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बड़ा सबूत-करौली में दंगे का 2-फेक न्यूज-अब्दुल ने किया जानलेवा हमला 3-रूस के खतरनाक लड़ाके काट देते हैं दुश्मनों के कान,

बड़ा सबूत-करौली में दंगे का--

फोन पर बात करता पार्षद। नकाबपोश बदमाश भी उसी के साथ थे

करौली में एक पार्षद के इशारे पर तमाशबीन पुलिस के सामने नकाबपोश दंगाई शहर को आग के हवाले करते रहे। पार्षद आगे-आगे चल रहा था और पीछे नकाबपोश हाथ में लाठियां लेकर तोड़फोड़ कर रहे थे, दुकानों में आग लगा रहे थे।

वार्ड 33 के पार्षद मतलूब अहमद के इशारे पर हुए इन दंगों पर पुलिस भी चुप रही। नकाबपोश दंगाई पुलिस के सामने हाथों में लाठियां लेकर गुजरे, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हुई, उन्हें रोकने की। लोग पुलिस से मदद की गुहार लगा रहे थे- बहुत खून बह गया है, अस्पताल पहुंचा दीजिए, लेकिन पुलिस ने काफी देर तक कुछ नहीं किया।

करौली दंगों को आज आठ दिन हो चुके हैं। लोग घरों में कैद हैं, लेकिन मुख्य आरोपी पार्षद अब भी गिरफ्त से दूर है। 

 वीडियो में एक वीडियो ऐसा है, जो दंगों की पूरी साजिश से पर्दा उठा रहा है।

 नवसंवत्सर (हिंदू नववर्ष) पर शहर में फूटाकोट से गणेश गेट के बीच बाइक रैली गुजर रही थी। छतों पर पहले से पत्थरों का ढेर लगा हुआ था और दर्जनों युवक वहां छिपे हुए थे। जैसे ही बाइक रैली आई, छत से पथराव शुरू कर दिया गया। पथराव से भगदड़ मची तो घरों में पहले से छिपकर बैठे नकाबपोश हाथों में लाठी-सरिए और चाकू लेकर आ गए और हमला कर दिया।

पार्षद दंगाइयों को बता रहा था- आगे क्या करना है

एक वीडियो में दिख रहा है कि पार्षद मतलूब अहमद दंगाइयों से बात कर रहा है। उन्हें बता रहा है कि आगे क्या करना है। बीच-बीच में फोन पर भी बात कर रहा है। वीडियो के इसी फ्रेम में पुलिस भी तमाशबीन की तरह नजर आ रही है। पार्षद के इशारे पर दंगाइयों ने पहले बाइक-दुकानों में तोड़फोड़ की और फिर वाहनों में आग लगा दी। दंगाई चुन-चुनकर दुकानें जला रहे थे। जब दो जीप और 30 से ज्यादा बाइकों को दंगाइयों ने क्षतिग्रस्त कर दिया तो पार्षद ने उन्हें आगे जाने के लिए कहा।

 एक जगह पर उपद्रव के बाद पार्षद ने इशारा कर दंगाइयों को वहां से चलने के लिए कहा। इसके बाद दंगाई नारे लगाते हुए और लाठियां लहराते हुए पुलिस के सामने पार्षद के पीछे-पीछे वहां से चले गए। पार्षद और दंगाइयों के जाने के बाद कुछ युवक पीछे से तोड़फोड़ कर रहे थे। ऐसे में पुलिस ने उनसे कहा- अब यहां से निकलो। बहुत तोड़फोड़ हो गई है, सब जा रहे हैं, तुम भी जाओ इधर से।

लोग पुलिस से अस्पताल पहुंचाने के लिए मदद मांगते रहे
दंगों के दौरान लोगों ने इंसानियत का फर्ज निभाया। आग की लपटों के बीच घायलों को अपने घर में शरण दी। वहां के लोगों ने पुलिस से घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए मदद की गुहार लगाई। कुछ पुलिसकर्मियों ने एंबुलेंस बुलाने के लिए फोन भी किया। एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंची तो कुछ खून से लथपथ घायल पैदल ही अस्पताल के लिए रवाना हो गए।

