भारी पड़ा मदीना में नारे लगवाना- 05/02/2022
सऊदी अरब की पवित्र मस्जिद-ए-नवबी में PM शहबाज शरीफ के खिलाफ नारेबाजी कराना इमरान खान को भारी पड़ गया है। फैसलाबाद में इमरान और उनके 5 साथियों पर केस दर्ज कर लिया है। होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा- मदीना जैसी पवित्र इबादतगाह पर सियासी नारेबाजी करना ऐसा जुर्म है जिसे माफ नहीं किया जा सकता। अब इमरान खान और उनके साथियों को किसी भी वक्त गिरफ्तार किया जा सकता है। सऊदी अरब भी उनके खिलाफ सख्त कदम उठा सकता है।इमरान के अलावा फवाद चौधरी, शहबाज गिल, कासिम सूरी, शाहबजादा जहांगीर खान, अनील मुसर्रत और शेख रशीद के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मदीना में नारेबाज करने वाले शेख रशीद शफीक को सऊदी अरब से इस्लामाबाद लौटते वक्त एयरपोर्ट पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। शफीद इमरान सरकार में होम मिनिस्टर रहे शेख रशीद के भतीजे हैं। सभी लोगों पर पवित्र इबादतगाह पर नारेबाजी और मजहबी भावनाएं आहत करने का आरोप है। इन आरोपों के साबित होने पर 5 से 8 साल सजा और तगड़ा जुर्माना हो सकता है।
दूसरी तरफ, मदीना में नारेबाजी करने वाले इमरान के समर्थकों के खिलाफ सऊदी
अरब ने सख्त रुख अपनाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 158 लोगों को गिरफ्तार
किया गया है। इनको 3 साल की सजा के साथ सऊदी मुद्रा रियाल में जुर्माना भी
भरना होगा।
सऊदी अरब सरकार ने पाकिस्तान की शहबाज शरीफ हुकूमत से उन
लोगों की जानकारी मांगी है, जो पाकिस्तान या लंदन से मदीना पहुंचे थे और
मंगलवार को उस वक्त मदीना में मौजूद थे, जब शहबाज शरीफ के खिलाफ चोर-चोर के
नारे लगे थे। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वो सऊदी द्वारा
मांगी गई जानकारी देने जा रही है।
नई सरकार में होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने रविवार दोपहर जियो न्यूज से बातचीत में साफ कर दिया कि तमाम आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। राणा ने कहा- दो बातें हैं। पहली- इन लोगों ने हमारी पवित्र इबादतगाह में सियासी नारेबाजी की और दूसरे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई। दूसरी- एक दूसरे मुल्क की धरती पर अपने मुल्क की बदनामी कराई। हम जांच कर रहे हैं और मुल्क से गद्दारी की कैटेगरी में रखा जा सकता है।
पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने मदीना में हुए विरोध प्रदर्शन के पीछे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का हाथ बताया।
महिला सुसाइड बॉम्बर-कराची यूनिवर्सिटी से की M.Sc. और M.Phil
महिला सुसाइड बॉम्बर ने खुद को उड़ा दिया।-
पहली महिला फिदायी-पाकिस्तान-चीन की दबंगई से परेशान थी
यूनिवर्सिटी में हुए इस हमले को बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) की पहली महिला फिदायी शैरी बलूच ने अंजाम दिया। उग्रवादी समूह ने एक लिखित बयान में इस हमले की जिम्मेदारी ली है। मजीद ब्रिगेड की पहली महिला फिदायी शैरी बलूच का यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर मौजूद है जिसमें शैरी बलूच कराची यूनिवर्सिटी के भीतर खुद को उड़ाते हुए नजर आ रही है।
डॉक्टर पति और दो बच्चों की मां शैरी बलूच कराची यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली छात्रा थी जिसने चीनी नागरिकों को निशाना बनाने के लिए खुद को उड़ा लिया। शैरी ने जूलॉजी से एमएससी और फिर एमफिल किया था। बता दें कि कराची यूनिवर्सिटी में हमला करने वाली शैरी बलूच पाकिस्तानी इतिहास में सुसाइड हमला करने वाली दूसरी महिला थी।
शैरी बलूच भी इसी विद्रोह का हिस्सा थी जिसने चीनी टीचरों को मौत के घाट उतार दिया। बीएलए के मुताबिक, शैरी समूह की पहली महिला बॉम्बर थी। लिखित बयान में बीएलए ने कहा, 'शैरी बलूच ने बलूच विद्रोह के इतिहास में नया अध्याय जोड़ा है।'
CCTV footage #karachiuniversity
— Ali Haider ➐ (@alihyderkhan137) April 27, 2022
3 Chinese nationals, including two women, were among four people killed. Baloch Liberation Army's Majeed Brigade has accepted responsibility for the attack #karachiuniversity pic.twitter.com/eWHrgClj4y
EmoticonEmoticon