दिल्ली-एनसीआर में देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए,
Date-18-12-2020 TIME-12;30 AM
दिल्ली और एनसीआर में गुरुवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। मौसम विभाग के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 4.2 थी। जिसका एपिकसेंटर राजस्थान के अलवर में था। झटके आने से लोगों में दहशत फैल गई। उधर, मणिपुर में भी रात करीब 10 बजे भूकंप आया। यहां चौराहा चांदपुर इलाके में 3.2 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया।
2 दिसंबर को भी महसूस हुए थे झटके
इससे पहले 2 दिसंबर को दिल्ली-एनसीआर में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.7 थी। गाजियाबाद जिले में भूकंप का केंद्र था। लॉकडाउन के बाद से अब तक दिल्ली-एनसीआर में 15 से ज्यादा बार भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं। भूकंप का केंद्र दिल्ली के आसपास के इलाकों में ही रहा।
6 या इससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप खतरनाक होता है
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिक प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।
सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को पुलिस एक लाख रुपये तक का ईनाम देगी।---
उत्तराखंड में सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले को पुलिस एक लाख रुपये तक का ईनाम देगी। इसके लिए रोड सेफ्टी फंड के तहत दो करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
हादसों में घायल होने वाले लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस नेटवर्क की अपनी सीमाएं हैं। जबकि दुर्घटना के समय बड़ी संख्या में मौके पर होते हैं, जो कानूनी झंझटों से बचने के लिए मदद करने से कतराते हैं।
हालांकि उत्तराखंड पुलिस ऐसे लोगों को कानूनी संरक्षण प्रदान कर चुकी है। इसके तहत सभी थाने, चौकियों को ऐसे लोगों से बार-बार पूछताछ न करने के निर्देश दिए गए हैं। लेकिन फिर भी बहुत ज्यादा लोग मदद को आगे नहीं आते।
इसके चलते यातायात पुलिस घायलों की मदद करने वालों को प्रेरित करने के लिए नकद पुरस्कार की योजना बना रही है। यातायात निदेशक केवल खुराना के मुताबिक,केंद्र सरकार लगातार, सड़क सुरक्षा के तहत आम लोगों को घायलों की मदद के लिए प्रेरित करने पर जोर दे रही है। इसी क्रम में यह योजना बनाई गई है। इस पर शासन के साथ भी विचार विमर्श हो चुका है।
रोड सेफ्टी फंड के तहत ईनाम देगी पुलिस
सड़क दुर्घटनाओं के शुरुआती कुछ मिनटों में घायल को इलाज मिलना जरूरी है इसलिए हम चाहते हैं कि जन सामान्य, ऐसे नाजुक क्षण पर आगे आए। ऐसा कर वो पुण्य कमाने के साथ, एक लाख रुपये तक का पुरस्कार भी पा सकते हैं। ऐसे लोगों को हर तीसरे माह जिलास्तर पर सर्टिफिकेट और नकद धनराशि देकर सम्मानित किया जाएगा।
FORCE-TODAY NEWS -2020
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