शादी से ठीक एक दिन पहले गहने और नकदी लेकर भागी दुल्हन-
दलाल और आरोपी महिला दीपाली। |
डीसीपी ने बताया कि दीपाली राव (36) महाराष्ट्र में अमरावती स्थित वर्धा तहसील की रहने वाली है। अभी महाराष्ट्र के अकोला जिले में बड़ी उमरी में रह रही है। दूसरा मोहम्मद वकील उमर नजीर शाह (36) निवासी नागपुर है। तीसरा आरोपी गणेश नारायण शर्मा (44) जयपुर जिले में फागी तहसील के सुल्तानियां गांव का रहने वाला है, जबकि चौथा विजय कुमार शर्मा उर्फ विक्की (28) जोशियों का मोहल्ला, सांभर, जयपुर जिले का है। जयपुर के बगरू कस्बे में रहने वाले राजेश कुमार शर्मा ने 8 जुलाई को केस दर्ज कराया था। बताया कि उसकी शादी नहीं हो रही थी। राजेश की मुलाकात बगरू में रहने वाले गणेश नारायण शर्मा से हुई। वह शादी-ब्याह करवाने का काम करता है। गणेश ने राजेश को शादी करवाने की बात कही। उसने पीड़ित राजेश कुमार को महाराष्ट्र की रहने वाली एक लड़की के बारे में बताया। उसका नाम दीपाली बताया। राजेश के मुताबिक, उसने अपने परिचित दलाल विक्की शर्मा और मोहम्मद वकील के मार्फत उसे झांसे में ले लिया। वे गैंग में शामिल दीपाली को लेकर राजेश कुमार के घर भी ले गए। दीपाली से शादी करवाने की एवज में दलालों ने राजेश शर्मा से 1.80 लाख की डिमांड की। विश्वास में आकर राजेश ने रकम दे दी।
राजेश की मुलाकात बगरू में रहने वाले गणेश नारायण शर्मा से हुई। वह शादी-ब्याह करवाने का काम करता है। गणेश ने राजेश को शादी करवाने की बात कही। उसने पीड़ित राजेश कुमार को महाराष्ट्र की रहने वाली एक लड़की के बारे में बताया। उसका नाम दीपाली बताया। राजेश के मुताबिक, उसने अपने परिचित दलाल विक्की शर्मा और मोहम्मद वकील के मार्फत उसे झांसे में ले लिया। वे गैंग में शामिल दीपाली को लेकर राजेश कुमार के घर भी ले गए। दीपाली से शादी करवाने की एवज में दलालों ने राजेश शर्मा से 1.80 लाख की डिमांड की। विश्वास में आकर राजेश ने रकम दे दी।
रात को ही भाग गयी दुल्हन
बदमाशों
ने इसी साल 14 जून को सांभर कोर्ट से राजेश व दीपाली के बीच आपसी सहमति से
शादी करने के दस्तावेज बनवाए। इसके बाद दीपाली को राजेश कुमार के घर छोड़
दिया। इसके बाद 20 जून को दीपाली की शादी राजेश से होना तय हुआ। एक दिन
पहले ही 19 जून को दीपाली राव देर रात राजेश कुमार के घर से सारा नकदी-जेवर
समेटकर भाग निकली।
कई दिनों तक राजेश व उसके परिवार ने गांव में ही रहने वाले गणेश नारायण व विक्की से पूछताछ की। उनसे मिली अहम जानकारी के बाद दीपाली, मोहम्मद वकील को भी पकड़ लिया। इस गैंग को थाना प्रभारी विक्रम सिंह चारण के नेतृत्व में गठित टीमों ने मोबाइल फोन डिटेल्स से लोकेशन ट्रेस कर पकड़ा।
