Date-27-fer-2021 time-3;00 Am
कोटद्वारा पुलिस हज़ार रूपए पकड़ने के लिये झण्डीचौड़ पहुंच गयी।
कोटद्वारा-मे सट्टा लगाते 1अभियुक्त गिरफ्तार-क्या हो गया कोटद्वारा को कही सट्टा कही दारू कही स्मैक कही अवैध खनन और कही देह व्यापार का धंधा।
कोटद्वार। एक व्यक्ति दीपक कुमार पुत्र सतीश चन्द्र को रू0 1,470/- 01 सट्टा डायरी, एक पैन व एक गत्ता के साथ जुआ का सट्टा लगाते हुये टैम्पू स्टेण्ड झण्डीचौड़ कोटद्वार से गिरफ्तार किया गया। जिस सम्बन्ध में अभियुक्त के विरुद्ध कोतवाली कोटद्वार पर मु0अ0सं0- 43/2021धारा-13 जुआ अधिनियम पंजीकृत किया गया।
इस समय कोटद्वारा मै सट्टा का कारोवार जोरशोर से चल रहा है। पुलिस ने झण्डीचौड़ से जुआ का सट्टा लगाते हुये एक व्यक्ति को पकड़ लिया लेकिन कोटद्वारा मे लाखो का सट्टा और जुआ चल रहा है लेकिन वो लोग पुलिस की पकड़ से बहार है और ये इसलिये हो रहा है की कुछ पुलिस वालो को पैसा मिलता है। अब समज लो की अगर तुम्हारे हाथ मै डायरी,और एक पैन है तो समज लो की तुम सट्टा खेल रहे हो कोटद्वारा पुलिस की नज़र मे । और अगर जेब मै हजार रूपए भी निकल गये तो यही 43/2021धारा-13तुम पर भी लगा दी जायेगी।
ये कौन से पुलिस वाले है जो इतना बारीकी से काम कर रहे है। बल्कि आम पड़ाव ,झूला पुल ओर घराट, देवी रोड यहाँ सट्टा लाखो रूपए का खेला जाता है लकिन पुलिस हज़ार रूपए पकड़ने के लिये झण्डीचौड़ पहुंच गयी।
ये भी हो सकता है की कुछ पुलिस वालो ने उसे फसा दिया हो अगर कोटद्वारा पुलिस है तो ये मुंनकिन है ऐसे कारनामे कोटद्वारा पुलिस पहले भी कर चुकी है।
हमारी कोटद्वारा पुलिस आज भी पुराने ढर्रे पर काम कर रही है।कोटद्वारा पुलिस मै कुछ कांस्टेबल ऐसे है जिनका ट्रांसफर होता ही नहीं है और यही वो लोग है जो हज़्ज़ार रूपए वालो को पकड़ कर अपने नंबर बनाते है.और लाखो के जुए खेलने वाले उन्हे नज़र नहीं आते।
police officers को ऐसे पुलिस वालो पर नज़र रखनी चाहिये जो पुलिस की छवि खराब करते है
-कोटद्वार में अतिक्रमणकारियों को कोर्ट से नहीं मिली राहत
दो महीने मे हटाना होगा अतिक्रमण
उत्तराखंड हाइकोर्ट ने कोटद्वार में नजूल भूमि व बद्रीनाथ हाइवे पर अतिक्रमण करने के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए अपने पूर्व के आदेश मे संसोधन करते हुए नगर निगम कोटद्वार को निर्देश दिए है कि 15 दिन के भीतर अतिक्रमणकारियों के कागजो की जांच कर लें और दो माह के भीतर अतिक्रमण को हटाए। मामले की सुनवाई मुख्य न्यायधीश आरएस चौहान व न्यायमुर्त्ति आलोक कुमार वर्मा की खण्डपीठ में हुई।पूर्व में कोर्ट ने नजूल भूमि व हाइवे के आसपास हए अतिक्रमण को आठ शप्ताह के भीतर हटाने के आदेश दिये थे। जिस पर कुछ अतिक्रमणकारी सुप्रीम कोर्ट चले गए थे सुप्रीम कोर्ट ने यथा स्थिति बनाये रखने के आदेश दिए थे। मामले के अनुसार कोटद्वार निवासी मुजीब नैथानी ने जनहित याचिका दायर कर कहा है कि कोटद्वार में नजूल भूमि व बद्रीनाथ हाइवे पर लोगो ने अतिक्रमण करके निर्माण कार्य किया जा रहा है जिससे हाइवे सँकरी हो गया है और आये दिन जाम लगा रहता है इसलिए इस पर से अतिक्रमण को हटाया जाए ।
DATE-24-FER-2021 TIME-3;07 A.M
कोटद्वारा शराब के 60 अवैध पव्वों के साथ राजेन्द्र कुमार गिरफ्तार
झण्ड़ीचौड़ टैम्पू स्टैड तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया। राजेन्द्र कुमार
कोटद्वारा मै युवा हो रहा है नशे का अiदि
नशा तस्करों को न कानून का और ना ही पुलिस का कोई डर है
2018 मे फाॅर्स टुडे न्यूज़ ने ही स्मैक के गड़ मे जाकर एक रिपोर्ट तैयार की थी
कोटद्वारा में कुछ नशा तस्कर बैखौफ होकर नशा बेचते हैं। इन लोगों को किसी न किसी का संरक्षण प्राप्त होता है। जिसके दम पर ये बेधड़क होकर काम करते हैं।
कोटद्वार।श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदया जनपद पौड़ी गढ़वाल कु0 पी0 रेणुका देवी के आदेशानुसार जनपद में नशे की प्रवृति पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने, अवैध तरीके से नशीले पदार्थो का क्रय-विक्रय करने वालो, अपराधों की रोकथाम हेतु सम्सत थाना प्रभारियों को निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में कोतवाली कोटद्वार पुलिस द्वारा थाना क्षेत्रान्तर्गत दौराने चैकिंग एक व्यक्ति राजेन्द्र कुमार को 60 पव्वे अवैध अंग्रेजी शराब के झण्ड़ीचौड़ टैम्पू स्टैड तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के विरूद्ध कोतवाली कोटद्वार पर मु0अ0सं0 41/2021 धारा 60 आबकारी अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया। अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है। जनपद में अपराधों की रोकथाम, नशे की प्रवृति पर प्रभावी अंकुश लगाये जाने व अवैध तरीके से नशीले पदार्थो का क्रय-विक्रय करने वालो के विरूद्ध अभियान लगातार जारी है।कोटद्वारा में बड़ी संख्या में युवा इस दलदल में फंसते जा रहे हैं. कोटद्वार शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक युवा नशा करने लगे हैं. शराब स्मैक चरस-गांजे का धंधा जोरों पर है.पुलिस की कारवाई झण्ड़ीचौड़ टैम्पू स्टैड तिराहे पर हो जाती है लेकिन झूला पुल जहाँ स्मैक से लेकर दारू तक खुलेआम बिक रही हैं वहा कारवाई सिर्फ और सिर्फ दिखावै के लिये की जाती है . 2018 मे फाॅर्स टुडे न्यूज़ ने ही स्मैक के गड़ मे जाकर एक रिपोर्ट तैयार की थी अगर पुलिस सही करवाई करती उस समय पर तो आज कोटद्वारा स्मैक मुफ्त हो जाता लेकिन उस वख्त पुलिस दो तीन लोगो को पकड़ कर अपनी उपलब्धि गिना रही थी।
बहुत जरुरी है नशे के खिलाफ हम सभी को मिलजुल कर काम करने की । टीम वर्क के माध्यम से हर काम संभव है। नशा किसी को भी नहीं छोड़ता है। नशे के खिलाफ बेशक सरकार गंभीर है पर यह गंभीरता हम सभी को लानी होगी। समाज में कई उदाहरण सामने है कि बच्चे भी नशा कर रहे हैं यह हमारे समाज के लिए शुभ संकेत नहीं है।
नशों ने कई लोगों के घर व जिंदगी को तबाह कर दिया है। । नशा करने वाले पहले सस्ते नशे से अपनी शुरुआत करते हैं। और उसके बाद वे मंहगे नशे करने लगते हैं। महंगा नशा करने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते तो वे चोरी का रास्ता अपना लेते हैं।
जागरूकता बढ़ाने की नहीं एक्शन की अब जरूरत है
फाॅर्स-टुडे न्यूज़ हम डरते नहीं सामना करते है
अमेरिका-NEWS 21-02-2021
प्लेन के इंजन में आग लगी; लेकिन पायलट ने----
अमेरिका में रविवार को बड़ा विमान हादसा डेनवर से होनोलुलु जा रहे बोइंग 777 के इंजन में उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही आग लग गई। उस वक्त विमान 15 हजार फीट की ऊंचाई पर था। विमान में 231 पैसेंजर्स और 10 क्रू मेंबर्स थे।
पायलट की सूझबूझ से हादसा टल गया।-
विमान 15 हजार फीट की ऊंचाई पर था।
लोगों से अपील- मलबे से दूर रहें
इस घटना की जांच के
लिए नेशनल ट्रांसपोर्ट सिक्योरिटी बोर्ड (NTSB) ने टीम गठित कर दी है।
विमान का मलबा काफी बड़े इलाके में फैल गया है। मफील्ड पुलिस ने लोगों से
अपील की है कि वे मलबे को ना छुएं और ना ही उसके पास जाएं।
प्लेन में बैठे पैसेंजर ने जलते इंजन का वीडियो बनाया
प्लेन
के इंजन में आग लगते ही फ्लाइट में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, पायलट ने
उन्हें हिम्मत बंधाई। साथ ही कहा कि वह सुरक्षित लैंडिंग की हर संभव कोशिश
कर रहे हैं। इस दौरान एक पैसेंजर ने जलते हुए इंजन का वीडियो बना लिया।
सोशल मीडिया पर शेयर करते ही यह वायरल हो गया।
यह इंजन का बाहरी फ्रेम है, जो टूटकर ब्रूमलैंड कस्बे में एक मकान के पास गिरा।
धमाके के बाद विमान लगातार नीचे आ रहा था
एक यात्री
डेविड डेल्युसिया ने डेनवर पोस्ट को बताया- 'मैं ईमानदारी से कह रहा हूं कि
किसी पॉइंट पर जाकर हम मरने वाले थे। ऐसा सोचने की वजह भी थी। धमाके के
बाद हम लगातार ऊंचाई से नीचे की तरफ आते जा रहे थे। आग से विमान के अंदर भी
गर्मी बढ़ने लगी थी।'
2018 में भी बोइंग 777 का इंजन फेल हुआ था
यह विमान
करीब 26 साल पुराना था। इसमें दो प्रैट एंड व्हिटनी PW4000 इंजन लगे थे।
फरवरी 2018 में भी बोइंग 777 के एक पुराने विमान का इंजन फेल हो गया था। तब
भी कम समय में ही सुरक्षित लैंडिंग करा ली गई थी।
EXCLUSIVE-VIDEO-
WATCH VIDEO LIVE MURDER @ ACCIDENT NEWS 20 FER 2021
updated -20/fer 2021 time ;4 ;09 pm
5 साल का बेटा शव के साथ खेलता रहा-गुजरात की राजधानी गांधीनगर---
गुजरात की राजधानी गांधीनगर में शनिवार को एक हृदयविदारक घटना सामने आई है। यहां अडालज-अंबापुर रोड के पास एक कबाड़ इकट्ठा करने वाली महिला ने दम तोड़ दिया। उसका 5 साल का बेटा शव के साथ खेलता रहा। कुछ देर बाद जब बेटा रोने लगा तो राहगीरों को महिला की हालत पर शक हुआ। जांच करने पर महिला की मौत होने का शक हुआ तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
बेटे को हाथ ठेले पर बैठाकर कबाड़ इकट्ठा करने निकली थी मां-
जानकारी
के मुताबिक, गांधीनगर के अडालज शनिदेव मंदिर के पास श्रमिक पति-पत्नी
रामनाथ जोगी और मंजू देवी तीन बच्चों के साथ रहते हैं। पति रोज की तरह सुबह
काम पर निकल गया था। वहीं, मंजू अपने 5 साल के बेटे को लेकर हाथ ठेले से
कबाड़ इकट्ठा करने निकल गई। इसी दौरान मंजू की तबीयत बिगड़ गई। वह सड़क
किनारे चक्कर खाकर गिर पड़ी, जहां उनकी मौत हो गई।
राहगीरों ने पुलिस को फोन किया-
बेटा
काफी देर तक मां के शव के साथ ही खेलता रहा और कुछ देर बाद मां को उठाने
के लिए रोने लगा। उसे रोता देख कुछ राहगीरों को शक हुआ तो उन्होंने महिला
को उठाने की कोशिश की। तब पता चला कि उसकी सांसें थम चुकी है। इसके बाद
पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने ही मंजू के पति को सूचना दी और इसके बाद शव
को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
बंटा मुलायम परिवार बहू ने 11 लाख चंदा दिया--
अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के लिए अब सपा संरक्षक मुलायम सिंह के परिवार से भी चंदा (समर्पण निधि) गया है। मुलायम की छोटी बहू अपर्णा यादव ने 11 लाख रुपए का दान दिया है। अपर्णा ने यह भी कहा कि वे बीते समय में अपने परिवार के द्वारा अंजाम दिए कामों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
1990 में मुख्यमंत्री रहने के दौरान मुलायम सिंह ने कारसेवकों पर गोली चलवाई थी। हाल ही में अखिलेश ने राम मंदिर के लिए चंदा जुटाने वालों को चंदाजीवी कहा था। इस पर अपर्णा ने कहा, ‘नेताजी के समय क्या हुआ, इस पर मैं टिप्पणी नहीं करना चाहती। बीता समय कभी भी भविष्य की बराबरी नहीं कर सकता। हम वर्तमान और भविष्य हैं। मैंने अपनी इच्छा से दान दिया है। मैं अपने परिवार द्वारा लिए फैसलों की जिम्मेदारी नहीं ले सकती। मेरा मानना है कि हमारी आने वाली पीढ़ियों को रामभक्त होना चाहिए।’
हमारे पूर्वजों ने राम जन्मभूमि के लिए लड़ाई लड़ी
अपर्णा
ने यह दावा भी किया कि हमारे पूर्वजों ने राम जन्मभूमि के लिए लड़ाई लड़ी।
यह भी कहा कि भगवान राम हमारे देश का चरित्र निर्धारित करते हैं। हर
भारतीय को जिम्मेदारी है कि वह खुद से आगे आकर जितना संभव हो, मंदिर के लिए
उतना दान दे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अवध प्रांत प्रमुख प्रशांत भाटिया ने कहा कि हम हर व्यक्ति तक पहुंच रहे हैं। इसमें कोई धर्म आड़े नहीं आएगा। यह दान नहीं है। यह भगवान के चरणों में समर्पण है। हम भगवान को दान नहीं दे सकते। सबकुछ तो उन्हीं का है। इसे दान कहना ठीक नहीं होगा।
धन संग्रह के नियमों में हुआ बदलाव
समर्पण निधि संग्रह
अभियान में अब डिजिटल लेन-देन नहीं होगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि अब धन संग्रह के लिए UPI और बारकोड
का इस्तेमाल नहीं होगा। गड़बड़ी मिलने की वजह से निर्णय लिया गया है। अभी
जानकारी के अनुसार 1500 करोड़ रुपए मिल चुके हैं। चंपत राय ने बताया देश मे
सभी से अपील की जा रही है कि लोग चांदी न दें। उसकी कोई जरूरत अभी नहीं है
0 फुट गहरी नींव खोदी गई
राम
मंदिर निर्माण के लिए जन्मभूमि स्थल पर नींव खुदाई का काम चल रहा है।
गर्भगृह स्थल पर 400 फुट लंबे और 250 फुट चौड़े स्थान पर खुदाई का कार्य चल
रहा है। यहां पर करीब 20 फुट तक मिट्टी को हटाया जा चुका है। अब गर्भगृह
स्थल से मिट्टी को हटाए जाने के साथ मलबे को सुरक्षित भी किया जा रहा है।
इसे निर्माण कार्य पूरा होने के बाद दोबारा परिसर में ही इस्तेमाल किया
जाएगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि भगवान श्रीराम के जन्मस्थान से देश के करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। इसके लिए बहुत से लोगों ने बलिदान भी दिया है।
updated -20/fer 2021 time ;1 ;09 am
जान दे दी...परीक्षा नहीं छोड़ी-- मैट्रिक का होनहार छात्र रोहित (16) परीक्षा देते हुए मौत से हार गया। वह पढ़-लिखकर कुछ बनना चाहता था, इसीलिए तेज बुखार होने के बावजूद परीक्षा देने चला गया। रास्ते में एक बार बेहोश भी हो गया, फिर भी रुका नहीं कि कहीं साल बर्बाद न हो जाए।
रोहित बिहारशरीफ के आदर्श हाईस्कूल परीक्षा केंद्र पर पहुंचा था। उसकी तबीयत ठीक न होने के कारण परीक्षा में बैठने नहीं दिया जा रहा था। परीक्षा केंद्र से जिला नियंत्रण कक्ष को भी इसकी जानकारी दे दी गई। वहां से फिर रोहित के परिवार को सूचना दी गई। इस पर उसकी मां परीक्षा सेंटर पर आईं और गुजारिश करने लगीं कि बेटे की बहुत ज्यादा इच्छा है, इसलिए उसे परीक्षा देने दिया जाए।
