FORCE TODAY NEWS 04 MAR 2022-TIME 00;26 HOURS
जेल संभालेगी कोटद्वार की बेटी
जेल अधीक्षक के पद पर चयनित कोटद्वार की अदिति श्रीवास्तव ने गुरुवार को लखनऊ में आठ महीने की ट्रेनिंग पूरी कर ली। डॉ. संपूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान में अदिति के अलावा आठ अन्य जेल अधीक्षकों और 15 डिप्टी जेलरों की पासिंग आउट परेड संपन्न हुई।
जंग की सबसे दर्दनाक PHOTOS-
रूस के हमले गुरुवार को आठवें दिन भी जारी हैं। 10 से ज्यादा शहर बर्बाद हो चुके हैं। चेर्निहीव में रूस की बमबारी से 22 आम नागरिक मारे गए। इनमें बच्चे भी शामिल हैं।
पिता अपने किशोर बच्चे की बॉडी पर सिर रख कर रोता रहा,-
मारियुपोल के अपार्टमेंट में एक महिला खून से लथपथ अपने घर में मिली।
एक अंडरग्राउंड शेल्टर की है। यह कपल भी अपने जरूरी सामानों के साथ यहां छिपा है।अपना बर्बाद घर देखकर महिला रोने लगीरूसी हमले में अपने दोनों पैर खो दिए। जब उसे अस्पताल लाया गया तो उसके पैर धमाके में उड़ गए थे। अपनी बच्ची के साथ बैठी महिला। घर छोड़े आठ दिन हो गए हैं। समझ ही नहीं आ रहा कि आगे क्या होगा? लोग पैदल ही कीव से जाते देखे गए--जब बमबारी रुकी तो लोग अपने घर पहुंचे। सब कुछ तबाह देख अपने आंसू नहीं रोक पाए।
रूस ने रॉकेट से US और UK के झंडे हटाए:रूसी स्पेस एजेंसी ने कहा- भारत का राष्ट्रीय ध्वज लगा रहेगा,
रूस के हमले के बाद यूक्रेन को कई देशों का समर्थन मिल रहा है। इसकी वजह से रूस की बौखलाहट बढ़ती जा रही है। 30 से ज्यादा देशों ने रूस के लिए एयर स्पेस बंद कर दिए हैं। इसके जवाब में अब रूस ने अपने स्पेस रॉकेट से अमेरिका, जापान और ब्रिटेन का फ्लैग हटा दिया है। खास बात ये है कि रूस ने इंडियन फ्लैग को बरकरार रखा है। रूसी स्पेस एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख दिमित्री रोगोजिन ने सोशल मीडिया पर रूसी स्पेस रॉकेट का वीडियो शेयर किया है।
रूसी स्पेस रॉकेट से कई देशों के फ्लैग्स को हटाया जा रहा है, जबकि भारत का झंडा रॉकेट पर बरकरार है। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, 'बैकोनूर में हमारी टीम ने फैसला किया कि हमारा रॉकेट कुछ देशों के झंडे के बिना बेहतर दिखेगा।' कजाकिस्तान के बैकोनूर में रूस ने रॉकेट लॉन्च पैड बनाया है। रोस्कोस्मोस रूसी स्पेस एजेंसी दुनिया के सबसे बड़ी स्पेस एजेंसी में से एक है, जहां से रूसी रॉकेट लॉन्च किया जाता है। रोस्कोस्मोस 4 मार्च को 3 दर्जन वनवेब इंटरनेट सेटेलाइट लॉन्च करने वाला था, लेकिन अब ये जानकारी मिल रही है कि जब तक कि वनवेब कंपनी रोस्कोस्मोस की नई मांगों को पूरा नहीं करती है, तब तक रूसी एजेंसी इस सेटेलाइट को लॉन्च नहीं करेगी। वनवेब इंटरनेट एक कम्युनिकेशन सेटेलाइट कंपनी है जो ब्रिटिश सरकार की देखरेख में काम करती है।
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