पुल निर्माण आंदोलन को कांग्रेस का समर्थन -
आंदोलन शनिवार को 17वें दिन भी जारी रहा। ग्रामीणों ने कहा कि उनकी मांग बड़ी समस्या से संबंधित है, जिसे ग्रामीण डेढ़ दशक से झेल रहे हैं। गांव तक सड़क बने डेढ़ दशक हो गया, लेकिन वाहनों को आज भी नदी में उतरकर आवाजाही करनी पड़ रही है। राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सरोजरी कैंत्युरा, दुगड्डा की ब्लाक प्रमुख रुचि कैंन्युरा समेत कई कांग्रेस नेताओं ने धरना आंदोलन को समर्थन दिया। ग्रामीणों का धरना देने वालों में युवा समिति के अध्यक्ष मनोज कंडवाल, रामदयाल सिंह नेगी, जितेंद्र सिंह बिष्ट, मातबर सिंह, विनोद सिंह, भारत सिंह, आशीष नेगी, विनीता देवी आदि शामिल थे।
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FORCE TODAY REPORTER OPERATIONS HEAD SAINOOR
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WORLD NEWS
PAKISTAN -इमरान की बड़ी फजीहत-
दिवालिया होने की कगार पर खड़े पाकिस्तान का सऊदी अरब ने एक तरह से मजाक
बना दिया है। प्रधानमंत्री इमरान खान की सऊदी अरब यात्रा को एक महीने से
ज्यादा गुजरा, अब तक वादे के मुताबिक पाकिस्तान को 3 अरब डॉलर कर्ज (कैश
रिजर्व) और 1.2 अरब डॉलर का उधारी पर तेल नहीं मिला। अब इमरान के सूचना
मंत्री फवाद चौधरी सोशल मीडिया पर उम्मीद जता रहे हैं कि प्रिंस मोहम्मद
बिन सलमान शायद इस हफ्ते पाकिस्तान को कैश रिजर्व मुहैया करा दें। वैसे
रोचक यह भी है कि पाकिस्तान सरकार को इस कैश रिजर्व पर 3.2% की दर से
सालाना ब्याज भी देना होगा।अगर सऊदी अरब सरकार इस हफ्ते तक पाकिस्तान को कैश रिजर्व नहीं देती तो
इमरान सरकार के सामने बहुत बड़ा आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा। इसकी वजह यह है
कि IMF और पाकिस्तान सरकार के बीच अब तक डील फाइनल नहीं हुई है। मामला कुछ
हद तक काबू में है, लेकिन फाइनल ये तभी हो सकेगा जब IMF का एग्जीक्यूटिव
बोर्ड समझौते को हरी झंडी दे देगा। बोर्ड मीटिंग की तारीख अभी तय नहीं है।
बहुत मुमकिन है कि ये शायद नए साल में ही हो। सवाल ये है कि अगर सऊदी ने भी
कैश रिजर्व नहीं दिया और IMF भी 1 अरब डॉलर की किश्त जारी नहीं करता तो
इमरान सरकार रोजाना के खर्च के लिए पैसा कहां से लाएगी?
डेल्टा वैरिएंट जितना 100 दिन में फैला था, ओमिक्रॉन उतना सिर्फ 15 दिन में फैल चुका-कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (B.1.1.529) की शुरुआती रिपोर्ट्स बेहद
चौंकाने वाली हैं। WHO ने इसे वैरिएंट ऑफ कन्सर्न बताया है। द. अफ्रीका के 3
प्रांतों में रोज मिलने वाले 90% केस इसी वैरिएंट के हैं, जो 15 दिन पहले
सिर्फ 1% थे। वैज्ञानिकों को यही बात सबसे ज्यादा डरा रही है। क्योंकि, अभी
तक सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट डेल्टा था, जिससे दुनिया में तीसरी
लहर आई थी। इसका पहला केस अफ्रीकी देश बोत्सवाना में मिला है।अब ओमिक्रॉन से नई लहर का खतरा है, क्योंकि यह डेल्टा से 7 गुना तेजी से
फैल रहा है। यही नहीं, यह तेजी से म्यूटेट भी हो रहा है। पकड़ में आने से
पहले ही इसमें 32 म्यूटेशन हो चुके हैं। इसे देखते हुए यूरोपीय यूनियन के
सभी 27 देशों ने 7 अफ्रीकी देशों से उड़ानों पर रोक लगा दी है। इधर, भारत
में नए वैरिएंट का कोई केस नहीं मिला है। फिर भी सिंगापुर, मॉरीशस समेत 12
देशों से आने वाले यात्रियों की गहन जांच होगी।
2- दक्षिण अफ्रीका में मिला कोरोना का नया वैरिएंट तेजी से दुनिया में फैल रहा
है। हॉन्गकॉन्ग और बोत्सवाना के बाद शुक्रवार को इजराइल और बेल्जियम में
भी नए वैरिएंट से संक्रमित लोग मिले हैं। इसके बाद ब्रिटेन, ऑस्ट्रिया,
कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली और नीदरलैंड ने अफ्रीकी देशों से आनी वाली
फ्लाइट्स पर बैन लगा दिया। अब अमेरिका, सऊदी अरब, श्रीलंका, ब्राजील समेत
कई देशों ने भी अफ्रीकी देशों की फ्लाइट बैन कर दी है। हालांकि, दक्षिण
अफ्रीकी स्वास्थ्य मंत्री ने इन बैन को अनुचित बताया है।
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