अफसरों को फोन किया- सर क्या करें, जल्दी से और फोर्स भेजिए
रैली के आगे और पीछे करीब 30 से 40 पुलिसकर्मी तैनात थे। दंगा शुरू होने के बाद कुछ पुलिसकर्मियों ने अधिकारियों को फोन कर बताया कि सर रैली में पथराव हो गया है। गाड़ियों और बाइकों में तोड़फोड़ की जा रही है। सर, क्या करें? जल्दी से ओर फोर्स भेजिए। इस दौरान कुछ ऑटोमेटिक हथियारों से लैस पुलिसकर्मियों ने दंगाइयों को भगाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ के सामने वे भी बेबस नजर आए। दंगाई उनके सामने ही तोड़फोड़ करते रहे।

 पुलिस ने मामले में दोनों पक्षों के 37 लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है। इसमें एक पक्ष के 20 और दूसरे पक्ष के 17 लोगों के नाम शामिल हैं। नामजद आरोपियों में मतलूब पुत्र महमूद, समसुद्दीन पुत्र अलाउद्दीन, बच्चू पुत्र सरदार, इमामुद्दीन पुत्र मोलाबक्स, आसिफ पुत्र असगर, कुतुबुद्दीन पुत्र अलाउद्दीन, इकरामुद्दीन पुत्र अलाउद्दीन, वसीम पुत्र मोलाबक्स, नदीम पुत्र नजरबंद, सद्दाम पुत्र असगर शामिल हैं।

वहीं, फरमान पुत्र सुल्तान, मच्चन पुत्र गुलाव, यासीन पुत्र इस्लामुद्दीन, काशीम पुत्र घीस्या, अजहरुद्दीन पुत्र विलाद, वसीम पुत्र शहीद, रहमान पुत्र बाबू, सुलेमान बर्खास्त होमगार्ड, फिरोज पुत्र इब्रहिम, हासिम पुत्र इस्लामुद्दीन के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।

इसी तरह राजाराम गुर्जर पूर्व चेयरमैन करौली, नीरज शर्मा उर्फ नीरु शुक्ला पुत्र मोहनलाल, साहब सिंह गुर्जर हिंदू सेना अध्यक्ष, नीरज योगी पुत्र परभाती योगी, राजा पुत्र छोटेलाल शर्मा, रमन शर्मा पुत्र हरिमोहन शर्मा, पुष्पेंद्र पुत्र बजेंद्र शर्मा,प्रहलाद उर्फ कान्हा, विश्वेंद्र पुत्र अतरसिंह गुर्जर, भल्लू गुर्जर कोचिंग संचालक, रवींद्र डागुर पुत्र जोरमल, वीरेंद्र पुत्र शिशराम गुर्जर, गजेंद्र सिंह पुत्र बलवीर सिंह, मनीष पुत्र राजकुमार, उमेश पुत्र लज्जा, पुष्पेंद्र पुत्र पंकज, विक्की पुत्र पंकज के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

 UPDATED -रूस-यूक्रेन जंग को 45वां दिन है।


इस बीच रूसी सेना ने मध्य यूक्रेन में मिरहोरोड एयर बेस पर एक हथियार डिपो को ताबह कर दिया है। इंटरफैक्स समाचार एजेंसी ने शनिवार को रूसी रक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि पोल्टावा क्षेत्र में बेस पर हुए हमले में यूक्रेन की वायुसेना का एक मिग-29 लड़ाकू विमान और एक एमआई-8 हेलीकॉप्टर भी तबाह हो गया है।

फेक न्यूज-अब्दुल ने किया जानलेवा हमला-

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में दो पक्ष आपस में भिड़ते हुए नजर आ रहे हैं। एक महिला ने दूसरी महिला के सिर पर हथौड़े से हमला किया, जिससे महिला बुरी तरह घायल हो गई। इसी बीच एक युवक ने लोहे की रॉड से उसी घायल महिला पर हमला कर दिया।
 फेक न्यूज
इस वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर शेयर किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो यूपी के मिर्जापुर का है। जहां हिंदू परिवार ने मुस्लिम युवक अब्दुल को कचरा फेंकने से मना किया, तो उसने महिलाओं पर जानलेवा हमला कर दिया।.

