Posts

कौन है शकुंतला देवी??मोदी के प्रधानमंत्री बनने की घोषणा- जिनकी अमेज़न प्राइम वीडियोज पर बनी बायोपिक रिलीज हुई

Image
कौन है   शकुंतला देवी??  जिनकी अमेज़न प्राइम वीडियोज  पर बनी बायोपिक रिलीज हुई जानते हैं पहले 'ह्यूमन कंप्यूटर'  की गणितीय प्रतिभा को बात 1930 के दशक की है, जब शकुंतला देवी की प्रतिभा सामने आई। उन्होंने बड़े-बड़े नंबरों का क्यूब रूट चंद सेकंड्स में बताकर सनसनी फैला दी। आखिर, कोई लड़की बिना स्कूल जाए, इतनी आसानी से और तुरंत हल कैसे बता सकती है। उनकी गणितीय प्रतिभा का राज जानने के लिए 1988 में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया- बार्कले में साइकोलॉजिस्ट आर्थर जेनसन ने जांच की। इस दौरान शकुंतला देवी ने 95,443,993 (जवाब 457) का क्यूब रूट 2 सेकंड में बता दिया। इसी तरह 204,336,469 (जवाब 589) का क्यूब रूट सिर्फ 5 सेकंड में और 2,373,927,704 (जवाब 1334) का क्यूब रूट सिर्फ 10 सेकंड में बता दिया। बार्कले के टेस्ट में 455,762,531,836,562,695,930,666,032,734,375 (जवाब 46,295) का 27वां रूट उन्होंने सिर्फ 40 सेकंड में बताया। इसका मतलब है कि 46,295 को जब 27 बार गुणा करेंगे तो यह 33 अंकों वाला नंबर आएगा। इतना ही नहीं, 1982 में बड़े-बड़े अंकों को गुणा कर हल बताने की क्षमता गिनीज बुक ऑफ ...

शहीद मेजर नायर - पैरों से चल नहीं सकती थीं, मेजर ने आखिरी सांस तक निभाया साथ

Image
11 जनवरी को एलओसी के करीब नौशेरा सेक्टर में आईईडी ब्लास्ट में मेजर शशिधरन नायर अपने राइफलमैन जीवन गुरूंग के साथ शहीद हो गए थे। मेजर शशिधरन जब 27 साल के थे, तब वो एक कॉमन फ्रेंड ग्रुप के जरिए 26 साल की तृप्ति से मिले थे। दोस्त कहते हैं मेजर शशिधरन के लिए वो लव एट फर्स्ट साइट था। मुलाकात के छ महीने बाद ही उनकी सगाई हो गई। लेकिन, शायद उनकी किस्मत में कुछ और ही लिखा था। सगाई के आठ महीने बाद ही तृप्ति मल्टी आर्टीरीओस्क्लरोसिस (धमनी काठिन्य) का शिकार हो गईं। इसके बाद वो अपने पैरों पर चल नहीं सकती थीं। उन्हें व्हीलचेयर का सहारा लेना पड़ता था। इस घटना के बाद मेजर नायर को उनके कुछ दोस्तों ने सलाह दी कि आप सगाई तोड़ दीजिए। लेकिन, मेजर नायर ने साफ इंकार कर दिया। उन्होंने अगले कुछ ही महीनों बाद तृप्ति से शादी कर ली। शादी के कुछ ही दिनों बाद तृप्ति फिर एक स्ट्रोक का शिकार हुईं। इस बार उनकी कमर के नीचे का कुछ हिस्सा पैरालाइज्ड हो गया। मेजर नायर अपनी पत्नी के साथ पूरी तरह से खड़े हुए थे।  फैमिली गेट टूगेदर, वो तृप्ति के साथ ही हर जगह जाते थे। उनकी व्हीलचेयर संभालते थे। मेजर शशिधरन के दोस्त कहते ...

LIVE: अंबाला एयरबेस पर गरजते हुए उतरे पांचों लड़ाकू विमान,

Image
फ्रांस से 7 हजार किलोमीटर की दूरी तय करके 5 राफेल बुधवार दोपहर करीब 3.15 बजे अंबाला एयरबेस पर उतरे। राफेल ने कुछ देर तक अंबाला के आसमान पर गरजते हुए उड़ान भरी और फिर एयरबेस पर स्मूथ लैंडिंग की। पांचों राफेल एक ही एयरस्ट्रिप पर एक के बाद एक उतरे। इसके बाद इन्हें वॉटर कैनन सैल्यूट दिया गया। राफेल की अगवानी वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदाैरिया समेत वेस्टर्न एयर कमांड के कई अधिकारियों ने की। अंबाला एयरबेस पर 17वीं गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन राफेल की पहली स्क्वॉड्रन होगी। 22 साल बाद भारत को 5 नए फाइटर प्लेन मिले हैं। इससे पहले 1997 में भारत को रूस से सुखोई मिले थे। पहला विमान ग्रुप कैप्टन हरकीरत ने लैंड करवाया 5 विमानाें की बैच में सबसे पहले विमान काे वायुसेना की 17वीं गोल्डन एरो स्क्वॉड्रन के कमांडिंग ऑफिसर और शौर्य चक्र विजेता ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह ने लैंड करवाया। पीछे-पीछे 4 अन्य राफेल लैंड हुए। इस मौके पर राफेल को लाने वाले पायलटों के परिवार भी मौजूद रहे। कॉकपिट में अंधेरा छाने के बावजूद मिग को उतार लाए थे हरकीरत ग्रुप कैप्टन हरकीरत सिंह किसी परिचय के माेहताज नहीं। इंजन खराब इंज...

