हत्या -वजह pubg या कुछ और ? मां का हत्यारा
मां का हत्यारा |
लखनऊ में एक महिला की हत्या हुई। हत्या का आरोप महिला के ही 16 साल के बेटे पर है। उसने तीन दिनों तक घर में 10 साल की बहन के साथ मां की लाश को रखा। हत्या की वजह मोबाइल गेम PUBG बताया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि PUBG न खेलने देने से नाराज किशोर ने मां को 6 गोलियां दाग दीं। मर्डर के बाद पार्टी भी की।
हालांकि पुलिस पूछताछ में मर्डर की एक दूसरी वजह भी सामने आ रही है। आरोपी बेटे के मुताबिक हत्या के पीछे एक तीसरा आदमी है। पुलिस भले ही बेटे की सुनाई कहानी पर भरोसा न कर रही हो, लेकिन उस गुमनाम किरदार की तलाश जरूर कर रही है।
बेटे ने पुलिस को बताया कि बिजली विभाग में तैनात आकाश नाम का व्यक्ति अक्सर उसके घर आता था। वह घर पर रुकता और एक-दो दिन बिताने के बाद जाता था। घर पर इस तरह उसका आना बेटे को पसंद नहीं था। तमाम विरोध के बाद भी मां ने उससे मिलना बंद नहीं किया। उल्टा उसे ही सताने लगी।
किसी न किसी बात का बहाना लेकर मारती-पीटती थी। बर्दाश्त की सीमा पार हुई तो उसने मां की हत्या कर दी। पुलिस अब आकाश नाम के शख्स का पता लगा रही है। पुलिस अफसरों का कहना है कि आरोपी बेटा बार-बार आकाश के नाम पर ही जोर दे रहा है। इसलिए इसे वेरिफाई करना जरूरी है।
वाराणसी के रहने वाले नवीन कुमार सिंह सेना में जूनियर कमीशन्ड ऑफिसर हैं। उनकी पोस्टिंग पश्चिम बंगाल में है। लखनऊ के पीजीआई इलाके की यमुनापुरम कॉलोनी में उनका मकान है। यहां उनकी पत्नी साधना (40 साल) अपने 16 साल के बेटे और 10 साल की बेटी के साथ रहती थी।
बेटे ने मंगलवार रात अपने पिता नवीन को वीडियो कॉल करके बताया कि उसने मां की हत्या कर दी है। उसने पिता को शव भी दिखाया। नवीन ने एक रिश्तेदार को फोन करके तुरंत अपने घर भेजा। पुलिस पहुंची तो घर के अंदर के हालात देखकर दंग रह गई।
इस मामले में जो शुरुआती बात सामने आई है उसमें PUBG न खेलने देने से नाराज बेटे ने मां की गोली मारकर हत्या की है। तीन दिनों तक उसने घर में ही मां की लाश को छुपाए रखा। हत्या के बाद उसी रात को बेटे ने 10 साल की बहन के साथ घर में रात गुजारी। दूसरे दिन, यानी रविवार को बहन को घर में बंद कर दोस्त के घर गया। रात में दोस्त को साथ लेकर आया और ऑनलाइन ऑर्डर करके खाना मंगवाया। खाना खाने के बाद लैपटॉप पर मूवी देखी।
उधर, शव के पोस्टमॉर्टम के लिए तीन डॉक्टरों का पैनल बनाया गया है। इसमे दो पुरुष, एक महिला डॉक्टर हैं। गोली शरीर मे कहां लगी और उससे कितनी हड्डियां टूटी हैं। इसका पता लगाने के लिए पहले शव का पहले एक्सरे कराया गया है। एक्सरे की परमिशन CMO से मिल चुकी है।
शव का हुलिया देखकर डॉक्टरों ने काफी देर तक आपस मे राय मशविरा किया। इसके बाद तय हुआ कि स्लाइड भी जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजी जाएगी। आमतौर पर यह टेस्ट रेप के मामले में कराया जाता है। परिजनों का कहना है कि शव इतना सड़ चुका है कि पैतृक निवास बनारस ले जाना मुश्किल है। इसलिए दाह संस्कार लखनऊ में ही बैकुंठधाम में करेंगे।
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