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मुर्तजा कै अम्मी-अब्बा भी हिरासत में 2- भारत को कोई छेड़ेगा तो छोड़ेंगे नहीं 3- मौसम विभाग की 34 साल में 18 बार गलत भविष्यवाणी

 16 APRIL 2022 FORCE TODAY NEWS REPORT

 मुर्तजा कै अम्मी-अब्बा भी हिरासत में. Murtaza Kai Ammi-Abba also in custody.

गोरखनाथ मंदिर हमले का आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी अब ATS वालों पर भी हमलावर हो रहा है। पूछताछ के दौरान पुलिसवालों का करीब आना, उसको पसंद नहीं आ रहा है। शातिर मुर्तजा ने पूछताछ के दौरान एक सिपाही को कोहनी से मार दिया। ये वही कोहनी थी, जिस पर प्लास्टर लगा हुआ था।

एक इंस्पेक्टर रैंक के अफसर के चेहरे पर नाखून से वार ​कर दिया। इतना ही नहीं, मेडिकल चेकअप के लिए पहुंची डॉक्टरों की टीम से भी मुर्तजा भिड़ गया। ऐसे में ATS के अफसर उस पर कड़ी निगरानी रखे हुए हैं। ATS ने मुर्तजा के अम्मी-अब्बा और घर के एक नौकर को हिरासत में लिया है। 5 अप्रैल को ही इन्हें हिरासत में लिया गया था। इसके अतिरिक्त, ATS ने गोरखपुर सहित बांसी और सिद्धार्थनगर से 5 लोगों को हिरासत में लिया है। मुर्तजा के 2 साथियों को भी सिद्धार्थनगर के अलीगढ़वा बॉर्डर से पकड़ा गया है। माना जा रहा है कि दोनों को मुर्तजा के आतंकी मानसिकता की खबर थी। वह उसका सहयोग भी किया करते थे। स्लीपिंग सेल के प्वाइंट से भी छानबीन हो रही है।

इसके अलावा 2 शख्स बांसी और सिद्धार्थनगर से, जबकि एक अन्य व्यक्ति को नौगढ़ से भी ATS ने पूछताछ के लिए उठाया है। इनमें दो ट्रेवल एजेंट बताए जा रहे हैं। जिन्हें मुर्तजा की सभी यात्राओं और गतिविधियों की जानकारी थी। इन्हीं एजेंट्स के जरिए मुर्तजा कनाडा जाने वाला था।

 अब तक 8 लोगों को हिरासत में लेने की मीडिया रिपोर्ट्स के दावों का ATS ने पहले खंडन किया। कहा कि 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उधर, न्यूज एजेंसी ANI ने दावा किया है कि गोरखनाथ हमला मामले में ATS ने कुल 8 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। सूत्रों का दावा है कि कल यानी शनिवार को ATS मुर्तजा के साथ ही उसके कुछ अन्य सहयोगियों को भी केस में आरोपी बनाते हुए कोर्ट में पेश कर सकती है।

जन्नत' जाना चाहता था 

 गोरखनाथ मंदिर हमले के मामले में ATS की जांच में अब तक यह पता चला है कि मुर्तजा 'वन मैन आर्मी' है। यानी कि अभी वह अकेला ही बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने की फिराक में था। उसकी चाहत थी कि वह ISIS का टॉप कमांडर बन जाए और फिर जेहाद की सीढ़ियां चढ़ सीधा 'जन्नत' पहुंच जाए। इसके लिए वह लगातार आतंकी संगठनों से संपर्क साध रहा था। लेकिन, माना जा रहा है कि अभी वह किसी आतंकी संगठन से सीधे तौर पर जुड़ नहीं पाया था। 

ऐसे ट्रेस हुआ मुर्तजा
दरअसल, मुर्तजा अपने परिवार के साथ आकर अक्टूबर 2021 से गोरखपुर में रहना लगा। इस दौरान वह लगातार नेपाल बार्डर पर स्थित मदरसों में तकरीरें सुनने जाया करता था। चूंकि बार्डर इलाकों के मदरसों पर खुफिया एजेंसियों की लगातार निगाहें होती हैं तो सबसे पहले उसे IB (इंटीलिजेंस ब्यूरो) ने ट्रैक किया।