पेपर के दौरान ही उसकी तबीयत और बिगड़ गई। उसे फौरन अस्पताल भिजवाया गया। मां भी साथ गईं। हॉस्पिटल में मां के सामने ही बेटे ने दम तोड़ दिया। डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। डॉक्टरों ने कहा कि रोहित अस्थमा का पेशेंट था। उसे बुखार था और कुछ नहीं।
बेटे की जान जाने पर मां बदहवास हो गई। बेटे का सिर गोद में लेकर बैठी रही। शव रिक्शे में रखकर घर ले गई। तेल्हाड़ा के राडिल गांव में रहने वाला रोहित मैट्रिक परीक्षा के लिए दोस्तों के साथ बिहारशरीफ पहुंचा था।
दोस्त ले जा रहे थे अस्पताल, लेकिन नहीं माना
परिवार
ने बताया कि गुरुवार रात से ही रोहित की तबीयत बिगड़ गई थी। शुक्रवार को जब
वह परीक्षा देने जा रहा था, उस वक्त भी वह रास्ते में बेहोश हो गया।
दोस्तों ने जब अस्पताल ले जाने की बात कही तो उसने मना कर दिया और परीक्षा
देने चला गया। रोहित का एक बड़ा भाई और एक बहन हैं। बड़ा भाई राहुल दिल्ली
में प्राइवेट कंपनी में काम करता है।
जिस परीक्षा के लिए गई जान, पेपर लीक होने पर वही कैंसिल हो गई
रोहित
बुखार में जो पेपर देने के लिए आया, उसे शुक्रवार शाम में बिहार बोर्ड ने
उसे कैंसिल कर दिया। भास्कर ने सुबह ही पेपर वायरल होने की सबसे पहले खबर
दी थी, लेकिन बिहार बोर्ड ने एग्जाम शुरू होने तक इसपर प्रतिक्रिया नहीं
दी। पहली पाली में ही रोहित परीक्षा देने गया था और देर रात इसी को कैंसिल
किया गया। जमुई की SBI शाखा के स्ट्रांग रूम से गुरुवार रात ही पेपर लीक हो
गया था।
अवैध खनन रोकने के लिए एंटी माइनिंग टीम का गठन--kotdwara--news
कोटद्वार नदियों में हो रहे अवैध खनन को रोकने के लिए उप जिलाधिकारी अपर्णा ढोडियाल ने एंटी माइनिंग टीम का गठन किया।इस टीम में पुलिस के एक सब इंस्पेक्टर,तहसीलदार,खनन अधिकारी,वन विभाग के कर्मचारी व होमगार्ड के जवानों को तैनात किया गया यह टीम 24 घंटे कौड़िया चेक पोस्ट पर निगरानी रखेगी! साथ ही कौड़िया चेक पोस्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद भी टीम के द्वारा ली जाएगी! इस टीम के गठन के बाद अवैध खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है। क्योंकि अवैध खनन से भरे डंपर कौड़िया चेक पोस्ट से ही जाते है। भारी वाहनों को बाहर जाने का और कोई दूसरा रास्ता नहीं है। स्थानीय प्रशासन की इस पहल से अवैध खनन पर काफी हद तक रोक लगने की उम्मीद जताई जा रही है। कोटद्वार की नदियों में दिन रात होते अवैध खनन से नदियों को बचाए जा सकते हैं।
updated -19 fer 2021 time ;1 ;05 am
आर्य कन्या इंटर कालेज कोटद्वार में छात्राओं को किया जागरूक ---
कोटद्वार। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जनपद पौड़ी गढ़वाल, कु0 रेणुका देवी द्वारा जनपद के समस्त थाना प्रभारियों को स्कूल/कॉलेजों में जागरूक्ता अभियान” चलाने हेतु निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में ए.एच.टी.यू. कोटद्वार द्वारा आर्य कन्या पाठशाला इंटर कालेज कोटद्वार में छात्राओं को बढ़ते हुए अपराधों की रोकथाम, मानव तस्कारी, साइबर अपराधों से बचाव, सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों व डायल-112 आदि के बारे में जानकारी दी गयी। छात्राओं को बताया गया कि यदि उनके साथ कोई भी व्यक्ति अपमानजनक व्यवहार करता है या छेड़छाड़ करता है तो इस तरह की घटनाओं को कदापि नजरअंदाज न करें, इसकी सूचना तत्काल अपने परिजनों और पुलिस को दें। बढ़तl नशl चिंता का विषय है नशा एक भयंकर बीमारी का रूप लेता जा रहा है जो युवा पीढ़ी को लगातार अपनी गिरफ्त में ले रहा है। इससे समाज में कैंसर जैसी कई लाइलाज बीमारी भी तेजी से पैर पसार रही हैं। शराब,smack सिगरेट, तंबाकू, एवं ड्रग्स जैसे जहरीले पदार्थ के सेवन ने युवाओं को अपराध के रास्ते पर धकेलना शुरू कर दिया है। नशा अपराध की दुनिया की पहली सीढ़ी है, इसीलिए हमें अच्छे समाज की रचना के लिए नशे पर अंकुश लगाना होगा। यातायात नियमों, बढ़ते इंटरनेट के प्रयोग व ऑनलाइन गेम के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई तथा छात्र-छात्राओं को साइबर अपराधों व महिला संबंधित अपराधों के लिए जागरूक किया गया .छात्राओं को यातायात के नियमों की जानकारी देने के साथ-साथ Uttarakhand Traffic Eye App, डीएल निरस्तीकरण संबंधी मामलों, संशोधित मोटर वाहन अधिनियम, E-challan System के सम्बन्ध में विस्तृत रुप से आम जन को जानकारी दी गयी सभी से यातायात के नियमों का पालन करने की अपील की गयी। इस अवसर पर प्रभारी ए.एच.टी.यू. श्री रणवीर चन्द्र, नरेश नौटियाल, स्कूल के शिक्षकगण आदि उपस्थित रहे।
कोटद्वार कांग्रेस कमेटी का डीजल पेट्रोल के दामों के खिलाफ प्रदर्शन-----
kotdwara- कांग्रेस कमेटी द्वारा केंद्र सरकार की किसान एवं जन विरोधी नीतियों के साथ डीजल पेट्रोल के दामों और घरेलू गैस के दामों में लगातार हो रही वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर पुतला दहन किया।केंद्र सरकार द्वारा बेहतासा पेट्रोल डीजल मूल्य वृद्धि पर अंकुश लगाने एवं प्रदेश सरकार के घोटाले की सीबीआई जांच की मांग लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया। कांग्रेसियों ने कहा कि अगर आम जनता की मांगे पूरी नहीं होती है तो कांग्रेस पार्टी प्रदेश में केन्द्र और राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन करने को बाध्य होगी।प्रदर्शन में चंद्र मोहन खर्कवाल ( जिलाध्यक्ष ), संजय मित्तल( महानगर अध्यक्ष), अमित राज सिंह ( यूथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष ), विजय रावत( कोटद्वार यूथ कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष ), कृष्णा बहुगुणा ( महिला जिला अध्यक्ष ), शकुंतला चौहान महिला नगर कांग्रेस अध्यक्ष, बलबीर सिंह रावत ( जिला प्रवक्ता), वीरेंद्र सिंह रावत, राजेंद्र गुसाईं, प्रीति सिंह, दर्शन सिंह रावत आदि कार्यकर्ता प्रदर्शन में मौजूद रहे।
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NEWS-न्यूज़
अपडेट -18 -02 -2021
देश में पहली बार होगी महिला को फांसी:
देश में पहली बार किसी महिला को फांसी दी जाएगी। दोषी महिला को मथुरा की महिला जेल में बने फांसी घर में लटकाया जाएगा। फांसी कब होगी, इसकी अभी कोई तारीख तय नहीं हुई है। फांसी घर की मरम्मत और फंदे के रस्सी का ऑर्डर दिया जा चुका है। मेरठ में रहने वाले पवन जल्लाद ने कहा कि मथुरा जेल के अफसरों ने संपर्क किया है। जैसे ही बुलावा आएगा, पहुंच जाऊंगा।
13 साल पहले अमरोहा की रहने वाली शबनम ने प्रेमी के साथ मिलकर परिवार के 7 लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी थी। राष्ट्रपति ने 15 फरवरी को उसकी दया याचिका खारिज कर दी। शबनम अभी रामपुर जेल में बंद है, जबकि उसका प्रेमी आगरा जेल में है।
अमरोहा के बाबनखेड़ी गांव की निवासी शबनम ने 15 अप्रैल 2008 को अपने प्रेमी सलीम के साथ मिलकर अपने पिता शौकत अली, मां हाशमी, भाई अनीस अहमद, उसकी पत्नी अंजुम, भतीजी राबिया और भाई राशिद के अलावा अनीस के 10 महीने के बेटे अर्श की हत्या कर दी थी। सभी को पहले दवा देकर बेहोश किया गया और इसके बाद अर्श को छोड़कर अन्य को कुल्हाड़ी से काट डाला था। शबनम ने अर्श का गला दबाकर उसे मारा था।
अमरोहा जिले के हसनपुर क्षेत्र के बावनखेड़ी गांव में रहने वाले शिक्षक शौकत अली के 25 साल की बेटी शबनम ने अपने ही पिता शौकत अली ,मां हाशमी, भाई अनीस, राशिद, भाभी अंजुम, भतीजी शबनम व दस महीने का मासूम भतीजा अर्श रहते थे। शबनम अपने पिता की इकलौती लड़की थी और उसको पिता शौकत अली ने लाड़-प्यार से पाला था। शबनम को पिता ने अच्छा पढ़ाया लिखाया था। शबनम एक पोस्टग्रेजुएट महिला थी और स्कूल में शिक्षामित्र के तौर पर पढ़ाती थी। इस दौरान उसे गांव के ही सलीम से प्यार हो गया था। सलीम गांव में आरा मशीन चलाने वाले अब्दुल रऊफ का लड़का था। सलीम आठवीं पास था। और अपने पिता के साथ आरा मशीन में ही काम करता था। शबनम और सलीम दोनों शादी करना चाहते थे परंतु शबनम के घरवालों को यह मंजूर नहीं था। शबनम के परिवार को यह रिश्ता शायद इसीलिए मंजूर नहीं था क्यों की शबनम का परिवार हर तरह से संपन्न था और सलीम का परिवार उनकी हैसियत के सामने कम था।
घरवालों की नामंजूरी की वजह से शबनम का अक्सर उनसे झगड़ा होता था। परिवार के खिलाफ जाकर दोनों रात को चोरी-छिपे मिलने लगे। शबनम रात को प्रेमी सलीम को घर बुलाने लगी। इसी बीच शबनम बिना शादी ही गर्भवती हो गई थी। अब शबनम के पेट में सलीम का बच्चा पल रहा था। घरवालों के शादी के लिए न मानने पर दोनों शबनम और सलीम परेशान रहते थे।
दोनों ने प्यार को परवान ना चढ़ता देख एक खौफनाक साजिश रची जिसने पूरे देश को हिला कर रख दिया था। 14 अप्रैल 2008 की रात को शबनम ने अपने प्रेमी सलीम को घर बुलाया। इससे पहले शबनम ने अपने परिवार को खाने में नींद की गोली खिलाकर सुला दिया था। उस दिन शबनम की फुफेरी बहन राबिया भी उनके घर आई हुई थी। रात में शबनम व सलीम ने मिलकर नशे की हालत में सो रहे पिता शौकत, मां हाशमी, भाई अनीस, राशिद, भाभी अंजुम, फुफेरी बहन राबिया व दस माह के भतीजे अर्श का कुल्हाड़ी से गला काट कर मौत की नींद सुला दिया था।घटना को अंजाम देकर सलीम तो वहां से भाग गया था, लेकिन शबनम रात भर घर में ही रही। तड़के में उसने शोर मचा दिया कि बदमाश आ गए हैं। शोर सुनकर गांव के लोग मौके पर पहुंचे और वहां का नजारा देख पैरों तले जमीन खिसक गई। गांव वालों ने जाकर देखा तो मासूम समेत सभी सात लोगों के शव गले से कटे हुए पड़े थे। शौकत अली के घर का मंजर खौफनाक था। घर का हर एक शख्स मर चुका था, सिवाय एक के वो थी शबनम। शबनम के अनुसार वो बच गई क्यूंकि वो उस समय बाथरूम में थी। शबनम ने पुलिस को बताया कि घर में बदमाशों ने धावा बोलकर सबको मार डाला हैं। उसने बताया कि हमलावर लुटेरे छत के रास्ते आए थे। इस हत्याकांड की खबर प्रदेश समेत पूरे देश में फैल चुकी थी। पुलिस ने मामले की जांच करना शुरू करी। पुलिस ने शबनम के बयान को आधार पर बनाकर जांच शुरू किया। जब शबनम के घर की छत पर जाकर देखा तो जमीन और छत के बीच करीब 14 फुट की ऊंचाई थी।जहां सीढ़ी लगाने का भी कोई नामों निशान नहीं था। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि छत पर किसी के चढ़ने-उतरने के कोई निशान मौजूद नहीं थे। छत से नीचे आने वाले ज़ीने में भी बड़ा लोहे का दरवाजा लगा था। जिसे आसानी से खोला नहीं जा सकता था। घर का मजबूत लोहे का दरवाजा तोड़कर अंदर आना नामुमकिन सा था।
जांच के दौरान जब मृतकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आती हैं तो उससे पुलिस को पता चलता हैं कि मृतकों की हत्या करने से पहले उन्हें बेहोशी की दवाई भी दी गई थी। पुलिस को इससे ज्ञात होता है कि क़त्ल करने वाला घर का ही कोई सदस्य हैं। जांच के दौरान पुलिस ने हत्याकांड वाले दिन की शबनम के फोन की कॉल डिटेल निकलवाई। पुलिस ने पाया कि शबनम ने 3 महीने में एक नंबर पर 900 से ज्यादा बार फोन किया था। पुलिस ने जांच में पाया कि घटना की रात शबनम और एक नंबर के बीच 52 बार फोन पर बातचीत हुई थी। पुलिस ने उस नंबर की जांच की तो पाया कि वो नंबर गांव के ही सलीम का था। कॉल डिटेल आने के बाद पुलिस के सामने इस सामूहिक हत्याकांड की तस्वीर साफ होने लगी थी। पुलिस ने बिना देर किए सलीम को हिरासत में ले लिया था। फिर शबनम और सलीम से पूछताछ की गई। पहले शबनम अपनी लुटेरों वाली कहानी बताती रही लेकिन पुलिस के सख्ती के बाद सलीम और शबनम ने मुंह खोल दिया और सारी सच्चाई बयां कर दी कि कैसे उन दोनों ने मिलकर परिवार के सात सदस्यों की दर्दनाक हत्या करी।यह केस इतना हाईप्रोफाइल बन गया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती खुद अगले दिन शबनम से मिलने आई थी जब तक यह नहीं पता चल पाया था कि शबनम ने यह सब हत्या ख़ुद की हैं
15 जुलाई 2010 को ट्रायल कोर्ट ने दोनों को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। इसके बाद हाईकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट ने भी फांसी बरकरार रखी। शबनम ने बेटे का हवाला देते हुए माफी की मांग की थी। 2015 सितंबर में UP के गवर्नर राम नाईक ने भी शबनम की दया याचिका याचिका खारिज कर दी थी। जेल में ही शबनम ने बेटे को दिया था जन्म
जेल
में रहने के दौरान शबनम ने 14 दिसंबर 2008 को बेटे को जन्म दिया था। उसका
बेटा जेल में उसके साथ ही रहा था। 15 जुलाई 2015 में उसका बेटा जेल से बाहर
आया, इसके बाद शबनम ने बेटे को उस्मान सैफी और उसकी पत्नी सौंप दिया था।
उस्मान शबनम का कॉलेज फ्रेंड है, जो बुलंदशहर में पत्रकार है।
शबनम ने उस्मान को बेटा सौंपने से पहले दो शर्तें रखी थी। उसके बेटे को कभी भी उसके गांव में न ले जाया जाए, क्योंकि वहां उसकी जान को खतरा है और दूसरी शर्त ये थी कि बेटे का नाम बदल दिया जाए।
फिलहाल शबनम बरेली जेल में बंद हैं वहीं तो सलीम आगरा जेल में बंद है। डेथ वारंट जारी होते ही शबनम-सलीम को फांसी दे दी जाएगी। आजादी के बाद शबनम पहली महिला होगी जिसे फांसी दी जाएगी।
फाॅर्स टुडे न्यूज़ ने राकेट टिकैत की संपत्ति पर एक रिपोर्ट तैयार की है- अपडेट -17 -02 -2021
राकेट टिकैत की संपत्ति का खुलासा राकेश टिकैत की कमाई सुनकर ---------फाॅर्स टुडे न्यूज़ रिपोर्ट
राकेश टिकैत करीब 2 महीने से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान भी उनका कारोबार फल-फूल रहा है. उनकी करोड़ों की संपत्ति बढ़ती जा रही है.
