शराब तस्करी में युवा कांग्रेस का जिला महासचिव गिरफ्तार
पौड़ी: शराब तस्करी के आरोप में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। उक्त युवक युवा कांग्रेस का जिला महासचिव बताया जा रहा है। हालांकि पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि आरोपित युवक को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
बुधवार को कोतवाली पुलिस ने क्षेत्र के युवक दीपक को अवैध शराब की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। युवक से 4 पेटी अवैध शराब व 48 बीयर की कैन बरामद की गई थी। पुलिस ने आरोपित युवक के खिलाफ आबकारी अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया था। युवक युवा कांग्रेस का जिला महासचिव बताया जा रहा है। आरोपित युवक ने कांग्रेस नेताओं के साथ सोशल मीडिया में अपने पोस्टर भी साझा किए हैं। हालांकि युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष आशीष नेगी का कहना है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते उक्त युवक को पार्टी से बाहर कर दिया गया था। नेगी ने कहा कि उक्त युवक सोशल मीडिया में अभी भी स्वयं को पार्टी पदाधिकारी बता रहा है। इस संबंध में जिलाध्यक्ष को सूचित कर दिया गया है।
कोटद्वार : नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत दो बुजुर्गों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ.मनोज कुमार बहुखंडी ने बताया कि रामपुर सनेह क्षेत्र में बुजुर्ग व्यक्ति व काशीरामपुर तल्ला में बुजुर्ग महिला में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। दोनों का कुछ दिन पूर्व ही कोरोना सैंपल लिया गया था। संक्रमितों के संपर्क में आने वालों की लिस्ट तैयार की जा रही है।
उत्तराखंड में बृहस्पतिवार को 684 नए मरीजों में कोविड-19 की पुष्टि हुई जिससे महामारी से पीड़ितों का आंकड़ा बढकर 44,404 हो गया। इसके अलावा 13 और मरीजों की महामारी से मृत्यु हो गयी। यहां प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, कोरोना वायरस से संक्रमित सर्वाधिक 161 ताजा मामले देहरादून जिले में मिले जबकि उधमसिंह नगर जिले में 131, अल्मोडा में 114, हरिद्वार में 80 और नैनीताल में 58 मरीज सामने आए। बृहस्पतिवार को संक्रमण ने प्रदेश में 13 और मरीजों की जान ले ली। छह—छह मरीजों की मौत ऋषिकेश के एम्स और हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में हुई जबकि एक ने श्रीनगर गढवाल के बेस अस्पताल में दम तोड़ा। महामारी से अब तक प्रदेश में 542 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। प्रदेश में अब तक कुल 32,154 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हो चुके हैं और उपचाराधीन मामलों की संख्या 11,507 है। प्रदेश में कोविड-19 के 201 मरीज प्रदेश से बाहर चले गए हैं।
ड्रग्स पीने के बाद सभी सबूत मिटा देते थे राजपूत-
निचली अदालत से दो बार जमानत याचिका खारिज हो जाने के बाद अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती की ओर से बॉम्बे हाई कोर्ट का रुख किया गया है। हालांकि, बुधवार को मुंबई में जारी भारी बारिश के कारण हाईकोर्ट में उनके मामले की सुनवाई गुरुवार तक के लिए टल गई है। रिया के वकील सतीश मानशिंदे की ओर से दायर याचिका में एक्ट्रेस ने तीन केंद्रीय एजेंसियों पर 'विचहंटिंग' का आरोप लगाया है।
याचिका में यह भी कहा गया है कि केंद्रीय एजेंसियों के पास रिया के खिलाफ कोई सबूत नहीं हैं। सुशांत सिंह राजपूत ने 'अपनी ड्रग की आदत को बनाए रखने के लिए अपने निकट रहने वाले लोगों का लाभ उठाया।' बड़ा खुलासा यह है कि इस याचिका में रिया चक्रवर्ती की ओर से पहली बार यह स्वीकार किया गया है कि उन्होंने सुशांत के लिए कभी-कभी, कम मात्रा में ड्रग्स खरीदी थी। एक्ट्रेस ने सुशांत पर यह भी आरोप लगाया है कि वे ड्रग्स पीने या खरीदने के सबूत मिटा दिया करते थे।
सतीश मानशिंदे द्वारा पीठ के समक्ष दायर याचिका में इन 10 मुख्य पॉइंट्स को रखा है..