खुफिया एजेंसियों ने जब मुर्तजा की पड़ताल की तो पता लगा कि वे सिर्फ संदिग्ध मदरसों में ही नहीं जाता है, बल्कि इंटरनेट पर भी वह लगातार जेहाद और आतंकी गतिविधियों को सर्च करता है। इसके बाद खुफिया विभाग ने ऐसे 16 ​संदिग्धों को ट्रैक कर इसकी सूची गृह मंत्रालय को भेज दी। जिसके बाद गृह मंत्रालय की ओर से संदिग्धों की लिस्ट जारी की गई, जिसमें मुर्तजा का भी नाम शामिल था। यही वजह है कि मुर्तजा की जांच करने 2 अप्रैल को ATS टीम उसके घर पहुंची थी।

सीरिया की लड़की के संपर्क में था
अब तक की जांच में सामने आया है कि वह सीरिया की एक लड़की के भी संपर्क में था, जिसके खाते में उसने 8 लाख रुपए भेजे थे। मंदिर पर हमले से पहले भी वह उसी लड़की से बात कर नेपाल गया था। वहीं, ATS को मुर्तजा के इंटरनेट डेटा की रिपोर्ट का इंतजार है। हालांकि इनमें से कई रिपोर्ट तो ATS को मिल गई है। जिसकी एनालिसि​स भी की जा रही है। लेकिन तमाम एप और वेबसाइट्स के सर्वर देश से बाहर होने की वजह से उसके कई डेटा रिकवर करने में अभी वक्त लग रहा है।

चूंकि घटना से पहले मुर्तजा ने अपना लैपटॉप और फोन भी फॉर्मेट कर दिया था, इसलिए एप्पल आईफोन जैसी कंपनियां इतनी आसानी से डेटा रिकवर नहीं करती। इसके लिए ATS लगातार कोशिश में लगी है। वहीं, फेसबुक, ट्वीटर और अन्य सोशल साइट्स से भी मुर्तजा का डेटा रिकवर करने की ATS लगातार कोशिश कर रही है।

 भारत को कोई छेड़ेगा तो छोड़ेंगे नहीं

अमेरिका की धरती से चीन को कड़ा संदेश देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि अगर हमारे देश की संप्रभुता को किसी भी तरह का कोई नुकसान हुआ तो भारत किसी को नहीं बख्शेगा, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक शक्तिशाली देश के रूप में उभरा है और आगे बढ़ रहा है। भारत दुनिया की टॉप तीन इकोनॉमी में शामिल होने की ओर बढ़ रहा है।

सैन फ्रांसिस्को में भारतीय-अमेरिकी कम्यूनिटी को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने चीन के साथ सीमा पर भारतीय सैनिकों द्वारा दिखाई गई वीरता के बारे में बताया। उन्होंने कहा- मैं खुलकर नहीं कह सकता कि भारतीय सैनिकों ने क्या किया और हमने (सरकार ने) क्या फैसले लिए।

मैं निश्चित रूप से कह सकता हूं कि चीन को एक संदेश गया है कि अगर भारत को नुकसान हुआ तो भारत किसी को नहीं बख्शेगा। 'भारत को अगर कोई छेड़ेगा तो भारत छोड़ेगा नहीं।'