खुद को किसानों का नेता कहते हैं. उन किसानों के हक की लड़ाई लड़ने का दावा करते हैं, जिनकी जिंदगी कर्ज के बोझ तले दबी होती है और कई तो इसी बोझ में दबकर खुदकुशी कर लेते हैं. किसानों की औसत कमाई कितनी है? एक महीने में सिर्फ 6400 रुपये.
और राकेश टिकैत की कमाई कितनी है? तो चलो बताते है।
किसान 6 महीने फसल उगाते हैं और 6 महीने बेरोजगार रहते हैं.कृषि प्रधान भारत में हमारे किसानों की गरीबी किसी से छिपी नहीं है. आंकड़ों के मुताबिक भारत में 100 में से 52 किसान ऐसे हैं, जिनपर औसतन 1 लाख 40 हजार रुपए का कर्ज है. साल 2019 में 10 हजार किसानों ने आत्महत्या की. .
राकेश टिकैत की 4 राज्यों में संपत्ति है- और वो राज्य हैं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और महाराष्ट्र. एक आंकड़े और अनुमान के मुताबिक राकेश टिकैत की देश के 13 शहरों में संपत्ति है, जिनमें मुजफ्फरनगर, ललितपुर, झांसी, लखीमपुर खीरी, बिजनौर, बदायूं, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, देहरादून, रूड़की, हरिद्वार और मुंबई शामिल हैं. एक अनुमान के मुताबिक राकेश टिकैत की संपत्ति करीब 80 करोड़ रुपये की है. 2 महीने से दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इस दौरान भी उनका कारोबार फल-फूल रहा है. उनकी करोड़ों की संपत्ति और बढ़ती जा रही है. राकेश टिकैत दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल थे उनके तीन बच्चे हैं. एक बेटा जिसका नाम चरण सिंह है और दो बेटियां सीमा टिकैत और ज्योति टिकैत है.
राकेश टिकैत की दोनों बेटियों की शादी हो चुकी है. राकेश टिकैत की छोटी
बेटी ज्योति टिकैत ऑस्ट्रेलिया में रहती है. ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न शहर
में 8 फरवरी को कृषि बिल के विरोध में बैठे प्रदर्शनकारियों के समर्थन में
रैली आयोजित की गई थी, जिसमे खुद टिकैत की बेटी मौजूद थी और ऑस्ट्रेलिया के
लोगों से किसान आंदोलन के समर्थन करने के लिए बोल रही थी राकेश टिकैत ने गैरकानूनी रूप से हिरण पाल रखा है. भारत मे हिरन सहित किसी भी जंगली जानवर को पकड़कर बंद करना दंडनीय अपराध है. राकेश टिकैत का कारोबार 1. ज़मीन2. पेट्रोल पंप3. शोरूम4. ईंट-भट्टे अदि
updated-17-fer-2021 time -1;00 am
गर्भवती के कंधे पर लड़के को बैठाकर 3 किमी घुमाया,
मध्यप्रदेश के गुना में 5 महीने की गर्भवती के साथ बदसलूकी का मामला सामने आया है। महिला का पति उसे दूसरे युवक के पास छोड़ गया था। इस बात से नाराज महिला के ससुराल पक्ष वालों ने उसका जुलूस निकाला। महिला के कंधे पर एक बच्चे को बैठाकर 3 किमी तक ऊबड़-खाबड़ रास्ते पर नंगे पैर घुमाया गया। रास्तेभर महिला को लाठी-डंडे से पीटते रहे, पत्थर भी मारे।
पुलिस रिकॉर्ड में घटना 9 फरवरी की है, लेकिन सोमवार यानी 15 फरवरी को इसका वीडियो वायरल हुआ। पुलिस ने मामले में गंभीरता नहीं दिखाई। आरोपी ससुर, जेठ और देवर को केवल मारपीट का केस दर्ज कर थाने से ही जमानत पर रिहा कर दिया
पति का फोन आया- छोड़ दो, मत मारो, लेकिन किसी ने नहीं सुनीमहिला गुना के बांसखेड़ी गांव की रहने वाली थी। उसने बताया कि दो महीने पहले पति सीताराम मुझे सांगई गांव में डेमा के घर छोड़कर इंदौर चले गए। जाते वक्त बोले- ‘मैं तुम्हें अब नहीं रख सकता, तुम डेमा के साथ ही रहो।’ 6 फरवरी को मेरे ससुर गुनजरिया वारेला, जेठ कुमार सिंह, केपी सिंह और रतन आए और घर चलने के लिए कहा।
‘मैंने मना किया तो मुझे पीटने लगे। मेरे कंधे पर गांव के एक लड़के को बैठा दिया और सांगई से बांसखेड़ी ससुराल तक 3 किमी तक नंगे पैर ले गए। मेरे पेट में पांच महीने का गर्भ है। फिर भी ससुर और जेठ मुझे घसीटते रहे। डंडे, पत्थर, क्रिकेट के बल्ले से पैरों में मारते रहे। इस दौरान पति का भी फोन आया। उसने सबसे मुझे छोड़ने का आग्रह किया, लेकिन किसी ने नहीं सुनी।’
जमानती धाराओं में केस दर्ज, पुलिस ने दी सफाईपुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 294 (गाली देना), धारा 323 (धक्का देना, चांटा मारना), धारा 506 (जान से मारने की धमकी) के तहत केस दर्ज किया है। सभी धाराएं जमानती हैं। इनमें तीन महीने से लेकर दो साल तक की सजा हो सकती है। गुना एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने कहा कि घटना मेरे पदभार संभालने से पूर्व हुई है। इस मामले में सख्त धाराएं लगाएंगे।
मध्यप्रदेश के सीधी बस हादसे में 51 की मौत:-
मध्यप्रदेश- के सीधी जिले में मंगलवार सुबह 7:30 बजे बड़ा हादसा हो गया। ड्राइवर समेत 62 लोगों के साथ सतना जा रही बस 22 फीट गहरी बाणसागर नहर में गिर गई। अब तक 51 लोगों के शव मिल चुके हैं। 7 लोगों की जान बच गई, जबकि 4 लोग अभी भी मिसिंग हैं। मरने वालों में 16 यात्रियों की उम्र 25 साल या उससे कम है। 51 शवों के पोस्टमॉर्टम के लिए रामपुर नैकिन में डॉक्टर कम पड़ गए। जिलेभर से डॉक्टरों को बुलाया गया, तब जाकर सभी शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ।
माना जा रहा है कि कुछ शव बह गए हैं। रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले ही एक महिला, एक लड़की और उसके भाई ने सात लोगों को बचा लिया। बस का ड्राइवर खुद तैरकर बाहर आ गया, जिसे बाद में हिरासत में ले लिया गया।
बस में क्षमता से ज्यादा लोग सवार थे, कई एग्जाम देने जा रहे थे
हादसा
रामपुर नैकिन के पास सरदा गांव में हुआ। यह जगह सीधी से 80 किलोमीटर और
सतना से करीब 100 किलोमीटर दूर है। बस सुबह 6 बजे सीधी से रवाना हुई थी।
इसमें 32 लोग बैठाए जा सकते थे, लेकिन ड्राइवर ने 60 से ज्यादा लोग भर लिए
थे। इनमें ज्यादातर सीधी और सिंगरौली जिले के रहने वाले थे। 12
लड़के-लड़कियां रेलवे, NTPC और नर्सिंग का एग्जाम देने सतना और वहां से रीवा
जाने के लिए अपनी मां या पिता के साथ इस बस में सवार हुए थे।
बस का पिछला टायर फिसल रहा था, ब्रेक नहीं लग पाए और बस नहर में जा गिरी
ड्राइवर
बस को लेकर सीधी से चुरहट और रामपुर नैकिन तक लेकर आया। फिर उसने बस को
बगवार गांव में मोड़ दिया। यहां से बस सरदा गांव पहुंची। इस गांव से जो
रास्ता सतना की ओर जाता है, उसके साथ-साथ नहर चलती है। यहां एक जगह आकर
रास्ता संकरा हो जाता है।
चश्मदीदों ने बताया कि बस का पिछला टायर नहर की ढलान की ओर जाने लगा। ड्राइवर ने ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन ब्रेक लगे नहीं और बस बेकाबू होकर नहर में जा गिरी। सतना में रजिस्टर्ड यह बस जबलानाथ परिहार ट्रेवल्स से जुड़ी हुई थी।
बाणसागर नहर से निकाले गए शवों में से 45 की पहचान कर ली गई है। इसमें से ज्यादातर युवा हैं, जो रेलवे और बीएससी नर्सिंग की परीक्षा देने के लिए रीवा और सतना जा रहे थे। जिन 51 शवों की पहचान की गई है, उनमें से 16 यात्रियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच थी। दो साल के बच्चे की भी हादसे में मौत हुई है।
Updated:Feb 16 , 2021, 01 04AM
कांग्रेस नेता विद्या रानी बोलीं- किसान आंदोलन हमें चलाना है; पैसा हो या शराब, हर तरह से किसानों की मदद करें--
किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी मोदी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। इस बीच कांग्रेस की एक नेता के बयान ने पार्टी की किरकिरी करा दी है। हरियाणा की नेता विद्या रानी ने कहा कि किसान आंदोलन हम नेताओं को चलाना है। किसानों की हर तरह से मदद करें। जो पैसा दे सकता है, वो पैसा दे। कुछ लोग शराब भी दे सकते हैं। विद्या रानी ने यह बयान रविवार को दिया था। बाद में इसका वीडियो वायरल हो गया।विद्या रानी हरियाणा के जींद में कांग्रेस नेताओं से बातचीत कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन तो खत्म हो गया था, लेकिन 26 जनवरी के बाद ये फिर मजबूती से खड़ा हुआ है। अब हम लोगों को इस आंदोलन को आगे ले जाना है। ऐसे में आंदोलन कर रहे किसानों की हर तरह से मदद करनी चाहिए। जो सब्जी दे सकता है वो सब्जी दे, जो घी दे सकता है वो घी दे। पैसे से उनकी सहायता करनी चाहिए।
विद्या रानी जींद जिले के गांव दनोदा की रहने वाली हैं। वह कांग्रेस की टिकट पर 2014 और 2019 में नरवाना से विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं। दोनों ही बार उनकी हार हुई थी। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने उनके बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस स्तर तक गिर गई है। यह दिखाता है कि किसानों का आंदोलन कांग्रेस के लिए क्या मायने रखता है।
टिकैत बोले- ऐसे लोगों को कुछ करने की जरूरत नहीं
विद्या
रानी के बयान पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा, 'यहां
शराब का क्या काम? मुझे नहीं पता कि उन्होंने ऐसे बयान क्यों दिए? ऐसे
लोगों को आंदोलन में कुछ करने की जरूरत नहीं है। यह गलत है और ऐसा नहीं
होना चाहिए। वे अपने आंदोलन में जो चाहें बांट सकते हैं।'
चमोली हादसे के रेस्क्यू का आज 9वां दिन है--
स्टेट डिजास्टर रिस्पांस
फोर्स (SDRF) ने रैणी गांव के पास अलार्म सिस्टम लगा दिया है। ये ऋषिगंगा
और धौलीगंगा नदी का जलस्तर बढ़ते ही गांव वालों को अलर्ट कर देगा, ताकि समय
रहते आस-पास के इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा
सके।तपोवन इलाके से अब तक
54 शव बरामद किए गए हैं। NTPC की टनल में फंसे 32 मजदूरों को निकालने के
लिए कोशिशें जारी हैं, पर जैसे-जैसे वक्त बीत रहा है, उम्मीदें भी कम होती
जा रही है। इस टनल से अब तक 5 शव मिले हैं।
टनल के भीतरी इलाके में कैमरा ऑपरेट करने की कोशिश
चमोली में जो 53 शव बरामद किए गए हैं, उनमें ज्यादातर तपोवन इलाके में ही मिले हैं। इनमें भी सबसे ज्यादा संख्या NTPC की टनल और रैणी गांव से मिलने वाले शवों की है। अभी टनल में 32 वर्कर्स के फंसे होने की आशंका है। टनल में 135 मीटर तक मलबा साफ कर दिया गया है। अब टनल से लगी एक सुरंग में किए गए होल का मुहाना चौड़ा करने की कोशिश की जा रही है ताकि इसमें वर्कर्स की तलाश में कैमरा ऑपरेट किया जा सके।
रेस्क्यू टीम को उम्मीद है कि टनल में अभी भी ऑक्सीजन है और कुछ ऐसी जगहें भी होंगी, जिनमें मजदूर सुरक्षित हो सकते हैं। अधिकारियों का कहना है कि हम जल्द से जल्द मजदूरों को निकालने की कोशिश कर रहे हैं। NTPC के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने बताया कि तपोवन टनल में मिलने वाले शव ऐहतियात से निकाले जा रहे हैं ताकि परिजनों को सौंपे जा सकें।
अभी 150 लोग लापता, सर्च ऑपरेशन तेजउत्तराखंड पुलिस के मुताबिक, आपदा के बाद कुल 206 लोगों के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इनमें अभी 150 लोगों की तलाश जारी है।
Updated:Feb 15 , 2021, 01 08 AM
सुरंग में फंसे लोगों के जिंदा होने की उम्मीद-
चमोली के तपोवन में रेस्क्यू ऑपरेशन का रविवार को आठवां दिन है। आज NTPC की
टनल से 5 और शव बरामद किए गए हैं। रैणी गांव से भी 6 बॉडी मिली हैं। वहीं,
एक शव (मानव अंग) रुद्रप्रयाग से मिला है। अब तक मिलने वाले शवों की
संख्या 50 हो गई है। शाम को सुरंग के अंदर एक और बॉडी का पता चला है जिसे
निकालने की कोशिश जारी है। सुबह दो बॉडी बरामद होने के बाद टनल में
रेस्क्यू ऑपरेशन तेज कर दिया गया था। रेस्क्यू टीम ने कहा कि हमें अभी भी
टनल में फंसे लोगों को बचा लेने की उम्मीद है। इस टनल में 32 वर्कर्स के
अभी भी फंसे होने की आशंका है।
NDRF के कमांडर पीके तिवारी के हवाले से कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि टनल के अंदर कुछ लोग अभी भी जीवित हैं। तिवारी ने कहा कि हम अपने अनुभव के आधार पर अभी भी निराश नहीं हुए हैं। हमें लगता है कि टनल में अभी भी ऑक्सीजन मौजूद है और ऐसे गैप भी जिनमें लोग जिंदा रह सकते हैं। हमारे 100 से ज्यादा साइंटिस्ट लगातार रास्ते तलाशने में लगे हुए हैं और इन पर तुरंत अमल किया जा रहा है। टीम टनल में 130 मीटर तक पहुंच चुकी है। इस टनल से लगी एक सुरंग में शुक्रवार और शनिवार को होल किया गया है। इसका मुहाना 75 मिमी चौड़ा है। अब कोशिश इसे 300 मिमी चौड़ा करने की है ताकि कैमरा और पानी बाहर फेंकने वाला पाइप इन्स्टॉल किया जा सके।
सुबह मिले दोनों शव उत्तराखंड के निवासी थे। शवों की शिनाख्त अनिल सिंह निवासी कालसी और आलम सिंह निवासी लोयर गांव, गुल्लर घाटी के रूप में हुई है। आलम सीनियर इलेक्ट्रॉशियन था, जबकि अनिल वेल्डर था। अन्य लोग सुरंग से कुछ दूर हो सकते हैं।
एक बड़ी राहत की बात है। ग्लेशियर टूटने से बनी झील से अभी कोई खतरा नहीं है। SDRF के कमांडेंट नवनीत भुल्लर ने 14 हजार फीट की ऊंचाई पर ऋषिगंगा में बनी इस झील का जायजा लिया। ये झील आपदा के बाद ग्लेशियर के टूटने से बन गई है। एरियल व्यू और सैटेलाइट इमेज आने के बाद आशंका जताई जा रही थी कि झील से अचानक पानी का बहाव हो सकता है और फिर से बाढ़ जैसे हालात हो जाएंगे। नवनीत ने झील के पास से ही एक वीडियो बनाकर जारी किया है। उन्होंने बताया कि झील से पर्याप्त मात्रा में पानी डिस्चार्ज हो रहा है, ऐसे में अब कोई खतरा नहीं है।
जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया, पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने बैराज साइड का निरीक्षण किया।
उत्तराखंड पुलिस के मुताबिक, आपदा के बाद कुल 206 लोगों के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इनमें अभी 154 लोगों की तलाश जारी है। रेस्क्यू टीम टनल में अंदर के हाल जानने के लिए ड्रोन और रिमोट सेंसिंग उपकरणों की मदद भी ले रही है। इस टनल की लंबाई करीब ढाई किलोमीटर है।---------
P.M ने सेना को सौंपे 118 अर्जुन टैंक,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तमिलनाडु और केरल के दौरे पर हैं। चेन्नई में उन्होंने 118 हाईटेक अर्जुन टैंक (MK-1A) सेना को सौंपे। इस दौरान आर्मी चीफ एमएम नरवणे भी मौजूद रहे। इस टैंक को DRDO ने 8400 करोड़ की लागत से तैयार किया है। इसके बाद प्रधानमंत्री केरल पहुंचे। यहां उन्होंने कोच्चि में BPCL की 6,000 करोड़ रुपए की प्रोपलीन डेरिवेटिव्स पेट्रोकैमिकल्स कॉम्पलैक्स राष्ट्र को समर्पित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा- आज हम जिस कार्य का शुभारंभ कर रहे हैं उससे सभी सेक्टर्स को फायदा होगा और भारत के विकास को गति मिलेगी। बीपीसीएल कॉम्पलैक्स से फॉरेन एक्सचेंज में फायदा होगा और रोजागार के अवसर बढ़ेंगे। मोदी ने तमिलनाडु में पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी। कहा, "कोई भी भारतीय आज का दिन नहीं भूल सकता है। दो साल पहले आज ही के दिन पुलवामा में हमला हुआ था। हम उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने उस हमले में अपनी जान गंवा दी थी। हमें अपने सुरक्षा बलों पर गर्व है। उनका साहस आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।
-FORCE-TODAY NEWS U.K
Updated:Feb 13 , 2021, 01 04 AM
उत्तर भारत में कांपी धरती-
उत्तर भारत शुक्रवार देर रात भूकंप के झटकों से हिल गया। दिल्ली-NCR,
पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किए
गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र
ताजिकिस्तान था, जहां रात 10:31 बजे 6.3 तीव्रता का भूकंप आया। इसी का असर
भारत के कई राज्यों में महसूस किया गया। हालांकि इससे पहले NCS ने भारत में
आए भूकंप का केंद्र अमृतसर में बताया था। लेकिन बाद में यह जानकारी हटा दी
गई।
दिल्ली में ऊंची रिहायशी इमारतों में रहने वाले लोग आनन-फानन में बाहर निकल आए। हालांकि, निचली इमारतों में रहने वाले बहुत से लोगों ने झटके महसूस नहीं किए। भूकंप रात 10 बजकर 31 मिनट पर आया। जानकारी के मुताबिक, पंजाब के अमृतसर में रात 10 बजकर 34 मिनट पर भूकंप का दूसरा झटका भी महसूस किया गया। इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई। भूकंप के झटके कई सेकंड तक महसूस किए गए। राहत की बात यह है कि अभी तक जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस होने पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 2005 के भूकंप के बाद किसी झटके ने घर से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया।
अतिक्रमण पर चलेगा नगर निगम और पुलिस का डंडा
- घूम रहे आवारा पशुओं जिन पर टैग लगा होगा उन पशुओं के मालिक पर भी लगेगा जुर्माना
- व्यापार संघ रेहड़ी से व्यापार करने वालों को सहयोग नहीं करेगा
शुक्रवार को कोटद्वार नगर निगम आयुक्त पीएल शाह द्वारा पुलिस और कोटद्वार के व्यापारियों के साथ मिलकर बैठक आहूत की गई, जिसमें कोटद्वार के मुख्य बाजारों पर फड़, रेहड़ी और स्वयं दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण हटाने को लेकर बैठक में चर्चा की गई। बैठक में व्यापार संघ के अध्यक्ष महेंद्र बिष्ट, नगर निगम आयुक्त पीएल शाह, उपायुक्त अंकिता जोशी और कोटद्वार सीओ अनिल जोशी व व्यापारियों ने कोटद्वार के मुख्य बाजारों में हो रहे भीड़भाड़ और अतिक्रमण विशेष रूप से गोखले मार्ग बाजार की बिगड़ती स्थिति को लेकर चर्चा की। सभी व्यापारियों ने आश्वासन दिया कि कोटद्वार के मुख्य बाजारों विशेषकर गोखले मार्ग में अवैध अतिक्रमण करने वाले फड और रेहडी व्यापारियों के साथ व्यापार संघ सहयोग नहीं करेगा करेगा। साथ ही महेंद्र बिष्ट ने कहा कि कोटद्वार नगर निगम और पुलिस को उचित बैरिकेडिंग और सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम करने होंगे जिससे कि गोखले मार्ग में अनावश्यक फड और रेहडी से अतिक्रमण ना हो। वहीं व्यापारियों द्वारा भी नगर निगम आयुक्त और पुलिस को सुझाव दिए की जिन दुकानदारों के आगे फड और रेहडी की दुकानें लगती हैं उन पर जुर्माने की व्यवस्था की जाए। जिसे व्यापार संघ ने सर्वसम्मति से मान लिया। नगर निगम आयुक्त पी एल शाह ने बताया कि गोखले मार्ग में अतिक्रमण रोकने के लिए गैर कानूनी रूप से फल और रेहड़ी लगाने वालों पर जुर्माना और चालान की प्रक्रिया चलाई जाएगी, साथ ही जो फड और रेहडी लगाने वाले कोटद्वार में व्यापार करने बाहर से आते हैं उनका लाइसेंस और आईडी तैयार की जाएगी जिससे कि वह कोटद्वार में व्यापार कर सकें। सीओ अनिल जोशी ने बताया कि पुलिस द्वारा गोखले मार्ग बाजार में भीड़भाड़ और अतिक्रमण रोकने के लिए मुख्य रूप से बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाएगी। जिसमें नजीबबाद से आने वाले मार्ग, मस्जिद के सामने, झंडा चौक और गोखले मार्ग के संपर्क मार्ग पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाएगी। तथा शाम 4:00 बजे से 9:00 बजे तक पुलिस द्वारा भीड़ भाड़ रोकने के लिए व्यवस्था बनाई जाएगी। 4:00 बजे से पहले नगर निगम खुद ही यह व्यवस्था देखेगा। इसके अतिरिक्त आवारा पशुओं पर लगाम लगाने के लिए पशुओं पर लगे टैग के आधार पर पशु स्वामी की पहचान कर उन पर भी जुर्माना लगाने की व्यवस्था की जाएगी।
SHAHRUMA-PARVEEN-O;-REP & OPERATION INCHARGE
Updated:Feb 12 , 2021, 01 04 AM
छत्तीसगढ़- पुलिसकर्मियों में लगातार बढ़ती शराब की लत- डीजीपी सख्त--
कोटद्वारा पुलिस पर भी ऐसी ही शक्ति (action)होनी चाहिये.
रायपुर/रजनीः छत्तीसगढ़- पुलिस अधिकारियों की कोशिश है कि विभाग की छवि को सुधारा जाए. पुलिसकर्मियों में लगातार बढ़ती शराब की लत को देखते हुए डीजीपी सख्त हुए
हैं. बताया जा रहा है कि ऐसे सभी पुलिसकर्मियों के लिए पुलिस विभाग विशेष
अभियान चलाएगा, ताकि पुलिसकर्मियों की शराब की आदत छुड़ायी जा सके.
इसलिए शराब के आदी पुलिसकर्मियों पर नजर रखी जा रही है. छत्तीसगढ़ में शराब के आदी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की लिस्ट तैयार की जा रही है. इसके लिए पुलिस उप-महानिरीक्षक ने सभी जिलों से शराब की लत के शिकार पुलिसकर्मियों के नामों की सूची मंगाई है.
नशे के कारोबार में पुलिसकर्मियों की मिलीभगत ना हो इसके लिए भी पुलिस प्रशासन सख्त है. हाल ही में रायपुर एसएसपी ने कहा है कि अगर शराब के कारोबार के साथ किसी पुलिसकर्मी की मिलीभगत मिलती है तो उसे नहीं छोड़ा जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ऐसा ही अभियान कोटद्वारा पुलिस के अधिकारियो को भी चलाना चाहिये। उन पुलिस वालो पर जो पुलिस की छवि ख़राब करते है।
लोगों की सुरक्षा का दम भरने वाली कोटद्वारा बाजार पुलिस चौकी की सुरक्षा व्यवस्था पर एक नज़र-
फाॅर्स-टुडे न्यूज़ -
कोटद्वारा पुलिस लाल बत्ती, झंडा चौक पर हेलमेट,मास्क के चालान काटने में व्यस्त और गोखले मार्ग (सब्जी मंडी) में चोर मस्त।
गोखले मार्ग बाजार में महिला जेबकतरों ने तीन महिलाओं के पर्स गायब कर दिए।कोटद्वारा पुलिस दावा करती है आपराधिक तत्वों पर नजर रखने के लिए पुलिस की ओर से पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।
बाजार चौकी में में तीन दरोगाओं के साथ दो चीता हर समय गश्त करती रहती है। इसके अलावा पुलिस की भी सादे कपड़ों में महिला और पुलिस के जवान गश्त कर महिला एवं बच्चों पर नजर रखते हैं ।मगर बाजार चौकी से चंद मीटर की दूरी पर चोर, पर्स उडा ले जाते हैं। इसका मतलब चोर चीता पुलिस से भि ज्यादा तेज है।
बाजार चौकी मे कोई गरीब चोरी की शिकायत करने जाये तो उसी को उल्टा सीधा कहने लगते है। सट्टा चल रहा है स्मैक दारू ब्रिक रही है। लेकिन कोतवाली में तैनात पुलिसकर्मियों को यह सब नहीं दिखाई देता। और ऐसी ही पुलिस कर्मी पूरे पुलिस विभाग को बदनाम करते है।दादागिरी दिखाने वाले पुलिसकर्मियों के साथ सख्ती बरतना बेहद जरूरी है।.
FORCE TODAY NEWS-WE DON;T FEAR-WE FACE
फाॅर्स-टुडे न्यूज़ हम डरते नहीं सामना करते है
READ-MORE- कोट्द्वारा पुलिस कॉस्टेबल की बतमीज़ी -का जबाब .FORCE-TODAY रिपोर्टर S-PARVEEN ने उसे उसी की भाषा मे जबाब दिया।
Updated:11-fer-2021, 02:32:00 am-
रिश्वत लेने वाली महिला SDM
10 लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप में जेल में बंद SDM पिंकी मीणा 16 फरवरी को जज से शादी करने वाली हैं। राजस्थान हाईकोर्ट की जयपुर बेंच के जस्टिस इंद्रजीत सिंह ने उन्हें 10 दिन की सशर्त जमानत दी है। दौसा में हाईवे बना रही कंपनी से पैसे लेने की आरोपी SDM पिंकी 29 दिनों से जयपुर की घाटगेट जेल में बंद थीं। बुधवार रात उन्हें रिहा कर दिया गया।
पिंकी मीणा को महिला जेल के गेट की बजाय सेंट्रल जेल के मेन गेट से बाहर निकाला गया। उनके परिवार के लोग उन्हें लेने आए थे। वे जयपुर से चौमू के चिथवाड़ी में अपने गांव के लिए रवाना हो गईं। पिंकी को शादी के पांच दिन बाद यानी 21 फरवरी को सरेंडर करना होगा। मामले की अगली सुनवाई 22 फरवरी को होगी।
निचली अदालत ने ठुकरा दी थी जमानत याचिका
SDM मीणा ने जनवरी 2021 में निचली अदालत में जमानत के लिए अर्जी दी थी, लेकिन अदालत ने जमानत देने से मना कर दिया था। सरकारी वकील ने जांच प्रभावित होने का हवाला देते हुए जमानत का विरोध किया था। हालांकि, अब हाईकोर्ट से पिंकी को शादी के 6 दिन पहले जमानत मिल गई है।
दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाईवे बना रही कंपनी से ली थी घूस
ACB
ने 13 जनवरी को हाईवे निर्माण करने वाली कंपनी से 5 लाख की रिश्वत लेते
दौसा SDM पुष्कर मित्तल और 10 लाख की रिश्वत लेने की शिकायत पर बांदीकुई
SDM पिंकी मीणा को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि दोनों SDM ने भारतमाला
परियोजना (दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाईवे) कंपनी के अधिकारियों से रिश्वत की
मांग की थी।
मीणा ने पहली बार में आरएएस क्लियर किया
पिंकी मीणा जयपुर जिले में चौमूं के चिथवाड़ी गांव की रहने वाली हैं। सरकारी स्कूल से पढ़ाई पूरी करने वाली पिंकी मीणा के पिता किसान हैं। उन्होंने पहली बार में ही RAS की परीक्षा क्लियर कर ली थी, लेकिन 21 साल उम्र नहीं होने के कारण वे इंटरव्यू नहीं दे पाई थीं। इसके बाद 2016 में फिर से मेरिट के साथ परीक्षा क्लियर की। पहली पोस्टिंग टोंक में मिली थी।
Updated:8 -fer-2021, 02:32:00 am-
FORCE-TODAY की ग्लेशियर टूटने की ग्राउंड रिपोर्ट -WATCH-VIDEO
FORCE-TODAY आपको हादसे की जगह चमोली के रैणी गांव से ग्राउंड रिपोर्ट दे रहI हैं -PRITI DANGWAL-REP
ग्लेशियर टूटने से 170 लोगों की मौत की आशंका;
चमोली-uttarakhand--
ग्लेशियर टूटने की पूरी घटना का आंखो-देखा हाल चमोली जिले की कुल आबादी 3.90 लाख है। हरा-भरा और पहाड़ों का खूबसूरत नजारा इसकी पहचान है। हालांकि, आज की आपदा ने सबको झकझोर दिया है। आपदा सुबह के करीब दस बजे आई। तपोवन के रैणी गांव के पास सप्तऋषि और चंबा पहाड़ हैं। इन दोनों पहाड़ों के बीच के सबसे निचले हिस्से से ग्लेशियर टूटकर ऋषिगंगा नदी में गिरा। इससे नदी का पानी उफान पर आ गया। देखते ही देखते नदी के पास का मुरिंडा जंगल इसकी चपेट में आकर साफ हो गया। करीब 15 से 20 हेक्टेयर जंगल को नुकसान हुआ। ये वही जंगल है जहां से 1970 में गौरा देवी ने चिपको मूवमेंट शुरू किया था।इसके बाद ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट भी सैलाब की आगोश में समा गया। प्रोजेक्ट में काम कर रहे करीब दो सौ लोग फंस गए। इनमें मजदूर से लेकर प्रोजेक्ट के ऑफिसर हैं। इस पावर प्रोजेक्ट के दूसरे छोर पर रैणी गांव है। इस गांव के आस-पास संभई, जुगजु, जुवाग्वार, रिंगि, तपोवन, भंगुले और धाक गांव हैं। शुक्र है पानी का बहाव इन गांवों की तरफ नहीं आया। नहीं तो हालात हद से ज्यादा बदतर हो जाते। इन गांवों में करीब दो हजार की आबादी रहती है।
ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट को तबाह करने के बाद सैलाब आगे बढ़ा और चीन बॉर्डर को जोड़ने वाला ब्रिज बहा ले गया। ये ब्रिज एकमात्र जरिया है जिससे हमारे सैनिक चीन बॉर्डर पर पहुंचते हैं। ब्रिज टूटने से आस-पास के 12 गांवों से कनेक्शन भी टूट गया। इनमें पल्ला रैणी, लाता, सुराइथोत, तोलम, सुकि, भलगांव, पंगरसु, तमकनाला हैं। घास काटने गईं करीब 30 महिलाएं भी बह गईं। इसके बाद सैलाब धौलीगंगा नदी में जाकर मिल गया। यहां उसकी रफ्तार और तेज हो गई।
