DATE-18 JUNE 2023 FORCE TODAY NEWS REPORT
ग्राउंड रिपोर्ट -उत्तरकाशी-लव जिहाद या किडनैपिंग
पूरा मामला 26 मई से शुरू हुआ, जब 14 साल की एक लड़की के साथ मुस्लिम युवक उबैद और उसके दोस्त जितेंद्र सैनी को पकड़ा गया। दोनों पर मुकदमा दर्ज हुआ और उन्हें जेल भेज दिया गया।विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल ने लव जिहाद का मामला बताया और लोकल दुकानदारों के साथ मिलकर मुस्लिमों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। 15 जून को पुरोला में महापंचायत भी बुलाई गई थी। शहर में पोस्टर लगाए गए कि इस तारीख तक ‘लव जिहादी’ अपनी दुकानें खाली कर दें।
प्रशासन ने धारा-144 लगा दी, तो महापंचायत टाल दी गई।
लड़की के पिता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 26 मई को दोपहर करीब 3 बजे फोन आया कि दो लड़के टेम्पो से आपकी बेटी को ले जाने की फिराक में हैं। फोन करने वाला उनकी पहचान का था और मौके पर पहुंच गया। उसे देखकर दोनों लड़के भाग गए। बेटी ने बताया कि लड़कों के नाम उबैद और जितेंद्र है। उबैद ने पहले अपना नाम अंकित बताया था। दोनों आरोपी UP के रहने वाले हैं।
इस घटना के बाद से ही पुरोला में तनाव है। 30 मुस्लिम परिवार शहर छोड़कर चले गए हैं। 26 मई के बाद से एक भी मुस्लिम दुकानदार ने दुकान नहीं खोली है। हालांकि, मामले की जांच में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ‘लड़की उन लड़कों को नहीं जानती थी। अब तक की जांच में लव जिहाद जैसा कोई एंगल नहीं आया है।’
पुलिस के मुताबिक, घटना के तुरंत बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ IPC की धारा 363 (किडनैपिंग), 366 ए (नाबालिग को अगवा करने) के अलावा पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। फिलहाल दोनों आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने घटना के विरोध में 15 जून को महापंचायत बुलाई थी। दावा किया गया कि इसमें उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों से हजारों लोग आएंगे। प्रशासन ने इससे पहले ही शहर में धारा-144 लगा दी।
मुस्लिम परिवार अब देहरादून शिफ्ट हुए-जाहिद ने 6 साल पहले BJP की सदस्यता ली और अभी उत्तरकाशी जिले में पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष हैं। 26 मई के बाद पुरोला में माहौल खराब हुआ, तो जाहिद ने 4 लोगों के परिवार के साथ घर छोड़ दिया। दुकान खाली की और देहरादून शिफ्ट हो गए।मुस्लिमों की दुकानों के बाहर चिपकाए गए पोस्टर के नीचे 'देवभूमि रक्षा अभियान' लिखा था। ये संगठन स्वामी दर्शन भारती चलाते हैं। दर्शन भारती बताते हैं कि संगठन का उद्देश्य उत्तराखंड में हो रहे लव जिहाद, लैंड जिहाद और धर्म परिवर्तन के खिलाफ आवाज उठाना है। दर्शन भारती दो साल पहले हरिद्वार में हुई धर्म संसद में भी शामिल हुए थे, जहां भड़काऊ बातें की गई थीं।
दर्शन भारती कहते हैं 'पुरोला में मुसलमानों ने पलायन किया है। वे अपने कर्मों की सजा भुगत रहे हैं। एक बेटी से दुष्कर्म हुआ है, तो इसका खामियाजा तो भुगतना पड़ेगा। देवभूमि रक्षा अभियान के नाम से पुरोला की दुकानों पर जो पोस्टर चिपकाए गए हैं, उस मामले में पुलिस ने मुझ पर केस दर्ज किया है। मुसलमानों ने 18 जून को महापंचायत का ऐलान किया है, इसलिए पुरोला में 15 जून को होने वाली महापंचायत को प्रशासन ने जबरन रोका।'माहौल कैसे बिगड़ा