 मौसम विभाग की 34 साल में 18 बार गलत भविष्यवाणी

मौसम विभाग 1988 से अलग-अलग मॉडल के आधार पर मानसून का पूर्वानुमान जारी कर रहा है। बहुत कम ऐसा होता है जब उसकी भविष्यवाणी सही होती है, लेकिन ज्यादातर मौकों पर मौसम विभाग की भविष्यवाणी गलत साबित हुई है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1988 से लकेर अब तक 18 बार उसकी भविष्यवाणी गलत साबित हुई है। जबकि विभाग पूर्वानुमान में 5% तक कम/ज्यादा की गुंजाइश बताता है। फिर भी 48% भविष्यवाणियां गलत रहीं। हालांकि, मौसम विभाग का कहना है कि पिछले 15 सालों में उसके पूर्वानुमान में पहले के मुकाबले सुधार आया है। पिछले 34 सालों यानी 1988 से 2021 के बीच दो बार (1994, 2002) पूर्वानुमान में 20% से भी ज्यादा अंतर रहा। 6 बार यह अंतर 10 से 15% के बीच और 10 बार 6 से 9% तक रहा। इस बार सामान्य बारिश का पैमाना बदलने पर मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि यह एक इंटरनेशनल प्रैक्टिस है, जलवायु परिवर्तन की वजह से आए बदलावों के कारण हर दस साल के औसत के आधार पर नए सामान्य का आंकड़ा तय होता है।


 हिजाब पहनने पर जुर्माना लगाएंगे-11 APRIL 2022

फ्रांस में राष्ट्रपति पद के चुनाव की वोटिंग का पहला चरण 10 अप्रैल को शुरू होगा। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के सामने इस बार दक्षिणपंथी उम्मीदवार मरीन ली पेन की चुनौती है। इस बार चुनाव में कांटे की टक्कर मानी जा रही है। इसी हफ्ते हुए सर्वे के मुताबिक अब मैक्रों और ली पेन के बीच सिर्फ 3% का अंतर है।

फ्रांस के राजनीतिक पंडितों के मुताबिक, पहले दौर में किसी उम्मीदवार को 50% से ज्यादा वोट मिलने की संभावना नहीं है। इसलिए फैसला दूसरे दौर का मतदान में ही होगा। इस चरण में 24 अप्रैल को पहले चरण में सबसे ऊपर रहने वाले दो उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। इस बीच, चुनाव में हिजाब मसला भी उछल गया है।

हिजाब पर बैन लगाने का वादा
ली पेन ने वादा किया है कि अगर वह सरकार में आईं, तो हिजाब पहनने वाले मुस्लिमों पर जुर्माना लगाएंगी। भारत समर्थक ली पेन ने कहा कि जिस तरह गाड़ियों में सीटबेल्ट पहनने को अनिवार्य बनाया गया है, उसी तरह ये फैसला भी लागू किया जाएगा कि मुसलमान सार्वजनिक स्थानों पर हिजाब न पहनें। 

मरीन ली ‘इस्लामिक कट्टरता’ पर नरम रुख के लिए मैक्रों की आलोचना करती रही हैं। अगर वह जीतीं तो देश की पहली महिला राष्ट्रपति बनेंगी। मैक्रों भी भारत समर्थक हैं। मरीन पेन की नीतियां ज्यादा भारत समर्थक हो सकती हैं। शार्ली हेब्दो मामले में फ्रांस का समर्थन करने के बाद मरीन पेन ने भारत और यहां के लोगों की खुलकर तारीफ की थी। शार्ली हैब्दो पर हमले के बाद ली पेन ने फ्रांस में पाकिस्तानियों की एंट्री बैन करने की भी मांग की थी।

मैक्रों और ली पेन दोनों ही हिजाब विरोधी
मैक्रों: ला रिपब्लिक एन मार्च पार्टी नेता मैक्रों का चुनाव में एजेंडा अर्थव्यवस्था और सामाजिक मुद्दों के आस-पास काफी केंद्रित है। पिछले दिनों इस्लाम के खिलाफ की गई बयानबाजी से कई इस्लामी देश नाराज हुए थे। उन्होंने पैगंबर के विवादित कार्टून दिखाने के फैसले का बचाव भी किया है।

कौन हैं मरीन ली?
नेशनल रैली नेता मरीन फ्रांस की वकील और लीडर हैं, जो 2011 से नेशनल रैली की प्रमुख हैं। वे साल 2017 से नेशनल एसेंबली की मेंबर हैं। मरीन को टाइम मैग्जीन ने 2011 और 2015 में दुनिया की 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में शामिल किया था।