चंद मिनटों में ही नदी किनारे का काली मंदिर और NTPC का हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट पानी-पानी हो गया। यहां करीब 180 से 200 लोगों का पता नहीं चल रहा है। अब ये सैलाब पीपल कोटी, नंदप्रयाग, कर्णप्रयाग, रुद्रप्रयाग, श्रीनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार की तरफ बढ़ रहा है, लेकिन गनीमत है कि अब ये कमजोर पड़ गया है। इसकी रफ्तार घट गई है। इससे इन इलाकों में रहने वाले लोगों को कोई खतरा नहीं है।’
अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की है कि वो अफवाहों पर ध्यान न दे। सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 1905, 1070 और 9557444486 जारी किए हैं। सरकार ने अपील की है कि इस घटना के बारे में पुराने वीडियो सर्कुलेट कर अफवाह न फैलाएं। हरिद्वार में कुंभ मेला चल रहा है और इसलिए वहां अलर्ट जारी किया गया है।
हादसे में 170 लोगों के मारे जाने की आशंका है। ntpc प्रोजेक्ट साइट से 10 शव बरामद किए जा चुके थे। यहां दो टनल हैं। itbp के DG विवेक पांडेय ने बताया कि पहली टनल में फंसे सभी 16 लोगों को निकाल लिया गया है। वहीं, दूसरी टनल से देर रात 12 लोगों को रेस्क्यू किया गया। वहां कम से कम 30 लोग अब भी फंसे हुए हैं। राज्य के DGP अशोक कुमार ने बताया कि 900 मीटर लंबी इस टनल में पानी बढ़ जाने से रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ा।
क्यों टूटा ग्लेशियर-
2019 में आई एक स्टडी में है। यह रिपोर्ट बताती है कि 21वीं सदी यानी मौजूदा समय में हिमालय के ग्लेशियरों के पिघलने की रफ्तार पिछली सदी के आखिरी 25 साल के मुकाबले दोगुनी हो चुकी है। यानी, ग्लेशियरों से बर्फ की परत लगातार पिघलती जा रही है।
तापमान बढ़ने से ग्लेशियरों के निचले हिस्से को नुकसान हो रहा है। ऐसे में पानी की कमी के साथ ही हादसे भी बढ़ेंगे। चमोली जैसी घटना इसकी गवाही है। करीब 80 करोड़ लोग सिंचाई, बिजली और पीने के पानी के लिए हिमालय के ग्लेशियरों पर निर्भर हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दशकों में यह बंद हो जाएगा, क्योंकि हम बड़े पैमाने पर ग्लेशियर खो रहे हैं।
चमोली से ग्राउंड रिपोर्ट-FORCE-TODAY NEWS-7-FER-2021
16 साल का लड़का जिंदा रहने पर हर कोई हैरान- प्लेन के लैंडिंग गियर में छिपकर 8000 किमी यात्रा:16 साल का लड़का केन्या से नीदरलैंड्स पहुंचा-
केन्या के नैरोबी एयरपोर्ट से एक कार्गो प्लेन तुर्की और ब्रिटेन होते हुए नीदरलैंड्स पहुंचा यानी कुल 8 हजार किलोमीटर की यात्रा की। प्लेन के लैंडिंग गियर में 16 साल का एक लड़का छिपा रहा। अब वो नीदरलैंड्स के मास्त्रिख्त शहर में एक अस्पताल में है और सेहतमंद है।
यकीन करना मुश्किल-
stuff.co.nz
ने एक रिपोर्ट में इस वाकये की जानकारी दी है। रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार
को केन्या के नैरोबी से Airbus A330 कार्गो फ्लाइट ने टेकऑफ किया। न जाने
कैसे 16 साल का एक कीनियाई लड़का इसके लैंडिंग गियर में छिप गया। तुर्की और
ब्रिटेन में तो प्लेन के हॉल्ट भी हुए।
ब्रिटेन के बाद यह फ्लाइट शुक्रवार दोपहर नीदरलैंड्स के मास्त्रिख्त एयरपोर्ट पहुंची। यहां जब इंजीनियर्स ने प्लेन चेक किया तो लैंडिंग गियर में यह लड़का दिखा। इसे बाहर निकाला गया और फिर चेकअप के लिए अस्पताल भेजा।
जिंदा रहने पर हर कोई हैरान
रिपोर्ट
ने इस लड़के का नाम नहीं बताया गया है। मेडिकल एक्सपर्ट्स के हवाले से यह
जरूर बताया गया है कि इतने लंबे सफर की वजह से उसे हाइपोथर्मिया
(hypothermia) हो गया है। यह एक मेडिकल टर्म है। यह तब होता है जब किसी वजह
से बॉडी टेम्परेचर खतरनाक स्तर तक कम हो जाए। इससे नसें जाम हो सकती हैं
और मौत भी हो सकती है। डॉक्टर हैरान हैं कि यह जिंदा कैसे बच गया।
मुकद्दर का सिकंदर
नीदरलैंड्स
के एविएशन एक्सपर्ट्स यह पता लगाने में जुट गए हैं कि यह एयरक्राफ्ट तक
कैसे पहुंचा? इतने लंबे सफर में इसके छिपे होने की जानकारी किसी भी स्तर पर
क्यों नहीं मिली? फ्लाइट ज्यादातर वक्त 38 हजार फीट की ऊंचाई पर थी। इस
ऊंचाई पर ऑक्सीजन लेवल बेहद कम होता है। ऐसे में जिंदा रहना करीब-करीब
नामुमकिन ही होता है। एक बात और- जब एयरक्राफ्ट लैंड करता है तो व्हील्स
खुलते हैं। कोई छिपा भी हो तो जमीन पर गिरकर मर सकता है। इसके साथ तो यह भी
नहीं हुआ। एक अधिकारी ने कहा- मैं तो इस लड़के को ‘मुकद्दर का सिकंदर’ ही
कह सकता हूं।
इस लड़के ने शुक्रवार को कहा- मैं बिल्कुल ठीक हूं। केन्या में अपनी फैमिली से बातचीत करना चाहता हूं।
दो बार पहले भी यही हुआ, हर बार लाश मिली
2019
में केन्या एयरवेज की एक फ्लाइट में कुछ इस तरह की घटना हुई। यह फ्लाइट
लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पहुंची थी। लैंडिंग के पहले सनबाथ ले रहे एक
व्यक्ति ने फोन करके एयरपोर्ट अथॉरिटी को बताया था कि लैंडिंग गियर में कोई
लटक रहा है।
1997 में भी ऐसा ही हुआ था। इस बार भी फ्लाइट नैरोबी से ही आई थी। यह ब्रिटेन के गैटविक एयरपोर्ट पर लैंड हुई। इसके अगले लैंडिंग पार्ट (nose-wheel bay) पर एक कीनियाई की लाश मिली थी।
Updated:5 -fer-2021, 011 :32:00 pm-
4 लड़कियों को पांच-साल की सजा-मुझे पिंक सूट पहना कर जलाना।
भोपाल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने 8 साल पुराने रैगिंग और खुदकुशी के लिए उकसाने के मामले में शुक्रवार को 4 लड़कियों को पांच-पांच साल की सजा सुनाई। कोर्ट ने इन पर दो-दो हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। 2013 में भोपाल के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में रैगिंग से तंग आकर अनिता शर्मा नाम की स्टूडेंट ने खुदकुशी कर ली थी। कोर्ट के फैसले के बाद चारों दोषी लड़कियों निधि, दीप्ति, कीर्ति और देवांशी को जेल भेज दिया है। सबूतों की कमी के चलते कॉलेज के टीचर मनीष को बरी कर दिया दिया।
सरकारी वकील मोहम्मद खालिद कुरैशी ने बताया, 'भोपाल में पहली बार रैगिंग के मामले में दोषी पाए जाने पर 4 लड़कियों को सजा सुनाई गई है l RKDF कॉलेज में बी-फार्मा सेकेंड ईयर की छात्रा अनिता शर्मा ने 6 अगस्त 2013 की रात में अपने घर में फांसी लगा ली थी। वह अपने साथ हो रही रैगिंग से परेशान थी। अनिता ने कॉलेज के शिक्षक मनीष को रैगिंग वाली बात बताई थी, लेकिन कार्रवाई करने की जगह उसने छात्रा को चुप रहने की सलाह दी थी।'
सुसाइड नोट में लिखे थे चारों लड़कियों के नाम
मामले
की जांच कर रही कमला नगर पुलिस को उसके कमरे से सुसाइड नोट मिला था। इसमें
लिखा था, ‘मैं अनीता शर्मा बी-फार्मा सेकंड ईयर की छात्रा हूं। जब से मैं
कॉलेज आई, तभी से मेरे साथ रैगिंग हो रही है। ये चारों लड़कियां (निधि,
दीप्ति, कीर्ति और देवांशी) बहुत गंदी हैं। मैंने इन्हें एक साल तक कैसे
झेला, ये मैं ही जानती हूं। मुझसे इन्होंने मिड सेम की कॉपी तक लिखवाई थी।
शिकायत करने पर मनीष सर ने मुझे कहा कि कॉलेज में रहने के लिए सीनियर्स की
बात माननी पड़ती है।’
परिवार से कहा- मुझे पिंक सूट में जलाना
अनिता
ने सुसाइड नोट में परिवार के लिए लिखा था, ‘मॉम एंड डैड आई लव यू। आप मुझे
मिस मत करना। ब्रदर सबसे ज्यादा तू रोने वाला है, क्योंकि तेरी बेस्ट
फ्रेंड जा रही है। मैं न गंदी बन सकती हूं, न स्ट्रॉन्ग। मुझे पिंक सूट
पहना कर जलाना। पापा मैं जानती हूं कि मैं आपकी फेवरेट रही हूं। चाहती थी
कि पढ़ लिखकर खूब पैसा कमाऊं और एक बड़ा घर बनवाऊं।’
स्टूडेंट ने रैगिंग की बात अपनी बहन को बताई थी
अनिता
भोपाल में जीवन विहार सोसायटी के फ्लैट नंबर 611 में रहती थी। उसके पिता
मुंबई की एक निजी कंपनी में लाइजनिंग ऑफिसर थे। अनीता ने सुसाइड से पहले
अपनी बड़ी बहन सरिता को रैगिंग की बात बताई थी। घटना के समय उसकी सात साल
की भांजी ही घर में थी।
कोर्ट ने कहा- रैगिंग के लिए सजा सख्त होनी चाहिए
कोर्ट
ने अपने फैसले में लिखा, 'बढ़ती हुई रैगिंग की घटनाओं को देखते हुए सजा
इतनी होनी चाहिए कि दूसरे लोगों को ऐसा करने से पहले उसका नतीजा सोचकर डर
लगे। आगे से भविष्य के सपने लेकर कॉलेज में एडमिशन लेने वाले किसी स्टूडेंट
को सुसाइड करने के लिये मजबूर न होना पड़े।
देश में वैक्सीनेशन शुरू हुए 21 दिन हो चुके हैं। इस दौरान 50 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। भारत ने सबसे कम समय में यह उपलब्धि हासिल की है। 50 लाख लोगों के वैक्सीनेशन में अमेरिका को 24 दिन, ब्रिटेन को 43 और इजराइल को 45 दिन लगे थे। भारत में शुक्रवार को 3,31,029 लोगों को वैक्सीन लगाई गई।
TODAY- जीवन मंत्र: जब भी अपनी रचना किसी को सुनानी हो तो पहले उसे व्यवस्थित कर लें, ताकि सुनने वाले को कोई कन्फ्यूजन न हो
Iam a citizen of India. And I am with my country. I fully support my government. #UniteAgainstKhalistan
कोई भी भIरत के वास्तविक किसानों के खिलाफ नहीं है। लेकिन किसानों की आड़ में कुछ बदमाश इस खूबसूरत जमीन को बर्बाद करना चाहते हैं। वे सफल नहीं होंगे।
Nobody is against the genuine farmers of Bharat. But in the garb of farmers, some miscreants want to ruin this beautiful land. They will not succeed. FORCE-TODAY NEWS
Updated:4 -fer-2021, 02 :32:00 AM-
-पहचान लो इसे रीले बोल, 'सड़ चुका है हिंदू समाज';
Sharjeeli के-जहरीले बोल, 'सड़ चुका है हिंदू समाज';
MU के पूर्व छात्र शरजील उस्मानी का हिंदुओं के खिलाफ जहरीला भाषण सामने आया है. उसने यह भाषण इस साल 30 जनवरी को पुणे की यलगार परिषद में दिया था. शरजील उस्मानी के खिलाफ बीजेपी ने कार्रवाई की मांग की है.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फड़नवीस ने सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने वाले पूर्व छात्र नेता शरजील उस्मानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. शर्जील उस्मानी ने यह भाषण इस साल 30 जनवरी पुणे की यलगार परिषद में दिया था.
देवेंद्र फड़नवीस ने उद्धव ठाकरे को लिखा पत्र
सीएम उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में देवेंद्र फड़नवीस ने हिंदुओ के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले शर्जील उस्मानी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की. वहीं मुंबई (Mumbai) में बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर और पुणे में एडवोकेट प्रदीप गावडे ने मुंबई के दिंडोशी पुलिस थाने और पुणे के स्वारगेट थाने में शरजील उस्मानी के खिलाफ लिखित शिकायत दी
यलगार परिषद के कार्यक्रम में दिया था भाषण-शिकायत के मुताबिक शरजील उस्मानी ने ये भड़काऊ भाषण पुणे
के पास 30 जनवरी 2021 को यलगार परिषद में दिया था. उस कार्यक्रम में भीड़
को संबोधित करते हुए उस्मानी ने हिंदुओं के खिलाफ जमकर जहर उगला था. अपने
इस भाषण के जरिए शर्जील उस्मानी ने लोगों को हिंदुओं के खिलाफ भड़काने की
कोशिश की थी.
हिंदुओं के खिलाफ जमकर उगला था जहर
शरजील उस्मानी ने कार्यक्रम में कहा था, 'हिन्दुस्तान में हिन्दु समाज सड़ चुका है. जुनैद को चलती ट्रेन में मारते हैं, कोई बचाने नहीं आता है. ये जो लोग लिंचिंग करते हैं, कत्ल करते हैं. वे कत्ल करने के बाद अपने घर जाते होंगे तो क्या करते होंगे अपने साथ. कोई नए तरीके से हाथ धोते होंगे, कुछ दवा मिलाकर नहाते होंगे. क्या करते हैं ये लोग कि वापस आकर हमारे बीच खाना खाते हैं. उठते-बैठते हैं, फिल्म देखते हैं. अगले दिन फिर किसी को पकड़ते हैं, फिर कत्ल करते हैं और नॉर्मल लाइफ जीते हैं. अपने घर में मोहब्बत भी कर रहे हैं, अपने बाप का पैर भी छू रहे हैं, मंदिर में पूजा भी कर रहे हैं, फिर बाहर आकर यही करते हैं. लिंचिंग को आम बना दिया है.'
बीजेपी विधायक ने दी थाने में शिकायत
कट्टरपंथी शरजील उस्मानी के खिलाफ थाने में शिकायत देने वाले बीजेपी विधायक अतुल भातखलकर ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में इस वक्त हिन्दू विरोधी सरकार है, इसलिए महाविकास अघाड़ी सरकार से कुछ उम्मीद करना बेकार है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि पुलिस ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं की तो बीजेपी अदालत का दरवाजा खटखटाएगी।
उधर पुणे में एडवोकेट प्रदीप गावडे ने भी स्वारगेट पुलिस थाने में शिकायत
देकर शरजील उस्मानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की
मांग की है. वहीं खुद को हिंदुओं की सबसे बड़ी हित चिंतक बताने वाली
शिवसेना के नेतृत्व की सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है. आलम ये है कि इस
मुद्दे पर कार्रवाई करने के बजाय महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी के
वरिष्ठ नेता छगन भुजबल लोगों को संभलकर बोलने की नसीहत दे रहे है
बोलते वक्त सावधानी बरतें लोग- छगन भुजबल
छगन भुजबल ने कहा, 'किसी को भी दूसरे धर्म के बारे में बोलते वक्त जिम्मेदारी से बोलना चाहिए. किसी में कोई खामी हो सकती है लेकिन दूसरे के बारे में बोलते वक्त ध्यान रखना चाहिए.' बता दें कि वर्ष 2018 में पुणे में भी ऐसा ही यलगार परिषद का कार्यक्रम हुआ था. जिसमें दिए गए भडकाऊ भाषणों के बाद महाराष्ट्र में हिंसा भड़क गई थी.
