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झकझोर देने वाली-असहाय लेटी थी विकलांग बेटी पिता के शव के पास-lock down

other image  1- लॉकडाउन में मृतकों का अंतिम संस्कार करना भी कठिन हो गया है। अपनों के अंतिम दर्शन के लिए परिजन घर नहीं पहुंच पा रहे हैं तो कहीं मृतको की अंतिम यात्रा के लिए कंधों की ही कमी पड़ रही है। एक मामला मथुरा में सामने आया पिता की मौत के बाद हाथ और पांव से विकलांग बेटी लाचारी में मदद के लिए रास्ता निहार रही थी, तभी दो पुलिसकर्मी वहां किसी फरिश्ते की तरह उसकी मदद के लिए पहुंच गए। पिता की मौत के बाद हाथ-पांव से विकलांग बेटी पेट के बल शव के पास    लेटी थी और मदद के लिए किसी मददगार का रास्ता देख रही थी। इस बीच किसी ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। पहुचे तो देखा कि मृतक की इकलौती बेटी जमीन पर पेट के सहारे लेटी है। police  ने बताया कि इसके बाद उन्होंने मानवता के नाते तुरंत ई-रिक्शा का इंतजाम किया और कुछ लोगों की मदद से शव को उस पर लाद श्मशान घाट पर ले गए। घाट पर पुलिस ने अपनी मौजूदगी में मृतक का रीति-रिवाजों के साथ विधिवत् अंतिम संस्कार कराया।  2-lockdown -आज मजदूर दिवस है। लेकिन उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले से एक ऐसी खबर आई, जो झकझोर देने वाली है। लॉकड...

PAK-छोटे कपड़े पहनने के चलते देश में कोरोना जैसा खतरा आया है।

मौलाना तारीक जमील नग्नता और अश्लीलता से अल्लाह की नाराजगी बढ़ी और दुनिया कोरोना वायरस के रूप में अल्लाह की नाराजगी का सामना कर रही है। जब दुनियाभर में लोग कोरोना वायरस के संक्रमण का कहर झेल रहे हैं, ऐसे समय में पाकिस्तानी मौलाना तारीक जमील ने इस वैश्विक महामारी के फैलने के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया है। चौंकाने वाली बात ये है कि मौलाना जिस वक्त यह दावा कर रहे थे उस दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान भी मौजूद थे। पाकिस्तान के कट्टरपंथी मौलाना तारीक जमील  उन्‍होंने कहा, कोरोना के कहर के पीछे औरतों द्वारा की गई गलत हरकतें हैं। इसी का नतीजा है आज हम चारों तरफ बर्बादी होते देख रहे हैं। मौलाना ने कहा, औरतों ने जो भी गलत काम किए, उसके बदले में यह कोरोना नाम की सजा पूरी इंसानियत को मिल रही है।     मौलाना जमील ने झूठ फैलाने के लिए मीडिया की भी निंदा की थी। हालांकि मीडिया के खिलाफ दिए अपने बयान को लेकर विवाद में घिरने के बाद मौलाना ने माफी भी मांग ली। उन्होंने कहा, कार्यक्रम के दौरान उनकी जुबान फिसल गई गई। लेकिन उन्होंने महिलाओं पर अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए कोई म...

छोटा भाई,अंतिम संस्कार करने के लिए भटकता रहा

27-APL-2020- भोपाल.  शहर में कोरोना संक्रमण के दौरान कई ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जब लोग अपनी जान की परवाह किए वगैर लोगों की मदद के लिए जी जान से जुटें नजर आए। लेकिन, सरकारी महकमे की एक गलती पूरे किए कराए पर पानी फैर देती है। ऐसा ही मामला रविवार को हमीदिया अस्पताल और फिर शहर के दो विश्रामघाटों पर देखने मिला। जहां एक भाई अपने कोरोना संक्रमित मृतक भाई के पहले शव और बाद में अंतिम संस्कार के लिए गिड़गिड़ाता रहा। इसके बाद भी डॉक्टर न विश्रामघाट के कर्मचारियों के दिल नहीं पसीजे। डॉक्टर ने उससे भाई की देह शवगृह में तलाशने के दिया तो विश्रामघाट पर उसे वहां के कर्मचारी के रोते हुए हाथ जोड़ना पड़े तब जाकर अंतिम संस्कार हो सका.. रायसेन के अमित सक्सेना की शनिवार देर रात कोरोना संक्रमण के चलते हमीदिया अस्पताल में मौत हो गई थी। रायसेन जिला प्रशासन ने अमित के छोटे भाई विनीत को एंबुलेंस से अंतिम संस्कार करने भोपाल भेजा। अमित रविवार सुबह 8 बजे हमीदिया पहुंच गए। यहां उन्होंने डॉक्टरों से भाई के शव के बारे में पूछा तो उसे शव गृह में देखने के लिए भेज दिया। यहां कर्मचारियों ने अमित नाम के किसी शव होने...