- सुशांत को रिया से मिलने से पहले गांजे के साथ सिगरेट पीने की आदत थी और उन्हें इसकी लत केदारनाथ मूवी की शूटिंग के दौरान लगी थी। रिया ने यह स्पष्ट किया कि सिर्फ सुशांत ही ड्रग्स का सेवन करते थे और वह अपने स्टाफ मेंबर्स से इसकी खरीद फरोख्त के लिए कहते थे।
- कभी-कभी रिया बहुत कम मात्रा में सुशांत लिए ड्रग्स खरीदती थी और कभी-कभी उनका भुगतान भी करती थीं। रिया किसी भी तरह से किसी भी ड्रग्स सिंडिकेट का हिस्सा नहीं थी।
- अगर सुशांत आज जिन्दा होते तो उन पर कम मात्रा में ड्रग इस्तेमाल करने का आरोप लगता जो 1 साल के कारावास के साथ जमानती सजा होती है।
- याचिका में दलील दी है कि 'यह बहुत ही असंगत बात है कि ड्रग्स का सेवन करने वाले व्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा एक साल की सजा होगी, वहीं कुछ मौकों पर ड्रग्स के लिए पैसे देने वाले को 20 साल तक की सजा की बात की जा रही है।'
- सुशांत सिंह राजपूत ने रिया, उनके भाई शोविक और अपने घरेलू कर्मचारियों को अपने ड्रग्स की आदत को आसान बनाने के लिए इस्तेमाल किया।
- सुशांत ड्रग्स लेने के कोई सबूत नहीं छोड़ते थे। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि इसमें उनकी भूमिका किसी भी तरह के पेपर ट्रेल या फिर इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस में न सामने आए.
- यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सुशांत सिंह राजपूत ने अपनी नशीली दवाओं की आदत को बनाए रखने के लिए अपने सबसे करीबी लोगों का फायदा उठाया।
- तीन केंद्रीय एजेंसीज और मीडिया ट्रायल से 28 वर्षीय रिया के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। आगे अगर उन्हें कस्टडी पर भेजा गया तो उनकी मानसिक स्थिति और बिगड़ सकती है।
- रिया ने अपनी 47 पेज लंबी जमानत याचिका में फिर आरोप लगाए हैं कि सुशांत के अपने परिवार के साथ रिश्ते खराब हो गए थे और उनकी बहनों ने 'उन्हें उनके डिप्रेशन की हालत' में छोड़ दिया था।
- रिया ने यह भी मुद्दा उठाया है कि कैसे जांच में अभियोजन पक्ष की ओर से सुशांत राजपूत का कोई वॉट्सऐप चैट, ईमेल या कोई मैसेज शामिल नहीं किया है, जिससे ड्रग्स वगैरह हासिल करने में उनकी खुद की भूमिका सामने आ सके।
रिया की ज्यूडिशियल कस्टडी 6 अक्टूबर तक
रिया पर आरोप हैं कि वे ड्रग्स पैडलर्स के कॉन्टैक्ट में थीं, सुशांत के लिए ड्रग्स भी अरेंज करती थीं। भायखला जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मंगलवार को रिया की पेशी हुई थी। स्पेशल कोर्ट ने उनकी ज्यूडिशियल कस्टडी 6 अक्टूबर तक बढ़ा दी। ऐसे में अब रिया को हाईकोर्ट से उम्मीद है। रिया के साथ उनके भाई शोविक ने भी हाईकोर्ट में जमानत अर्जी लगाई है।
ड्रग्स केस में 20 लोग गिरफ्तार
रिया और शोविक के साथ ही सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा, हेल्पर दीपेश सांवत और कई ड्रग्स पैडलर समेत 20 लोगों को NCB ने गिरफ्तार किया है। मिरांडा, सावंत और ड्रग्स पैडलर अब्दुल बासित परिहार की जमानत अर्जियां स्पेशल कोर्ट से खारिज होने के बाद इन्होंने हाईकोर्ट में अपील की थी।
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