 जन्नत में हूरें मिलेंगीं-ATS से बोला मुर्तजा- 

गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाला मुर्तजा अब्बासी अब तक पहेली बना हुआ है। मुर्तजा के पिता उसे दिमागी तौर पर बीमार साबित करने में लगे हैं, लेकिन ATS को लग रहा है कि वह बेहद शातिर है। आईआईटी-मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग करने वाले मुर्तजा से वारदात के 8 दिन बाद रविवार को NIA (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) पूछताछ करेगी। NIA के तीन अफसरों की टीम शनिवार को लखनऊ पहुंच चुकी है।

ATS की अब तक की पूछताछ में मुर्तजा ने जितने भी सवालों के जवाब दिए हैं, उससे लग रहा है कि वह झूठ नहीं बोल रहा है। इससे ATS को किसी अंतिम निर्णय तक पहुंचने में मुश्किल आ रही है।

सिर्फ अल्लाह की सुनिए, जन्नत मिलेगी
सूत्र बताते हैं कि जब मुर्तजा से शादी और फिर तलाक के बारे में सवाल किया गया तो उसने कहा- अल्लाह के घर में यानी कि जन्नत में बहुत सारी हूरें मिलेंगीं। वहां बीवी का क्या काम? अल्लाह के घर जाना है तो सबको छोड़ना होगा। मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़ गोरखपुर आना, फिर परिवार और समाज में किसी से मतलब नहीं रखना और कमरे में अकेले रहने के सवालों पर मुर्तजा तपाक से बोला कि अल्लाह के घर में सिर्फ अल्लाह की सुनिए...अल्लाह से मतलब रखिए और अल्लाह के ही बताए रास्तों पर चलिए, फिर जन्नत मिलेगी।

 मुर्तजा के बड़े पिता और नामी डॉक्टर केए अब्बासी को पूछताछ और बयान दर्ज कराने के लिए ATS ने लखनऊ तलब किया, लेकिन वह नहीं गए। उन्होंने ATS मुख्यालय को ईमेल भेजकर नोटिस का जवाब दिया है। धारा-160 CRPC का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है। ऐसे में वे लखनऊ जाकर बयान दर्ज कराने में असमर्थ हैं। इसके बाद वह अपना बयान दर्ज कराने गोरखपुर स्थित ATS दफ्तर पहुंचे, लेकिन यहां संबंधित अधिकारी के नहीं होने से फिलहाल उनका बयान दर्ज नहीं हो सका है।

परत- दर-परत खोलने में जुटी ATS
हालांकि ATS टीम लगातार इस मामले की परत-दर-परत खोलकर मामले की तह तक पहुंचने में जुटी है। यही वजह है कि PGI और KGMU जैसी संस्थाओं के डॉक्टरों के पैनल बोर्ड से ATS मुर्तजा का मेडिकल चेकअप कराने की भी तैयारी कर रही है, ताकि यह साफ हो सके कि इतनी बड़ी वारदात और उसके जेहन में भरे जहर की असल वजह क्या है? फिलहाल ATS उसके बैंक खातों को ब्लॉक कराकर उसके सभी ट्रांजैक्शन खंगाल रही है।

 लॉकडाउन के खिलाफ चीन में गुस्सा;

2.60 करोड़ की आबादी वाले चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई में अब तक के सबसे बड़े कोरोना विस्फोट के चलते पिछले 22 दिनों से लॉकडाउन लगा हुआ है। जीरो कोविड पॉलिसी को लेकर यहां कड़े प्रतिबंध लागू किए गए हैं। इस वजह से यहां खाने और दवाओं की कमी हो गई है।

यहां शुक्रवार देर रात को बड़ी संख्या में लोग लॉकडाउन के आदेशों को तोड़कर सड़कों पर उतर गए। लोगों ने सप्लाई पाइंट पर डिस्ट्रीब्यूशन के लिए रखे गए फूड बॉक्स लूट लिए। लॉकडाउन की वजह से लोगों को उनकी जरूरत के मुताबिक खाने-पीने की चीजें नहीं मिल पा रही हैं। सख्ती की वजह से लोग अपने घरों से बाहर कदम भी नहीं रख सकते।

FORCE TODAY REPORTER 





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