मरा तो अपनी मिट्टी नसीब नहीं -u.k all news wed-29

Image
  मरा तो अपनी मिट्टी नसीब नहीं-कोरोना- कोरोना आइसोलेशन वार्ड में रविवार की देर रात चौथे पॉजिटिव मरीज की मौत हो गई। 52 वर्षीय मृतक साहेबगंज प्रखंड का रहने वाला था। उसे शुक्रवार को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। आईसीयू में भर्ती कर इलाज किया जा रहा था। मृतक के परिजन एसकेएमसीएच में ही शव छोड़कर फरार हो गए। लगभग 15 घंटे तक एम्बुलेंस में ही शव पड़ा रहा। इसके बाद एसकेएमसीएच प्रशासन ने जिला प्रशासन को सौंप दिया। सोमवार की दोपहर जिला प्रशासन ने शव साहेबगंज प्रखंड भेज दिया। शव के साथ गांव में सीओ राकेश कुमार एवं थानाध्यक्ष राजू कुमार पुलिस बल के साथ गए। परिजनों को बुलाया। गांव में लोगों ने शव को लाए जाने का विरोध किया। उसके बावजूद प्रशासन परिजनों के साथ शव को दफनाने के लिए कब्रिस्तान में गया, लेकिन कब्रिस्तान में पानी भरा था। फिर गांव से गुजरे नहर के समीप ले गए, वहां गड्ढा भी खोद दिया गया, लेकिन ग्रामीणों के कड़े विरोध के कारण दफनाया नहीं जा सका। उसके बाद मकड़ी टोला में रेलवे लाइन के पास गए, वहां भी ग्रामीणों ने दफनाने नहीं दिया। एम्बुलेंस में लाश ले प्रशासन चार घंटे तक घूमता रहा, लेकिन दफ...

पबजी समेत 275 ऐप्स भी निशाने पर-चीन पर एक और डिजिटल स्ट्राइक की है।

Image
केंद्र सरकार ने चीन पर एक और डिजिटल स्ट्राइक की है। भारत की संप्रुभता और अखंडता विरोधी गतिविधियों के आरोप में सरकार ने चीन के 47 और ऐप्स पर बैन लगा दिया है। यह सभी पहले बैन किए गए ऐप के क्लोन के तौर पर काम कर रहे थे। पीटीआई के सूत्रों के मुताबिक, इन ऐप्स पर बैन लगाने के संबंध में शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी किया गया था। इसके साथ ही अब तक 106 चीनी ऐप्स पर बैन लग चुका है। पबजी समेत 275 ऐप्स भी निशाने पर मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय सुरक्षा और यूजर प्राइवेसी को लेकर 275 ऐप भी सरकार के निशाने पर आ गए हैं। इसमें पबजी और अली एक्सप्रेस जैसे ऐप भी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने इन 275 ऐप्स की पहचान जांच के लिए की है। यदि इन ऐप्स में राष्ट्रीय सुरक्षा या अन्य कोई उल्लंघन पाया जाता है तो इन पर बैन लगाया जा सकता है। सरकार चीनी ऐप्स के अलावा ऐसे ऐप पर भी नजर रख रही है जिनका चीन में भी निवेश है। सरकार ने निशाने पर हैं ये ऐप ऐप कंपनी पबजी टेसेंट जिली शाओमी अली एक्सप्रेस अलीबाबा ग्रुप रेसो बाइट डांस यूलाइक बाइट डांस पिछले महीने टिकटॉक समेत 59 चीनी ऐप पर बैन लगाया था गलवान घा...

DAY-NEWS =पसंद नहीं आ रहा है टिकटाॅक का विकल्प देसी प्लेटफॉर्म पर नहीं रुक रहे यूजर्स,

Image
   टिकटॉक समेत चीनी ऐप के बैन होते ही भारत में रातोंरात देसी ऐप की डिमांड बढ़ गई। चिंगारी, रोपोसो, ट्रेल, शेयर चैट समेत कई देसी ऐप्स को रिकॉर्ड डाउनलोड मिले हैं। लेकिन अब इन ऐप्स कंपनियों के सामने समस्या यूजर्स खोने की है। इनके लिए यूजर्स को अपने प्लेटफॉर्म पर रोके रखना बड़ी चुनौती बन गई है। इसके लिए देसी ऐप कंपनियों ने एड़ी-चोटी की जोर लगा दी है। अब कंपनियां ज्यादा से ज्यादा यूजर्स को लुभाने के लिए नए-नए पैंतरे अपना रही है। ये ऐप्स अब कंम्पटीशन और फीचर्स के जरिए यूजर्स को लुभाने की कोशिश में हैं। हाल ही में KalaGato की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देसी ऐप्स का एंगेजमेंट लेवल टिकटॉक की तुलना में बेहद कम है। पहले टिकटॉक इस्तेमाल कर चुके कुछ यूजर्स को इन ऐप्स का अनुभव अच्छा नहीं लग रहा है। चिंगारी ऐप ने रखा एक करोड़ का इनाम टिकटॉक पर प्रतिबंध लगने के बाद भारतीय शॉर्ट वीडियो एप चिंगारी को काफी फायदा हुआ। हर घंटे इस एप को लाखों लोग डाउनलोड करने लगे और मिलियन में वीडियोज देखे जाने लगे। चिंगारी एप को अभी तक एक करोड़ से अधिक लोगों ने डाउनलोड किया है। हाल ही में पनी ने अपना पहला...