के बीच की सीट खाली रखनी होगी। कोरोना अवेयरनेस पर फिल्म दिखाना भी जरूरी होगा। हर शो के बाद पूरा हॉल सैनिटाइज होगा।


यह SOP 4 हिस्सों में है...

एंट्री कैसे मिलेगी?

  • कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए कॉन्टैक्ट नंबर देना होगा।
  • थर्मल स्क्रीनिंग होगी।
  • मास्क लगाना होगा।
  • एंट्री-एग्जिट पॉइंट और कॉमन एरिया में हैंड सैनिटाइजर की व्यवस्था करनी होगी। यह अरेंजमेंट टच फ्री मोड में करने की कोशिश करें।
  • एसिम्प्टोमैटिक लोगों को ही एंट्री देनी होगी।
  • जो लोग कोरोना गाइडलाइन न मानें, उनसे सख्ती से पेश आएं।

सिटिंग अरेंजमेंट कैसा होगा?

  • सिनेमा हॉल में 50% से ज्यादा ऑक्यूपेंसी नहीं रख पाएंगे।
  • एक सीट छोड़कर ही बुकिंग हो सकेगी।
  • बाकी सीटों पर नॉट टू बी ऑक्यूपाइड लिखना होगा।
  • ऐसी सीटों पर या तो टेप लगाना होगा या फिर मार्कर लगाने होंगे।
  • एक के पीछे एक व्यक्ति नहीं बैठ पाएगा।
  • खाली सीटों के पीछे वाली सीट बुक होगी।

सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स में अंदर जाने पर क्या होगा?

  • सिर्फ पैक्ड फूड की ही इजाजत होगी। इसके लिए ज्यादा काउंटर रखने होंगे। ऑनलाइन पेमेंट को बढ़ावा देना होगा।
  • हॉल के अंदर फूड और बेवरेजेस की डिलीवरी नहीं मिलेगी।
  • लोग कतार में अंदर-बाहर जाएं, इसके लिए इंटरवल का वक्त बढ़ाया जा सकता है।
  • एक्सेस पॉइंट्स, ऑनलाइन सेल्स पॉइंट, लॉबी और वॉशरूम जैसे एरिया में लोगों को संक्रमण से बचने के तरीके बताने की व्यवस्था करनी होगी।
  • दो शो के बीच का वक्त अलग-अलग होगा।
  • एक शो खत्म होने और दूसरा शुरू होने का एक ही वक्त नहीं रखा जा सकता।
  • एक शो खत्म होने पर लोगों को उनकी सीटों की कतार के हिसाब से बाहर निकाला जाएगा ताकि डिस्टेंसिंग रहे।
  • एक शो खत्म होने के बाद पूरा हॉल सैनिटाइज होगा, फिर दूसरे शो के लिए लोग आकर बैठ सकेंगे।
  • कोई व्यक्ति पॉजिटिव मिले तो पूरे परिसर को डिसइन्फेक्ट करना होगा।

सिनेमा हॉल और मल्टीप्लेक्स में बाकी इंतजाम क्या करने होंगे?

  • शो से पहले और बाद में और इंटरवल से पहले और बाद में कोरोना अवेयरनेस पर 1 मिनट की फिल्म दिखाना जरूरी होगा।
  • हॉल के बाहर 6 फीट की दूरी के लिए जमीन पर मार्कर लगाने होंगे।
  • क्रॉस वेंटिलेशन हो और AC 24 से 30 डिग्री पर रखें।
  • सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल में टिकट बुकिंग के लिए ज्यादा खिड़कियां खोलनी होंगी।
  • ऑनलाइन टिकट बुकिंग को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
  • टिक
  • ट बुकिंग दिनभर हो। एडवांस बुकिंग की सुविधा मिले।
  • आरोग्य सेतु ऐप के इस्तेमाल की सलाह दी जाती है।
  • वेस्ट फूड और बेवरेजेज को सेफ्टी के साथ डिस्पोज ऑफ करना होगा



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