 इस मामले में आरोपी और पीड़िता दोनों ही मुस्लिम समुदाय के हैं। 

     -वीडियो में दिख रहा 16 जनवरी का ये मामला मिर्जापुर के कटरा कोतवाली क्षेत्र के तकिया दानू शाह मोहल्ले का है। जहां दो युवकों ने 2 लड़कियों समेत उनकी मां पर रॉड और हथौड़े से जानलेवा हमला कर दिया।
    -नसरीन बेगम ने बताया कि प्रधानमंत्री योजना के तहत उसका मकान बन रहा है। वह पांच बेटियों के साथ मदरसे में रुकी हुई है वह अपनी दो बेटियों के साथ मदरसे की सीढ़ियों से उतर रही थी, तभी उसने रास्ते में बैठी महिला को हटने को कहा। इस पर महिला भड़क गई।
    -महिला की आवाज सुनकर दो युवक आए और मुझे और मेरी दो बेटियों को पीटने लगे। जिसमें हम तीनों घायल हो गए। इस मामले में आरोपियों पर शान्ति भंग की आशंका की धारा 151 में 3 लोगों का चालान किया गया था।
    -साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा पूरी तरह गलत है। इस मामले में आरोपी और पीड़िता दोनों ही मुस्लिम समुदाय के हैं

 रूस के खतरनाक लड़ाके काट देते हैं दुश्मनों के कान,

रूस-यूक्रेन जंग का आज 44वां दिन है। यह जंग किसी नतीजे पर पहुंचती नहीं दिख रही है। यूक्रेन हथियार डालने के लिए तैयार नहीं है। इसी बीच रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन में अपने खूंखार सैनिकों को तैनात किया है। ये सैनिक ट्रॉफी के रूप में दुश्मनों के कान इकट्ठा करते हैं। इस खूंखार ग्रुप का नाम रसिच है।

इस नियो-नाजी मिलिशिया को खार्किव के पास के क्षेत्रों में देखा गया है, जहां आने वाले दिनों में पुतिन की सेना हमला कर सकती है। यूक्रेनी रक्षा अधिकारियों का भी मानना है कि रूसी सेनाएं एक नए सिरे से हमला कर सकती हैं।

 द टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी सोशल मीडिया साइट वोकॉन्टैक्टे पर बने अपने पेज पर रसिच के सरदार मिलचकोव ने कुछ तस्वीरें पोस्ट की थीं, जिसमें उसे मृत यूक्रेनी सैनिकों के कान काटते देखा गया। मिलचकोव ने खुलेतौर स्वीकार किया है कि वह नाजी समर्थक है। उसे जलते हुए इंसानी मांस को सूंघ कर नशा होता है। इतना ही नहीं, उसके पेज पर एक तस्वीर ऐसी है जिसमें वह एक पिल्ले का सिर काटते हुए दिख रहा है।

 हाल ही में रसिच ने एक अजीबोगरीब कार्टून पोस्ट किया था, जिसमें एक रूसी सैनिक को घर लौटते दिखाया गया था। सैनिक अपनी पत्नी और बेटे के लिए खून से लथपथ गिफ्ट्स लेकर लौटता दिख रहा था। इस कार्टून के साथ कैप्शन में लिखा था- अगर आप एक असली मर्द और रूसी हैं तो हमारे साथ आएं।

 यह रसिच ग्रुप क्रेमलिन समर्थित वैगनर ग्रुप से संबंधित है, जो हाल ही में यूक्रेन में देखा जा चुका है। वैगनर ग्रुप पर रूस की सरकार के लिए सीक्रेट तरीके से काम करने का आरोप लगता रहा है। इस ग्रुप को रूस की निजी सैन्य कंपनी के तौर पर जाना जाता है। लीबिया, सीरिया, मोजाम्बिक, माली, सूडान और मध्य अफ्रीका के देशों में यह ग्रुप सिविल वॉर का भी हिस्सा रहा है।

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