फाॅर्स-टुडे न्यूज़
FORCE-TODAY - Campaign! STOP DRUGS click
Updated:3-fer-2021, 01:32:00 AM-
खाकी शर्मसार:बेटी को तलाशने के बदले SI ने दिव्यांग मां से घूस मांगी, भीख मांगकर गाड़ी में 12 हजार का डीजल भरवाया---
ऐसा लगता है की पुलिस ने कसम खा ली है की कभी सुधरना नहीं है पुलिस रिश्वत के लिये इतनी अन्धी हो चुकी है की वो एक अन्धी गरीब माँ से भी रिश्वत लेने मे उसे शर्म नहीं आ रही है -फाॅर्स टुडे न्यूज़
मामला उत्तर प्रदेश में कानपुर जिले के थाना चकेरी के सनिगवां गांव का है। हर हाल में अपनी 15 साल की बेटी को तलाशना था। वह दिनभर भीख मांगती और उस दरोगा की गाड़ी में डीजल भरवा देती, जिसने इस रिश्वत के बदले उनकी बेटी को तलाशने का वादा किया था। एक महीने इंतजार के बाद जब आस टूट गई तो अब DIG से गुहार लगाई है।
मामला उत्तर प्रदेश में कानपुर जिले के थाना चकेरी के सनिगवां गांव का है। इसी चौकी में दरोगा राजपाल सिंह तैनात हैं, जिन पर घूस मांगने का आरोप है। यहां रहने वाली गुड़िया बैसाखी के सहारे चलती हैं और भीख मांगकर गुजारा करती हैं। उनकी 15 साल की बेटी एक महीने से लापता है। दूर के रिश्तेदार पर अगवा करने का आरोप है। आरोपी शादीशुदा है।
गुड़िया की शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी तो दर्ज कर ली, लेकिन वे बेटी की बरामदगी की फरियाद लिए जब भी थाने जातीं तो उन्हें फटकार भगा दिया जाता। उनका कहना है कि आरोपी को एक बार थाने बुलाया भी गया था, लेकिन न जाने क्यों छोड़ दिया गया।
एक दिन दरोगा राजपाल सिंह ने गुड़िया से बेटी को तलाशने के एवज में गाड़ी में डीजल भरवाने को बोला। उन्होंने पेशकश मान ली, फिर यह सिलसिला चल पड़ा। हालांकि, जब वे बेटी की बरामदगी की बात करतीं तो दरोगा वादा कर देते। मजबूरी में उन्होंने DIG डॉक्टर प्रितिंदर सिंह से गुहार लगाई। गुड़िया का आरोप है कि वे भीख मांगकर अब तक 10 से 12 हजार का डीजल भरवा चुकी है।
आरोपी दरोगा सस्पेंड, बेटी की तलाश में लगीं चार टीमें-
पीड़ित
मां का कहना है कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऑफिस तक शिकायत करने
गई थीं, लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई। अब DIG ने दरोगा को सस्पेंड कर
दिया है। मामले की विभागीय जांच कराई जा रही है। लड़की की बरामदगी के लिए
चार टीमें बनाई गई हैं।
दो साल पहले पति की मौत हुई थी-
गुड़िया
की तीन बेटियां और एक बेटा है। पति की दो साल पहले मौत हो चुकी है। करीब
ढाई साल पहले गुड़िया के दाहिने पैर में दर्द उठा था। इसके बाद संक्रमण
फैलने के कारण हैलट अस्पताल में उसका पैर काटना पड़ा था। पति के न रहने के
बाद वे पास ही के काली माता मंदिर में भीख मांग कर अपने बच्चों का पेट
पालती हैं।
Updated:2-fer-2021, 08:32:00 AM-
रिश्तेदार से मिलने पाकिस्तान गई महिला का पासपोर्ट खो गया था, 18 साल जेल में रहने के बाद लौटी-india
18 साल तक पाकिस्तान की जेल में बंद रहने के बाद महाराष्ट्र के औरंगाबाद की रहने वाली 65 साल की हसीना बेगम आखिरकार मंगलवार को अपने घर लौट आईं। वे 2002 में पति के रिश्तेदारों से मिलने पाकिस्तान गई थीं। उनका पासपोर्ट खो जाने के बाद उन्हें पाकिस्तानी अधिकारियों ने जेल में डाल दिया।
भारत लौटने पर रिश्तेदारों और औरंगाबाद पुलिस ने उनका स्वागत किया। हसीना ने घर लौटने पर कहा, 'पाकिस्तान में मैं बहुत मुश्किलों के दौर से गुजरी और अब अपने देश लौटने के बाद मुझे शांति का अहसास हो रहा है। मुझे लग रहा है जैसे मैं स्वर्ग में हूं। मुझे पाकिस्तान में जबरदस्ती कैद कर लिया गया था। मैं इस मामले में सहयोग करने के लिए औरंगाबाद पुलिस को धन्यवाद देना चाहती हूं।’
लाहौर में खोया था पासपोर्ट
हसीना
औरंगाबाद के सिटी चौक थाना इलाके के राशिदपुरा की रहने वाली हैं। उनकी
शादी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले दिलशाद अहमद से हुई थी। अपने
पति के रिश्तेदार पाकिस्तान में रहते हैं। वे उन्हीं सं मिलने गई थीं।
हसीना का पासपोर्ट लाहौर में खो गया था। पाकिस्तान पुलिस का आरोप था कि वे
बिना पासपोर्ट के पाकिस्तान आई हैं। इसी वजह से उन्हें जेल में डाल दिया
गया।
औरंगाबाद पुलिस ने की उनके भारतीय होने की पुष्टि
कुछ
साल पहले हसीना ने पाकिस्तान की कोर्ट में एक अर्जी लगाकर कर अपनी
बेगुनाही का दावा किया। इस पर कोर्ट ने औरंगाबाद पुलिस से जानकारी मांगी
थी। औरंगाबाद पुलिस ने जांच के बाद पाकिस्तान को सूचना भेजी कि हसीना बेगम
के नाम पर औरंगाबाद के सिटी चौक इलाके में एक घर रजिस्टर्ड है। इसके बाद
कोर्ट ने हसीना की दलील को मंजूर किया और पिछले महीने उन्हें रिहा करने का
आदेश दिया। तीन दिन पहले उन्हें रिहा किया गया। वे पंजाब के रास्ते मंगलवार
को औरंगाबाद पहुंचीं।
तेज रफ्तार बाइक के सामने कूदी नीलगाय,-
सीवान के गुठनी-मैरवा मुख्य मार्ग पर सोमवार को तेज रफ्तार बाइक के सामने नीलगाय आ गई, जिसमें कम्प्यूटर सेंटर के मालिक और ऑपरेटर की मौत हो गई। हादसे में नीलगाय खुद भी मर गई। मृतकों की पहचान गुठनी के तेनुआ स्थित स्टार कम्प्यूटर सेंटर के मालिक नमिलाल मधेसिया के पुत्र विशाल कुमार (27 साल) और श्रीकलपुर गांव के निवासी कृष्णा तिवारी के पुत्र शिवम तिवारी के रूप में की गई है। ग्रामीणों ने जब देखा तो इसकी सूचना गुठनी थाना को दी। सूचना मिलते ही थानेदार शिवमंगल पासवान घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया। वहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे में मौत से दोनों के घर में मातम छाया हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
लैपटॉप बनवाने जा रहे थे दोनों
विशाल
कुमार का तेनुआ में कम्प्यूटर सेंटर था। शिवम अपने नाना के घर पर रहकर ही
इस सेंटर में ऑपरेटर का काम करता था। सोमवार को दोपहर में दोनों बाइक से
लैपटॉप और चार्जर बनवाने मैरवा जा रहे थे। इसी दौरान करेजी गांव के पास तेज
रफ्तार में सड़क पार कर रही एक नीलगाय ने बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर
इतनी भीषण थी कि दोनों के शरीर के टुकड़े-टुकड़े हो गए। स्थानीय लोगों ने
देखा तो इसकी सूचना थाने को दी।
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने के बाद पहचान हो पाई
घटना
के कई घंटे तक मृतकों की पहचान नहीं हो पाई। इसके बाद कुछ लोगों ने उनकी
फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी, जिसके बाद मृतकों की पहचान हो पाई।
थानाध्यक्ष शिवमंगल पासवान ने बताया कि सोशल मीडिया पर फोटो डालने और पॉकेट
से चेक से मृतक की पहचान की गई। इसके बाद मृतक के परिजन रोते-बिलखते
अस्पताल पहुंचे। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वह मुआवजे की मांग कर रहे
हैं।
बजट-2021-महंगा, क्या सस्ता-
मोबाइल पार्ट्स, बैटरी और चार्जर पर इंपोर्ट ड्यूटी 2.5% से 5% तक बढ़ाई गई, फ्रिज-एसी पर 5% का इजाफा
- गोल्ड-सिल्वर और प्लेटिनम की ज्वैलरी पर इंपोर्ट ड्यूटी 5% कम की गई और स्टील के प्रोडक्ट्स पर 5% घटाई
- 4 साल में सरकार ने मोबाइल फोन और उससे जुड़े प्रोडक्ट पर औसतन 10% तक इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई, इससे देश में प्रोडक्शन 3 गुना बढ़ा
- इस बार भी आम बजट में कुछ
चीजें सस्ती हुई हैं, तो कुछ महंगी। लेकिन सबसे ज्यादा असर सोने-चांदी पर
पड़ा है। इन पर इंपोर्ट ड्यूटी 5% कम की गई है। इससे ज्वैलरी सस्ती होगी।
HDFC सिक्योरिटी में कमोडिटी एक्सपर्ट्स तपन पटेल ने बताया कि सोने-चांदी
पर बजट में इंपोर्ट ड्यूटी घटाने से उसकी कीमत में कमी में भी देखने को
मिली है।
सोमवार सुबह तक MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) में सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 49096 रुपए थी। बजट में ड्यूटी घटाने के बाद यह 47200 रुपए हो गई। यानी सोना 1896 रुपए सस्ता हुआ है। इसी तरह चांदी की कीमत सुबह पहले प्रति किलो 74400 रुपए थी, इंपोर्ट ड्यूटी कम करने के बाद अब यह 72500 रुपए हो गई है। यानी चांदी 1900 रुपए सस्ता हो गया है।
हालांकि ऐसी बहुत सारी चीजें नहीं हैं, जिन पर असर पड़ा हो। जैसा कि बहुत पहले हुआ करता था। कुल 18 प्रोडक्ट्स महंगे हुए हैं और महज 8 सामान सस्ते। दरअसल 3 साल पहले आए GST ने सामानों और सर्विसेज को महंगा-सस्ता करने की ताकत बजट से छीन ली है। अब 90% चीजों की कीमत GST तय करता है, लेकिन विदेश से मंगाई जाने वाली वस्तुओं पर इंपोर्ट ड्यूटी का असर रहता है और इसकी घोषणा बजट में की जाती है। इसलिए पेट्रोल, डीजल, LPG, CNG और इंपोर्टेड प्रोडक्ट्स जैसे- शराब, लेदर, सोना-चांदी, इलेक्ट्राॅनिक प्रोडक्ट्स, मोबाइल, केमिकल, गाड़ियां जैसी चीजों की कीमत पर बजट घोषणाओं का असर पड़ता है। इन पर ही सरकार इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाती या घटाती है। इस बजट में भी वित्त मंत्री ने यही किया है।
Updated: 31 Jan 2021, 06:55:00 AM
देश में अब भी डरे हैं मुसलमान', काउंटर सवाल के बाद छोड़ा इंटरव्यू-----
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी
पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपनी नई किताब को लेकर एक न्यूज चैनल
को दिए इंटरव्यू में कहा कि सेक्युलरिजम सरकार की डिक्शनरी से गायब हो चुका
है। हालांकि, 'मुस्लिमों में असुरक्षा' के अपने बहुचर्चित बयान से जुड़े
सवालों के इंटरव्यू में बार-बार पूछे जाने पर उन्होंने न सिर्फ एंकर की
मानसिकता पर सवाल उठाया बल्कि अचानक इंटरव्यू से भी उठ गए।
'जी
न्यूज' पर शनिवार रात प्रसारित इंटरव्यू में अंसारी ने अपनी किताब में लिखी
बात को दोहराते हुए कहा कि आज सरकार की डिक्शनरी में सेक्युलरिज्म शब्द है
ही नहीं। यह पूछने पर कि क्या 2014 से पहले सरकार की डिक्शनरी में यह शब्द
था, तब उनका जवाब था- हां, लेकिन पर्याप्त नहीं। इसके बाद एंकर ने एक के
बाद एक काउंटर सवाल पूछना शुरू किया। इस क्रम में उनके सवालों में हिंदू
आतंकवाद से लेकर तुष्टीकरण और 'मुस्लिमों में असुरक्षा', मॉब लिंचिंग
जुड़ते गए और आखिरकार अंसारी अचानक इंटरव्यू छोड़कर चले गए।
जब हिंदू आतंकवाद कहा जाता था, तब क्या सरकार की डिक्शनरी में सेक्युलरिज्म था, इस सवाल ने अंसारी का जायका बिगाड़ दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह की बात उन्होंने तो नहीं कही है। किसी ए, बी, सी की कही बातों को मुझसे मत जोड़िए। जिन्होंने यह बात कही, उनसे ही पूछिए।
'आप 10 साल तक उपराष्ट्रपति रहे, एमएमयू के वीसी रहे, अल्पसंख्यक आयोग के प्रमुख रहे, राजनयिक रहे, देश ने आपको इतना कुछ दिया लेकिन आपने कार्यकाल के आखिरी दिन आपने कह दिया कि मुस्लिम असुरक्षित हैं, इसकी क्या वजह है?' एंकर के इस सवाल पर अंसारी ने कहा कि उन्होंने यह बात पब्लिक पर्सेप्शन के आधार पर कही है। इसी सिलसिले में उन्होंने लिंचिंग का भी जिक्र किया। काउंटर सवाल में जब एंकर ने पूछा कि लिंचिंग तो हिंदुओं की भी होती है, तब अंसारी ने कहा कि होती होगी।
एंकर ने कई बार यह सवाल पूछा कि आपको आखिर क्यों लगा कि मुस्लिम असुरक्षित
है, लेकिन अंसारी इसका कोई सीधा जवाब न देकर टालने की कोशिश कर रहे थे। वह
बार-बार अपनी किताब के फुटनोट को ध्यान से पढ़ने की बात कह रहे थे। इसी
दौरान एंकर ने कहा कि इंटरव्यू का मकसद उनकी किताब का प्रचार करना नहीं
बल्कि उसमें उठाई गईं बातों पर सवाल करना है। बार-बार 'मुस्लिमों में
असुरक्षा' वाले बयान पर ही सवाल पूछे जाने पर वह बिदक गए। उन्होंने एंकर से
कहा कि आपकी मानसिकता ठीक नहीं है। क्या मैंने आपको इनवाइट किया था? आप
किताब का रिव्यू कीजिए...आपकी मानसिकता ठीक नहीं है। ये कहते हुए वह अचानक
थैंक्स कहकर इंटरव्यू से उठ गए।
दरअसल उपराष्ट्रपति रहते हुए हामिद
अंसारी ने यह बयान दिया था कि देश के मुसलमानों में असुरक्षा की भावना है।
बेंगलुरु में नैशनल लॉ स्कूल ऑफ यूनिवर्सिटी के 25वें दीक्षांत समारोह में
उन्होंने कहा था कि देश के अल्पसंख्यकों में असुरक्षा की आशंका बढ़ी है।
बाद में कार्यकाल खत्म होने से एक दिन पहले राज्यसभा टीवी को दिए इंटरव्यू
में भी उन्होंने ये बातें दोहराई थीं। हामिद अंसारी ने अपनी नई किताब 'बाय
मेनी अ हैप्पी एक्सीडेंट: रीकलेक्शन ऑफ अ लाइफ' में लिखा है कि इन दोनों ही
घटनाओं ने कुछ तबकों में नाराजगी पैदा की।
30 -JAN -2021 -शर्मसार घटना
बुजुर्गों को डंपर में भरकर शहर के बाहर छोड़ा-
स्वच्छता रैंकिंग में लगातार चार बार नंबर वन रहे इंदौर में शुक्रवार को एक शर्मसार करने वाली तस्वीर सामने आई। नगर निगम के कर्मचारी बूढ़े भिखारियों को एक डंपर में मवेशियों की तरह भरकर शहर के बाहर छोड़ आए। लोगों ने कर्मचारियों की इस हरकत का विरोध किया तो उन्होंने बुजुर्गों को वापस डंपर में बैठाया। हालांकि, अभी ये नहीं साफ हुआ है कि इन बुजुर्गों को कहां ले जाया गया है।
कर्मचारी बुजुर्ग भिखारियों को इंदौर-देवास सीमा पर शिप्रा नदी के पास छोड़कर जा रहे थे। कई बुजुर्ग चल-फिर भी नहीं सकते थे। वो गाड़ी में एक के ऊपर एक लदे हुए थे। वहां मौजूद लोगों ने इस अमानवीय हरकत का विरोध किया तो कर्मचारी घबरा गए। जब ये खबर सुर्खियों में आई तो निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल ने रैन बसेरा के दो कर्मियों को बर्खास्त कर दिया।
इंदौर की घटना पर सरकार की किरकिरी होती देख मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बचाव के लिए सामने आना पड़ा। उन्होंने मामले की जानकारी लेने के बाद निगम उपायुक्त प्रताप सोलंकी को निलंबित करने के निर्देश दे दिए। सोलंकी को नगरीय विकास संचालनालय भोपाल अटैच कर दिया गया।---
UV किरणों से सैनिटाइज होगी लखनऊ मेट्रो; अभी तक यह तकनीक न्यूयॉर्क मेट्रो के पास थी-
कोरोना वायरस का अभी तक खात्मा नहीं हुआ है। खतरा हर जगह है। याद रहे कि इसका बचाव सिर्फ मास्क व दो गज की दूरी है क्योंकि अभी वैक्सीनेशन सिर्फ हेल्थ वर्कर्स व फ्रंट लाइन वर्कर्स का हो रहा है। ऐसे में लखनऊ मेट्रो ने अल्ट्रा वॉयलेट (UV) यानी पैरा बैंगनी किरणों से मेट्रो ट्रेन को सैनिटाइज करने की प्रक्रिया शुरू की है। अमेरिका के न्यूयॉर्क मेट्रो के बाद उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UPMRC) ऐसा करने वाली भारत की पहली मेट्रो सेवा बन गई है।
UPMRC ने खुद विकसित की तकनीक
UPMRC
के एमडी केशव कुमार ने शुक्रवार को बताया कि लखनऊ मेट्रो ने सैनिटाइजेशन