समुद्री लहरों से नीली रोशनी निकलती दिखी।-Force-Today

coronavirus outbreak Mexican sea beach waves light up bioluminescent plankton first time-in 60 years नजारा मैक्सिको से सामने आया है, जहां अकापुल्को के समुद्रतट पर समुद्री लहरों से नीली रोशनी निकलती दिखी। एक  रिपोर्ट के अनुसार, 60 साल में पहली बार यह अनोखा नजारा दिखा है। इसके पीछे, समुद्र के पानी का घटा प्रदूषण स्तर मुख्य कारण बताया गया। परिणामस्वरूप समुद्री लहरों से रंगीन रोशनी निकली। यह एक अनोखी वैज्ञानिक घटना है। जिसे बायोलूमनेस्सेंट कहा जाता है। इसका मतलब होता है किसी जीव के शरीर से रोशनी निकलना।   एक्स्पर्ट की मानें तो पानी में माइक्रोऑर्गेज्म के बायोकेमिकल रिएक्शन की वजह से ही ऐसी घटनाएं होती हैं।    FORCE-TODAY REPORT

कश्मीर में 4 आतंकवादी मारे गए, FORCE-TODAY NEWS

  APRIL-26-2020 -जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में रविवार को एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 4 आतंकवादियों को मार गिराया। यहां अभी भी दो आतंकवादी छिपे हुए हैं। सुरक्षाबलों ने कुलगाम के गुद्देर इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है। दूसरी ओर, पंजाब के अमृतसर में पुलिस ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से पुलिस ने 25 लाख रुपये भी बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि वह किसी बड़े हमले को अंजाम देने की तैयारी कर रहा था।  रविवार की शाम सुरक्षाबल की गश्त जारी थी। इस दौरान आतंकवादियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पहले दो आतंकी मारे गए और फिर आधे घंटे के अंदर दो और आतंकी मार गिराए. रक्षा मंत्रालय के अनुसार, एक जनवरी से अब तक 50 आतंकी मारे जा चुके हैं।  अमृतसर में पकड़ा गया हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी हिलाल अहमद 

RAMADAN-DATE, Sehri & Iftar Timings,-FORCE-TODAY REPORTER-SHAHRUMA

DATE- Sehri & Iftar Timings,  Ramadan sehri and iftar date and time                                                                                                PRAYERS AT HOME THIS RAMZAN – 23 April, 2020 — 04.23 am and 6.53 pm – 24 April, 2020 — 04.22 am and 6.53 pm – 25 April, 2020 — 04.21 am and 6.54 pm – 26 April, 2020 — 04.20 am and 6.55 pm – 27 April, 2020 — 04.18 am and 6:55 pm – 28 April, 2020 — 04.17 am and 6.56 pm – 29 April, 2020 — 04.16 am and 6.56 pm – 30 April, 2020 — 04.15 am and 6.57 pm – 01 May, 2020 — 04.14 am and 6.58 pm – 02 May, 2020 — 04.13 am and 6.58 pm – 03 May, 2020 — 04.12 am and 6.59 pm – 04 May, 2020 — 04.11 am and 6.59 pm – 05 May, 2020 — 04.10 am and 7.00 pm – 06 May, 2020 — 04.09 am and ...

फर्जी सूचनाएं पत्रकार पर केस, कुर्की के आदेश-Force-Today

पूरा मामला- पत्रकार पर केस,  बीजेपी सांसद अजय निषाद ने 27 मार्च 2020 को मुज़फ़्फ़रपुर के डीएम के नाम एक पत्र लिखा. जिसमें दर्ज है, "मैं अपने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से कोरोना वायरस (COVID-19) के रोकथाम एवं इलाज में प्रयुक्त होने वाले उपस्करों एवं सामग्रियों के लिए एक करोड़ रुपये की राशि विमुक्त करने की अनुशंसा करता हूं." - इसके बाद 29 मार्च 2020 को स्थानीय पत्रकार लोकेश पुष्कर ने अपने यूट्यूब पोर्टल 'बिहार दस्तक' पर रिपोर्ट प्रकाशित की. 29 मार्च की दोपहर एक बजे के क़रीब प्रकाशित  रिपोर्ट का शीर्षक था, "मुज़फ़्फ़रपुर के सांसद अजय निषाद के विकास निधि खाते में मात्र 54 लाख रुपये, फिर कैसे की गई एक करोड़ रुपये की अनुशंसा?" सांसद ने पत्रकार के ख़िलाफ़ मुक़दमा क्यों कर दिया? अजय निषाद  कहते हैं- पत्रकार मेरे ख़िलाफ़ पिछले पांच सालों से लगातार ग़लत और फर्जी सूचनाएं और जानकारियों का प्रचार सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों से कर रहा था. लेकिन फिर भी मैंने उसके ख़िलाफ़ कुछ नहीं किया. मगर ऐसे वक्त में जब सारी दुनिया एक महामारी से लड़ रही थी, वह इस तरह की ख...