26 मई, शुक्रवार: लड़की को किडनैप करने की कोशिश हुई। व्यापारी संघ ने शाम को पुरोला में प्रदर्शन का आह्वान किया। इस प्रदर्शन में मुस्लिम व्यापारी शामिल नहीं हुए। पुलिस ने उनसे कहा कि प्रदर्शन के दौरान दुकानें बंद रखें। पुरोला व्यापारी संघ के वॉट्सऐप ग्रुप पर भड़काऊ मैसेज भेजे गए। इसके बाद मुस्लिम व्यापारियों को ग्रुप से बाहर कर दिया गया। संघ में 580 सदस्य हैं, इनमें 540 हिंदू और 40 मुस्लिम हैं।
27 मई- पुरोला मार्केट में बाकी दुकानें तो खुलीं, लेकिन मुस्लिम व्यापारियों की दुकानें बंद रहीं। उन्हें सलाह दी गई थी कि विरोध प्रदर्शन के बाद से माहौल गर्म है, इसलिए दुकानें न खोलें। मुस्लिम व्यापारी बताते हैं कि उन्हें लगा था एक-दो दिन में मामला शांत हो जाएगा, उसके बाद दुकान खोल लेंगे।
उत्तरकाशी में खास समुदाय की दुकानों पर ब्लैक क्रॉस निशान, |
3 जून- पुरोला में हुई घटना की खबर आसपास के इलाके में पहुंच चुकी थी। यमुनाघाटी व्यापार मंडल और यमुना घाटी हिंदू जागृति संगठन ने बड़कोट, नौगांव, डामटा कस्बों के बाजार बंद करवाने और जुलूस निकालने का ऐलान किया। बड़कोट में हजारों लोग इकट्ठा हुए और नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान कई दुकानों में तोड़-फोड़ हुई। मुस्लिम व्यापारियों की दुकानों पर काली स्याही से निशान लगाए गए।
मुस्लिम दुकानदारों ने 5 जून को प्रशासन से सुरक्षा मांगी थी। |
5 जून- यमुनाघाटी में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया। 26 मई के बाद से मुसलमानों ने दुकानें नहीं खोलीं। 5 जून को दुकानों के बाहर चिपके पोस्टर्स ने उन्हें और डरा दिया। पोस्टर में लिखा था- 'लव जिहादियों को सूचित किया जाता है कि 15 जून को होने वाली महापंचायत से पहले अपनी दुकानें खाली कर दें। यदि तुम्हारे द्वारा ऐसा नहीं किया जाता, तो यह वक्त पर निर्भर करेगा।
आदिपुरुष के खिलाफ दिल्ली HC में अपील:डायलॉग्स- तेल तेरे बाप का, लंका लगा देंगे..लोगों ने बैन की मांग की
प्रभास और कृति सेनन स्टारर फिल्म आदिपुरुष अब डायलॉग्स को लेकर विवाद में है। फिल्म को बैन करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। इसे हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने लगाया है। इसमें फिल्म के कई सीन, डायलॉग्स और किरदारों को हटाने की मांग की गई है।विष्णु गुप्ता ने याचिका में कहा, 'फिल्म में हमारे आराध्य देवताओं का गलत तरीके से चित्रण किया गया है, जो कि आपत्तिजनक है। इसलिए ऐसी फिल्म की स्क्रीनिंग पर रोक लगनी चाहिए।' फिल्म 16 जून को रिलीज हुई है।
फिल्म के डायलॉग्स को लेकर फिल्म के राइटर और डायरेक्टर ट्रोल हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर फिल्म का बायकॉट ट्रेंड हो रहा है। लोगों का कहना है कि फिल्म में रामायण को मॉडर्न तरीके से दिखाया गया है, जो इस पौराणिक कथा की मर्यादा को तार-तार कर रहा है।
डायलॉग, जिन पर लोगों को आपत्ति है
1 -कपड़ा तेरे बाप का! तेल तेरे बाप का! जलेगी भी तेरे बाप की। (हनुमानजी ने रावण के बेटे इंद्रजीत से कहा)
2-तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने चला आया। (इंद्रजीत ने हनुमानजी से कहा)
3-जो हमारी बहनों को हाथ लगाएगा उनकी लंका लगा देंगे। (हनुमानजी ने रावण की सभा में कहा)
4-आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं। (विभीषण ने रावण से कहा)
5-मेरे एक सपोले ने तुम्हारे शेषनाग को लंबा कर दिया अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है। (लक्ष्मण के ऊपर वार करने के बाद इंद्रजीत ने कहा)
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