उपकरण बनाने वाली एक निजी कंपनी के साथ मिलकर UV लैंप विकसित किया है। यह
पराबैंगनी कीटाणुनाशक विकिरण प्रणाली पर काम करता है। यह उपकरण 254
नैनो-मीटर तक शॉर्ट वेवलेंथ वाली अल्ट्रावॉयलेट-सी (C) किरणों के जरिए
सूक्ष्म कीटाणुओं को नष्ट कर देता है। यह किरणें इन सूक्ष्म जीवों के डीएनए
औऱ न्यूक्लिक एसिड को नष्ट कर इनका नाश कर देती हैं।
30 मिनट में सभी कोच सैनिटाइज
एमडी
ने कहा कि अक्टूबर 2020 में इस उपकरण को DRDO से मंजूरी मिली थी। UV लैंप
से सैनिटाइजेशन, सोडियम हाइपोक्लोराइट की तुलना में बेहद सस्ता भी है। इस
उपकरण के जरिए 30 मिनट में ही एक मेट्रो ट्रेन के सभी कोच सैनिटाइज किए जा
सकते हैं। इस उपकरण को ऑन करने के एक मिनट बाद मशीन से रेडिएशन निकलना शुरू
हो जाता है, जो सूक्ष्म कीटाणुओं का खात्मा करने में सहायक है। ऑपरेशन
थिएटर को सैनिटाइज करने के लिए इसी किस्म के उपकरण का इस्तेमाल किया जाता
है।
UV रेडिएशन से टोकन सैनिटाइज होता था
प्रबंधक
निदेशक कुमार केशव ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा हमारी सबसे
पहली प्राथमिकता है। जब हमने यूवी रेडिएशन के जरिए टोकन सैनिटाइज करने की
शुरुआत की थी, तब भी हमें यात्रियों की सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली थी। अब
हमने फुल ट्रेन को UV रेज के जरिए सैनिटाइज करने की प्रक्रिया शुरू की है।
29 -jan-2021 - दीप सिद्धू की किसान नेताओं को धमकी:
दिल्ली से भागने का रास्ता नहीं मिलेगा
लाल किले पर झंडा लगाने वाला देशद्रोही--जुगराज
लाल किले पर झंडा लगाने वाला देशद्रोही--जुगराज
आरोपी दीप सिद्धू
लाल किले पर खालसा पंथ का झंडा लगाए जाने के लिए लोगों को भड़काने के दोषी ठहराए जा रहे पंजाबी सिंगर दीप सिद्धू ने खुद को बेगुनाह बताया है। उन्होंने बुधवार देर रात अपने फेसबुक पेज पर लाइव आकर किसान नेताओं को धमकी दी। कहा- तुमने मुझे गद्दार का सर्टिफिकेट दिया है, अगर मैंने तुम्हारी परतें खोलनी शुरू कर दीं तो तुम्हें दिल्ली से भागने का रास्ता नहीं मिलेगा।
दीप सिद्धू ने कहा- मैं जब लाल किला पहुंचा, तब तक गेट टूट चुका था। वहां हजारों की भीड़ खड़ी हुई थी। मैं बाद में वहां पहुंचा। जिस रोड से पहुंचा, उस पर सैकड़ों ट्रैक्टर पहले से खड़े थे। मैं पैदल ही किले के अंदर पहुंचा था। वहां देखा तो कोई किसान नेता नहीं था। कोई भी वह व्यक्ति नहीं था, जो पहले बड़ी-बड़ी बातें कर रहा था। सोशल मीडिया पर लाइव आकर बड़े-बड़े ऐलान किए गए थे कि हम दिल्ली की गर्दन पर घुटना रख देंगे, लेकिन वहां पर कोई नहीं था।
सिद्धू पर भीड़ को उकसाने का आरोपकिसान संगठनों ने दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान लाल किले पर हुई हिंसा का आरोप दीप सिद्धू पर लगाया है। भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चंढूनी ने कहा कि किसान संगठनों का लाल किले पर जाने का कोई कार्यक्रम नहीं था। दीप सिद्धू ने किसानों को भड़काया और आउटर रिंग रोड से लाल किले तक ले गए। इस मामले में दर्ज FIR में सिद्धू का भी नाम है।
किसान आंदोलन के नाम पर 26 जनवरी को दिल्ली में जो हिंसा हुई उससे पूरा देश शर्मसार है। इस दिन लाल किले पर धार्मिक झंडा लगा दिया गया। इसका आरोप 22 साल के जुगराज सिंह पर है। वह पंजाब के तरनतारन जिले के वां तारा सिंह गांव का रहने वाला है। वह मजदूरी करता है। उसके परिवार पर पांच लाख का कर्ज है।
26 जनवरी की रात 10 बजे ही पुलिस जुगराज के घर पहुंच गई थी। पूछताछ में जुगराज सिंह के पिता बलदेव सिंह ने सिर्फ यह बताया था कि उनका बेटा किसान आंदोलन में शामिल होने दिल्ली गया है। इसके बाद से जुगराज के पिता बलदेव सिंह, मां भगवंत कौर और एक बहन अंडग्राउंड हो गए हैं।
जुगराज के परिवार में माता-पिता, दादा-दादी और तीन बहनें हैं। दो बहनों की शादी हो चुकी है। गांव वां तारा सिंह पाकिस्तान के बॉर्डर से सटा हुआ है। यहां बॉर्डर पर तार फेंसिग से सटी दो एकड़ जमीन पर जुगराज का परिवार खेती करता है।
जुगराज मजदूरी करता है
मैट्रिक
पास जुगराज ढाई साल पहले चेन्नई की एक प्राइवेट कंपनी में काम करने गया
था, लेकिन पांच महीने बाद ही लौट आया था। अब मजदूरी करता है। बताया जा रहा
है कि गांव से 24 जनवरी को कुछ लोगों को लेकर दो ट्रैक्टर-ट्रॉलियां दिल्ली
के लिए रवाना हुई थीं। जुगराज भी इनके साथ गया था।
जुगराज के घर पर अभी दादा महल सिंह और दादी गुरचरण कौर हैं। दादी ने बताया कि गांव में छह गुरुद्वारे हैं। जुगराज इन गुरुद्वारों में निशान साहिब पर चोला चढ़ाने की सेवा करता था। वे अपने पोते के बचाव में कहती हैं कि साथियों के उकसाने पर जोश में आकर जुगराज ने लाल किले पर झंडा चढ़ा दिया होगा।
गांववालों को TV देखकर ही घटना की जानकारी मिली
गांव
के साधा सिंह, प्रेम सिंह, गुरसेवक सिंह और महिंदर सिंह का कहना है कि कुछ
शरारती लोगों ने यह गलत हरकत की है। परिवार और गांववालों ने जुगराज के किसी
भी खालिस्तानी मूवमेंट के साथ संबंध होने की बात से इनकार किया है। उनका
कहना है कि उन्हें TV देखकर ही इस घटना का पता चला। दूसरी ओर एक पुलिस
अधिकारी का कहना है कि जांच की जा रही है कि मामला खालिस्तान आंदोलन से तो
नहीं जुड़ा है।
UPDATE-नोएडा में कांग्रेस सांसद शशि थरूर और कई पत्रकारों के खिलाफ आंदोलन की आड़ में अफवाह फैलाने का केस दर्ज किया गया है।
टिकैत के साथ बॉर्डर पर डटे किसान; हरियाणा से रात में हजारों ट्रैक्टर दिल्ली रवाना, मुजफ्फरनगर में आज महापंचायत
यूपी पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर को दोनों तरफ से बंद कर दिया है। लोगों को वहां से न गुजरने की सलाह दी है। यहां बुधवार देर रात बिजली की सप्लाई काट दी गई थी। इसके बाद गुरुवार को यहां पानी की सप्लाई भी बंद कर दी गई। सिंघु से लोगों को पैदल भी दिल्ली की तरफ नहीं जाने दिया जा रहा है। यहां दिल्ली पुलिस ने हरियाणा को जोड़ने वाली सड़क जेसीबी से खोद दी है।
किसान आंदोलन बैकफुट पर, अपने छोड़ रहे साथ और पुलिस कर रही कार्रवाई
फाॅर्स-टुडे न्यूज़ INDIA
26 -jan -2021 -पुलिस वाले हाथ जोड़ते रहे।उपद्रवियों .का तांडव:तस्वीर
जय जवान जय किसान के नारे मे आज जवानों ने तो अपनी फर्ज अच्छे से निभाया पर
इन किसानों ने देश को शर्म सार किया है।अब इन्हें इनके कु कृत्य की
कठोर सजा की जानी चाहिए। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने कंटेनर को ट्रैक्टर से हटाया और दिल्ली में दाखिल हुए।
किसान नहीं आतंकवादी हैलाल किला के पास प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के एक जवान की लाठी-डंडों से पिटाई की।
आईटीओ पर ट्रैक्टर हादसे में किसान की मौत हो गई। वह हाल ही में ऑस्ट्रेलिया से लौटा था।
अक्षरधाम के पास रिंग रोड पर एक निहंग ने पुलिस पर तलवार लहरा दी।
बैरिकेड पर चढ़े निहंग ने पुलिस को तलवार दिखाते हुए ललकारा।
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव शाम करीब सवा आठ बजे मीडिया के सामने
आए और हिंसा का जिम्मेदार किसान नेताओं को ठहराया। उन्होंने कहा कि किसान
नेताओं ने वादा तोड़ा, भड़काऊ भाषण दिए और इसी वजह से हिंसा हुई। पुलिस
कमिश्नर ने कहा कि हमारे पास वीडियो फुटेज है, इंटेलिजेंस की जानकारियां
हैं और सभी की जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि जो भी हिंसा का जिम्मेदार
पाया गया, उसे बख्शेंगे नहीं।
हिंसा के दौरान पुलिस ने संयम बरता। हमारे पास सभी ऑप्शन थे, लेकिन हमने संयम का रास्ता चुना। हमने इसलिए ऐसा किया कि हम जानमाल और संपत्ति का नुकसान नहीं चाहते थे। यही हम दोनों का समझौता भी था। हम शांतिपूर्ण रैली निकलवाना चाहते थे। ये हिंसा नियम और शर्तों को न मानने की वजह से हुई है और इसमें सभी किसान नेता शामिल रहे हैं।'
हिंसा मामले में अब तक 25 एफआईआर दर्ज की हैं। 19 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं, 50 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज और फेस रिकग्निजेशन सिस्टम के जरिए उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। जांच और कार्रवाई जारी है। एक चीज सबको बताना चाहता हूं कि किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा। जो भी किसान नेता हैं और उनकी इसमें संलिप्तता पाई जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। राष्ट्र की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस किसान संगठनों से पूछताछ करेगी और कार्रवाई करेगी।'
भड़कीले एवं भ्रमित करने वाले बयान देने वाले सभी नेताओं पर राजद्रोह, षड्यंत्र , राष्ट्रीय ध्वज के अपमान, रासुका आदि कठोरतम धाराओं में मुकदमा दर्ज कर फास्ट ट्रैक सुनवाई करते हुए दंडित किया जाना चाहिए।
जो तिरंगे को उतार कर फेंक दे किसान नहीं आतंकवादी है
force today दिल्ली पुलिस की भूरी भूरी प्रशंशा करता है.
congress सुरजेवाला जरा ये बताएं चादुणी से मिलने क्यों गए थे बॉर्डर पर? दिल्ली हिंसा भड़काने में पूरा पूरा सहयोग कोग्रेस, लेफट पाटी का है दिल्ली पुलिस के 83 जवान घायल हुए हैं सुरजेवाला जी
ये किशान आंदोलन नही है बल्कि कोंग्रेस वामपंथी अकाली दलों का विरोधी जैहाद है।अब बलपूर्वक इन्हें खदेड़ देना चाहिए।
-राष्ट्रीय मजदूर किसान संगठन और भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने खुद को आंदोलन से अलग करने की घोषणा कर दी।पुलिस की कार्रवाई के महज 3 घंटे बाद शाम 4 बजे के करीब किसान संगठनों की फूट भी सामने आ गई। राष्ट्रीय मजदूर किसान संगठन और भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने खुद को आंदोलन से अलग करने की घोषणा कर दी। भारतीय मजदूर किसान संगठन के प्रमुख वीएम सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ‘दिल्ली में जो हंगामा और हिंसा हुई, उसकी जिम्मेदारी भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को लेनी चाहिए। हम ऐसे किसी शख्स के साथ विरोध को आगे नहीं बढ़ा सकते, जिसकी दिशा कुछ और हो।’
फरीदाबाद के सीकरी बॉर्डर पर ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद बुधवार को पुलिस ने 2 हजार से ज्यादा किसानों पर केस दर्ज किया है। उन पर हत्या की कोशिश समेत कई दूसरी धाराएं लगाई गई हैं। उन किसानों की पहचान की जा रही है, जिन्होंने पुलिस पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश और पथराव किया था। फरीदाबाद में धारा-144 लागू कर दी गई है।
ट्विटर ने बुधवार को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा से जुड़े 550 से ज्यादा अकाउंट सस्पेंड कर दिए। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि हमने उन ट्वीट्स पर भी एक्शन लिया है, जिनसे हमारी पॉलिसी का उल्लंघन हो रहा था।
26-JAN -2021- कोटद्वार पुलिस का तम्बोला देखने वालो पर कारवाई खेलने वाले फरार --
कोटद्वारा-पुलिस मस्जिद की गली मे तम्बोला खेल रहे लोगो पर कारवाई करने पहुंची लेकिन खेलने वाले तो भाग गये और जो मजदूर वहा खड़े थे उन को पुलिस ने पकड़ लिया। कोटद्वार मे तम्बोला आमपड़ाव ,लकड़ीपड़ाव मे भी खेला जाता है। लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कारवाही नहीं की और गरीब मजदूरों को पकड़ कर खाना पूर्ति करती है।स्मैक को रोकने मे भी कोटद्धार पुलिस असफल रही है। आज बी झूला पूल मे स्मैक दारू बिक रही है लेकिन पुलिस गरीब मजदूरों पर कारवाही करने मे ही अपनी सफ़लता मानती है।
24-jan-2021-स्मोकर्स और शाकाहारी लोगों को कोरोना का कम खतरा,-एजेंसी का दावा---
धूम्रपान करने वालों और शाकाहारी लोगों को कोरोना का खतरा कम है। ये जानकारी CSIR (काउंसिल ऑफ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च) के सीरो सर्वे में सामने आई है। CSIR ने देशभर में अपने 40 संस्थानों के जरिए ये रिपोर्ट तैयार की है। इसके अलावा A और O ब्लड ग्रुप वाले लोगों को भी कोरोना का खतरा कम है, जबकि B और AB ब्लड ग्रुप वालों को संक्रमण का खतरा बहुत ज्यादा है।
सर्वे में शामिल 10.14% लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी मिली
यह
स्टडी एक प्रीमेडिकल जर्नल में छपी है। इस स्टडी में 10,427 लोग शामिल
हुए, इसमें CSIR के कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्यों के सैंपल लिए गए
थे। इनमें से 1000 यानी 10.14% लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी मिली।
स्टडी के को-ऑथर और CSIR के सीनियर साइंटिस्ट शांतनु सेनगुप्ता के मुताबिक 346 सीरो पॉजिटिव व्यक्तियों में तीन महीने बाद एंटीबॉडी का स्तर स्थिर या ज्यादा पाया गया, लेकिन उनमें वायरस को बेअसर करने वाली प्लाज्मा एक्टिविटी कम हो गई थी।
छह महीने बाद जब फिर से सैंपलिंग की गई तो पता चला कि 35 लोगों में एंटीबॉडी का लेवल कम हो रहा है, लेकिन प्लाज्मा एक्टिविटी हाई लेवल पर थी।
अन्य देशों की स्टडी भी बताती हैं कि स्मोकर्स को कोरोना का खतरा कम
शांतनु
का कहना है कि हमारी स्टडी में सबसे चौंकाने वाली बात जो सामने आई है कि
स्मोकर्स को कोरोना संक्रमण का खतरा कम रहता है, जबकि पहले पता चला था कि
कोरोना फेफड़ों को सबसे पहले नुकसान पहुंचाता है। यहां पर स्मोकिंग फेफड़ों
को कोरोना से बचा रहा है, ये बेहद गहन अध्ययन का सब्जेक्ट है। हालांकि,
भारत के अलावा अमेरिका, इटली, फ्रांस और चीन में हुए अध्ययनों में भी पता
चला है कि स्मोकर्स को कोरोना का खतरा कम है।
खुद की गाड़ी में चलने वाले लोग भी ज्यादा सेफ रहे
- स्टडी के मुताबिक 10·14% लोगों के एग्रीगेट सीरोपॉजिटीविटी से पता चलता है कि 10 करोड़ भारतीय आबादी सितंबर 2020 तक कोरोना संक्रमित हो चुकी थी। शुरू में ऐसा बड़े शहरों में हो रहा था, लेकिन बाद में कोरोना तेजी से पूरे देश में फैल रहा था।
- इस दौरान खुद की गाड़ी में चलने वाले, कम-जोखिम वाले व्यवसायों, धूम्रपान, शाकाहार और A या O ब्लड ग्रुप वाले ज्यादा सेफ रहे। इन लोगों में एंटीबॉडी का लेवल तीसरे महीने तक स्थिर रहा, लेकिन छह महीने में कमी दिखाई दी।
- सार्वजनिक वाहनों में चलने वाले लोगों, घर में काम करने वाली मेड, स्मोकिंग नहीं करने वालों और मांसाहारी लोगों को कोरोना का खतरा ज्यादा है।
पहले भारत सरकार, WHO और CDC ने दी थी चेतावनी
- पिछले साल भारत सरकार ने धूम्रपान करने वालों को चेतावनी दी थी कि उन्हें कोरोना का ज्यादा खतरा है, क्योंकि ये सांस से जुड़ा संक्रमण है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) ने भी स्मोकर्स को चेतावनी दी थी।