बदमाशों ने इसी साल 14 जून को सांभर कोर्ट से राजेश व दीपाली के बीच आपसी सहमति से शादी करने के दस्तावेज बनवाए। इसके बाद दीपाली को राजेश कुमार के घर छोड़ दिया। इसके बाद 20 जून को दीपाली की शादी राजेश से होना तय हुआ। एक दिन पहले ही 19 जून को दीपाली राव देर रात राजेश कुमार के घर से सारा नकदी-जेवर समेटकर भाग निकली।कई दिनों तक राजेश व उसके परिवार ने गांव में ही रहने वाले गणेश नारायण व विक्की से पूछताछ की। उनसे मिली अहम जानकारी के बाद दीपाली, मोहम्मद वकील को भी पकड़ लिया। इस गैंग को थाना प्रभारी विक्रम सिंह चारण के नेतृत्व में गठित टीमों ने मोबाइल फोन डिटेल्स से लोकेशन ट्रेस कर पकड़ा।
रोंगटे खड़े कर देने वाला -
महाराष्ट्र में रोंगटे खड़े कर देने वाली ऑनर किलिंग की वारदात सामने आई है। औरंगाबाद की वैजापुर तहसील में एक युवक ने मां के साथ मिलकर अपनी गर्भवती बहन का सिर धड़ से अलग कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी हथियार लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचा और सरेंडर कर दिया। पुलिस ने बयान के बाद उसकी मां को भी गिरफ्तार कर लिया है। मां और बेटा दोनों बहन के प्रेम विवाह करने से नाराज थे।घटना
रविवार शाम को लाड़गांव शिवार गांव में हुई। पुलिस के मुताबिक, आरोपी युवक
का नाम संकेत संजय मोटे (18) और महिला का नाम शोभा (40) है। दोनों ने
मिलकर 19 साल की कीर्ति अविनाश थोरे की धारदार हथियार से हत्या की है।
संकेत बहन से इतना नाराज था कि उसने बहन को जान से मारने के बाद उसका सिर
धड़ से अलग किया। यही नहीं, वारदात के बाद भाई हाथ में खून से सना बहन का
सिर थामे घर के बाहर आया और जोर-जोर से चिल्लाने लगा कि वह खत्म हो चुकी
है।
लाड़गांव
शिवार में 302 बस्ती में रहने वाले संजय थोरे के बेटे अविनाश ने कीर्ति के
साथ घर से भागकर आलंदी में प्रेम विवाह किया था। कोर्ट मैरिज कर दोनों खेत
बस्ती गोयगांव में रहने लगे थे। कीर्ति के परिजन शादी से खुश नहीं थे। फिर
भी लड़की के भाई व मां उसके घर आने-जाने लगे।
तब तक वार किया, जब तक उसका सिर अलग नहीं हुआ
पुलिस
ने आगे बताया कि शुरू में लोगों को लगा कि विवाह को सबकी मंजूरी मिल गई
है। मगर, लड़की के मायके वालों के मन में कुछ और ही चल रहा था। रविवार को
कीर्ति का भाई व उसकी मां उससे मिलने पहुंचे। तब घर के लोग खेत में काम पर
गए थे। घर पर कीर्ति व उसका पति अविनाश ही थे। अविनाश की तबियत खराब होने
के चलते वह लेटा था। तभी कीर्ति चाय बनाने जैसे ही किचन में गई, पीछे से
मां शोभा व भाई संकेत भी गए। मां ने कीर्ति को पकड़ा और किचन में ही संकेत
ने धारदार हथियार से कीर्ति की गर्दन पर तब तक वार किया जब तक उसका सिर धड़
से अलग नहीं हो गया।
जब
लड़की के पति को सामान गिरने की कुछ आवाज आई तो वह दौड़ कर किचन में
पहुंचा, जहां कीर्ति का शव दो हिसों में फर्श पर पड़ा हुआ था। इससे पहले की
अविनाश आरोपी को पकड़ पाता आरोपी हथियार लहराता हुआ मौके से फरार हो गया।
इसके बाद वह पुलिस स्टेशन पहुंचा और सरेंडर कर दिया। पति के चिल्लाने की
आवाज सुन पड़ोसियों को मामले की जानकारी हुई और पुलिस को मामले की जानकारी
दी गई। बाद में पुलिस ने आरोपी की मां को भी गिरफ्तार कर लिया।
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