- WHO ने बताया था कि स्मोकर्स को काेविड संक्रमण की आशंका इसलिए ज्यादा है, क्योंकि धूम्रपान में उंगलियां, होंठों के टच में आती हैं, जो ट्रांसमिशन की आशंका को बढ़ाता है।
उत्तराखंड का रहने वाला है योगेश -किसानो ने की थी पिटाई -
Farmers Protest में हिंसा के मामले में एक नया मोड़ आ गया है, Farmers Orgnisation जिस संदिग्ध को पकड़ा था और यह दावा किया था की यह संदिग्ध ट्रैक्टर मार्च में हिंसा फैलाने की साजिश का हिस्सा हो सकता है। अब इस युवक ने अपनी बात पर यू-टर्न ले लिया है, Yogesh नाम के युवक का दावा है की किसानों ने उसे पकड़ लिया और उससे जबरदस्ती बयान दिलाया।
सरकार से 12वें राउंड की बातचीत नाकामयाब होने के बाद किसान संगठनों ने आंदोलन में हिंसा की साजिश रचने का दावा किया है। किसान आंदोलन की सुरक्षा समिति ने शुक्रवार की रात सिंघु बॉर्डर से एक व्यक्ति को पकड़ा है। किसान नेता इसे मीडिया के सामने लेकर आए, जहां उसने कहा कि उसे 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च के दिन 4 किसान नेताओं को गोली मारने के निर्देश दिए गए थे।
jan/22/2021-पुलिस ने जिंदगी भर का दर्द दे दिया।'
मुझे ये बता दाे कि वहां चॉकलेट या सामान नहीं ले जाने देते थे, फिर वो जहर कैसे अंदर गया। मुझे इंसाफ चाहिए। मेरी बेटी को जहर क्यों दिया, कल दूसरी बेटियाों को भी दे सकते हैं वो लोग
उत्तर प्रदेश के हाथरस में गैंगरेप पीड़ित की मौत के बाद पुलिस और प्रशासन ने परिवार को बिना बताए उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में भी वही कहानी दोहराई गई है। यहां प्यारे मियां यौन शोषण मामले में पीड़ित लड़की की मौत के बाद पुलिस गुरुवार को गुपचुप तरीके से उसका अंतिम संस्कार कराने की तैयारी में थी। पुलिस पीड़ित का शव लेकर श्मशान पहुंच भी गई थी। लेकिन, ऐन वक्त पर परिवार के लोगों का तीखा विरोध देखकर पुलिस परिवार को श्मशान लेकर गई। इधर भोपाल के DIG इरशाद वली ने दावा किया है कि अंतिम संस्कार परिवार की सहमति से ही हुआ है।
प्यारे मियां यौन शोषण केस की पीड़ित पिछले छह महीने से बालिका गृह में रह रही थी। नींद की गोलियों के ओवरडोज से उसकी मौत हुई। पीड़ित की मां का कहना है, 'मेरी बेटी तो चली गई। अब जांच से क्या होगा? अब किसके लिए इंसाफ चाहिए? हमने केवल एक घंटे के लिए शव घर लाने की इजाजत मांगी थी। लेकिन, पुलिस और प्रशासन ने आखिरी बार बेटी को जी भर के देखने का मौका भी नहीं दिया।'
पीड़ित की मां बोलीं- हमसे जबर्दस्ती साइन कराए
पीड़ित
की मां ने आरोप लगाया, 'पुलिस ने हमसे कहा कि शव को घर ले जाना है, तो
पोस्टमॉर्टम के फाॅर्म पर साइन कीजिए। हमने उन पर भरोसा करके साइन कर दिए।
बाद में पता चला कि बेटी का अंतिम संस्कार करने ले जा रहे हैं। मैं आखिरी
बार बेटी के घर आने की राह देखती रही। लेकिन, पुलिस ने जिंदगी भर का दर्द
दे दिया।'
पुलिस ने कहा था- बॉडी घर जाने पर दंगा हो सकता है
पीड़ित
की मां ने कहा, 'मेरी बेटी बिना कसूर के छह महीने से दूर थी। उसे बालिका
गृह में रखा गया था। परिवार की किसी महिला तक को उससे मिलने नहीं दिया गया।
जब वह नहीं रही, तब भी धोखा हुआ। पहले हमें भरोसा दिलाया कि बॉडी घर आएगी।
पोस्टमॉर्टम के बाद अफसर बोले कि बॉडी सीधे श्मशान जाएगी। घर पर शव ले
जाने पर दंगा हो सकता है।'
महिलाओं को बस में भरकर श्मशान ले गई पुलिस
हमीदिया
अस्पताल में मौजूद पीड़ित के परिवार ने जब पुलिस के इस रवैये का विरोध
किया, तो महिला पुलिस पीड़ित के घर पहुंची। घर पर मौजूद महिलाओं को पुलिस
बस में बैठाया गया। उन्हें हमीदिया अस्पताल ले जाने की बात कहकर भदभदा
श्मशान घाट ले जाया गया। महिलाओं ने इस पर आपत्ति जताई, तो पुलिस ने उन्हें
डपट दिया। डरी-सहमी महिलाएं पुलिस का विरोध नहीं कर सकीं और आखिरी बार
बेटी को घर लाने की मां की इच्छा सिसकियों के बीच दबी रह गई।
प्यारे मियां यौन शोषण यह है मामला-
क्या था मामला
मामला करीब 7 महीने पहले का है। प्यारे मियां नाम का युवक पर राजधानी समेत इंदौर में बच्चियों के शोषण का मामला दर्ज किया गया था। वह फरार हो गया था। उसे पुलिस जम्मू-कश्मीर से पकड़ कर लाई थी। वहीं, उसकी संपत्तियों को भी ध्वस्त कर दिया गया था। उसके भोपाल में कोहेफिजा, शाहपुरा, श्यामला हिल्स थाने में विभिन्न धाराओं में अलग-अलग मामलों में प्रकरण दर्ज हुए थे। इस मामले में पुलिस ने इसके साथ सहयोगी आरोपियों को भी गिरफ्तार किया था।
वहीं, मामले में पांच नाबालिगों ने आरोप लगाया था, जिसमें एक नाबालिग के ही बयान हो पाए हैं। एक नाबालिग की मृत्यु हो गई है और तीन के बयान नहीं हो पाए हैं।
बालिका गृह की सुरक्षा व्यवस्था पर खड़े हो रहे प्रश्न चिन्ह-दिल दहला देने वाले हाई प्रोफाइल केस में इसकी सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह खड़े हो गए हैं। बता दें कि पूरी स्थिति संदिग्ध लग रही है। घटना के कुछ दिन पूर्व बाल गृह बालिका संरक्षण में रह रही बच्चियों में और वहां अन्य बच्चियों में झगड़ा हुआ था। जिसके चलते प्यारे मियां केस में पीड़िताओं को अलग कमरे में रख दिया था। जो कमरा पीड़िताओं को रखने के लिए नहीं, बल्कि वह कमरा ऑफिशियल काम के लिए उपयोग किया जाना था। वहीं से सटे पेड़ से कोई भी व्यक्ति आसानी से उस कमरे में जा सकता था। घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बालिका गृह के गेट और बाउंड्री वॉल पर कैमरे ना होने के चलते पास से सटे और सामने मकानों में लगे कैमरे को जांच की टीम खंगालेगी।
उत्तराखंड में भांग की खेती, को मान्यता---
भांग की खेती, UN दे चुका मान्यता---
21-jan-2021- आमतौर पर नशे के लिए बदनाम भांग पहाड़ में रोजगार का जरिया बन रहा है। भांग के रेशों से कई तरह के उत्पाद बनाए जा रहे, जिससे हस्तशिल्प को बढ़ावा मिल रहा है। प्रदेश में कई जगह भांग की खेती के लिए लाइसेंस भी जारी कर दिए गए। यही नहीं भांग में कई औषधीय गुण भी हैं। इसका इस्तेमाल दवाएं बनाने में किया जाता है। कुछ दिन पहले संयुक्त राष्ट्र ने भी भांग के औषधीय गुणों को मान्यता देते हुए, इसे खतरनाक नशीले पदार्थों वाली लिस्ट से हटा दिया था। यूएन के इस फैसले का असर उत्तराखंड में भी दिखेगा। यहां भांग की खेती रफ्तार पकड़ेगी। निवेश के रास्ते खुलेंगे, किसान कानूनी रूप से भांग की खेती कर अपनी आर्थिकी को मजबूत बना सकेंगे। उत्तराखंड में भांग की खेती के लिए नियम, विनियम और उपनियम बनाने की कवायद शुरू हो गई है। प्रयास ये है कि प्रदेश में बंजर पड़ी जमीन के अलावा पॉलीहाउस में भांग की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाए। इससे किसानों की आर्थिकी मजबूत होगी। दवा कंपनियों के आने से निवेश के रास्ते खुलेंगे, जिससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। आपको बता दें कि साल 2016 में भी भांग की खेती को बढ़ावा देने के लिए नीति बनाई गई थी, लेकिन कई वजहों से योजना परवान नहीं चढ़ सकी।
औषधीय उपयोग के लिए भांग की डिमांड बढ़ने लगी है। जिसके चलते राज्य सरकार भी इंडस्ट्रियल हैंप को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयासरत है। राज्य में भांग की खेती, इसका मैकेनिज्म और इससे होने वाले लाभ समेत सभी पहलुओं का आंकलन किया जा रहा है। प्रदेश में भांग की खेती के लिए रणनीति बनाई जा रही है। बीते रोज कृषि एवं उद्यान मंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों को कार्य योजना बनाने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा सगंध पौधा केंद्र के निदेशक डॉ. नृपेंद्र चौहान को स्टेट नोडल अधिकारी हैंप पद की जिम्मेदारी दी गई है। डॉ. नृपेंद्र चौहान ने बताया कि अब तक यूनानी और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति में दवा के तौर पर भांग का इस्तेमाल होता रहा है, लेकिन एलोपैथ में इसकी इजाजत नहीं थी। यूएन की मान्यता के बाद एलोपैथ में भी इसका इस्तेमाल हो सकेगा। राज्य में कानूनी रूप से भांग की खेती को बढ़ावा देने की रणनीति तय की जा रही है।
news-2021 u.k Force-Today News
Wed, 20 Jan 2021 9:29 AM- कोटद्वार(पौड़ी गढ़वाल)।कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत एक मोहल्ले में किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ उपनिरीक्षक प्रदीप नेगी ने बताया कि मंगलवार देर शाम किशोरी के साथ वृद्ध कोतवाली में पहुंचे। वृद्ध ने किशोरी को अपनी पोती बताया। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम को उनकी पोती स्कूल से घर नहीं लौटी। उन्होंने कई जगह तलाश किया, लेकिन कुछ पता नहीं चला।
मंगलवार शाम जब वह घर पहुंची तो बदहवास थी। पूछने पर पता चला कि पोती को एक मित्र बहला-फुसलाकर अपने घर ले गया था। जहां उसने अपने दो मित्रों के साथ मिलकर दुष्कर्म किया। एसएसआइ ने बताया कि दादा की ओर से मिली तहरीर के आधार पर तीनों आरोपितों के खिलाफ पोक्सो के तहत मुकदमा दर्ज कर बुधवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों में कौडिय़ा निवासी आशीष, नजीबाबाद रोड निवासी रिहान व दुगड्डा निवासी ललित उर्फ राहुल शामिल हैं।
19-jan2021
बच्चे ने उगला PM Modi के खिलाफ जहर--
सिखाने वाले कौन ?.बच्चे के मुँह से सुन लीजिये-
सेक्स रैकेट चलवाने के आरोप में दो सिपाही सस्पेंड--
18 jan-2021 Time-3;15-am
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में खाकी को शर्मसार करने का वाला मामला सामने आया है। यहां सेहरामऊ उत्तरी थाने में तैनात दो सिपाहियों पर क्षेत्र में सेक्स रैकेट का संचालन कराने का आरोप लगा है। इसके बाद पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश ने दोनों आरोपी सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है। हालांकि सिपाहियों का कहना है कि उन्हें साथ में तैनात दो अन्य पुलिसकर्मियों ने फंसाया है। एक ऑडियो भी वायरल है। जिसमें एक युवती सस्पेंड सिपाहियों को बेकसूर बता रही है। फिलहाल जांच जारी है।
सेहरामऊ थाना क्षेत्र के चौकी गढ़वा खेड़ा में सचिन मिश्रा और विपिन मिश्रा की बतौर सिपाही तैनाती है। हाल ही में एक ऑडियो वायरल हुआ था, जो एक युवक व एक युवती के बीच बातचीत का था। युवती आरोप लगा रही थी सिपाही सचिन और विपिन ने उसके साथ गलत काम किया है और कई युवकों को दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाया है। इसी ऑडियो के आधार पर दोनों सिपाहियों को सस्पेंड किया गया। लेकिन इसी के बाद दूसरा ऑडियो सामने आ गया।
चौकी के सिपाही पर फंसवाने का लगाया आरोप
जिसमें युवती कह रही है कि चौकी पर तैनात सिपाही महेंद्र से उसकी जान पहचान है। महेंद्र ने उसके साथ दुष्कर्म भी किया। उसे ब्लैकमेल करके व डरा धमकाकर उसे किसी अज्ञात नंबर से कॉल कराकर विपिन व सचिन को फंसवाया है। जबकि वह विपिन व सचिन नाम के सिपाही को जानती भी नहीं है। पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश का कहना है कि अभी मामले की जांच चल रही है। जांच में सभी पहलुओं की जांच की जाएगी। जांच के आधार पर कार्रवाई होगी।
NEWS-18-01-2021-FORCE-TODAY NEWS PORTAL -महाराष्ट्र में सरकार चला रही शिवसेना अब पश्चिम बंगाल में भी विधानसभा चुनाव लड़ेगी। पार्टी नेता संजय राउत ने शनिवार को सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। राउत ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के साथ चर्चा के बाद, शिवसेना ने पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। राउत ने अपनी पोस्ट में लिखा- जय हिंद, जय बांग्ला।
वेब सीरीज टंडव के निर्माताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज-
महाराष्ट्र भाजपा के विधायक राम कदम ने हिंदू देवताओं का अपमान करने के आरोप में मुंबई के घाटकोपर पुलिस स्टेशन में वेब सीरीज टंडव के निर्माताओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। वहीं महाराष्ट्र भाजपा के ही सांसद मनोज कोटक ने भी केंद्रीय मंत्री को पत्र लिखकर उनसे वेब सीरीज पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है।
भाजपा सासंद ने केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को पत्र लिखकर उनसे वेब श्रृंखला 'तांडव' पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया है। उन्होंने जावड़ेकर को लिखे पत्र में कहा है, "ऐसा लगता है कि तांडव के निर्माताओं ने जानबूझकर हिंदू देवताओं का अपमान किया है और हिंदू धार्मिक भावनाओं का अपमान किया है।"
रियल लाइफ के हीरो-दुल्हन की रीढ़ की हड्डी टूटी, दूल्हे ने अपनाया
17-JAN-2021-प्रतापगढ़ के कुंडा इलाके में रहने वाली आरती की शादी की तैयारियां पूरी हो गई थीं और 8 दिसम्बर की शाम को बारात आने वाली थी लेकिन दोपहर में छत पर खेल रहे अपने तीन साल के भतीजे को बचाने के चक्कर में आरती छत से नीचे आ गिरी. हादसे में उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई और दोनों पैरों की ताकत चली गई. घर वालों ने उसे प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया.
दूल्हे अवधेश के घर वालों को इसकी सूचना दी गई तो उसके घर से दो लोग पता करने पहुंचे. मामले की सच्चाई और घटना की जानकारी दूल्हे अवधेश को भी दी गई. आरती के घर वालों ने अवधेश से आरती की छोटी बहन से शादी कर लेने की बात कही लेकिन अवधेश ने ठान लिया था कि आरती ही उसकी जीवनसंगिनी बनेगी चाहे कुछ भी हो, वो जीवन भर उसका साथ निभाएगा.
अवधेश अपनी धर्म पत्नी आरती का पूरा ख्याल रखता है. आरती के घरवाले डॉक्टर से बातचीत कर एक दिन के लिए उसे एम्बुलेंस से वापस कुंडा ले गए जहां अवधेश और बेड में लेटे हुए आरती के सात फेरे और रस्म अदायगी हुई
अवधेश और आरती अपने आपको बहुत खुशकिस्मत मानते हैं कि जहां परेशानी में परछाई भी साथ छोड़ देती है, ऐसे में एक-दूसरे का साथ देकर लोगों के लिए मिसाल बन बैठे हैं. ये रियल लाइफ के हीरो बन गए हैं. इन दोनों के इस फैसले से हर कोई इनकी जमकर तारीफ कर रहा है.
कोरोना: पहले दिन टारगेट नहीं हुआ पूरा, 1.91 लाख लोगों को ही लग सका टीका
टीकाकरण अभियान के पहले दिन 1.91 लाख लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गई. यानी कि...पहले दिन का टारगेट पूरा करने में सरकार कामयाब नहीं रही. सरकार की ओर से टीकाकरण अभियान के पहले दिन 3 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया था
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