अविमुक्तेश्वरानंद के कपड़े उतरवाकर उन्हें लाठी डंडों से मारते हुए पाकिस्तान भेजना चाहिए. भड़के स्वामी गोविंदानंद सरस्वती?
स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ने कहा कि हमारा कर्तव्य है शांति का संदेश देना. हम हमेशा से शंति का संदेश देते आए हैं पहले भी दिया था. अशांति फैलाने वालों को शांति का संदेश समझ नहीं आता. महाभारत में श्रीकृष्ण ने शांति का संदेश दिया, लेकिन दुर्योधन ने नहीं सुना. भगवान राम ने भी रावण को शांति का मैसेज दिया था, लेकिन वो भी नहीं माना.
'आतंकियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देना चाहिए'
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में हमारी सरकार, हमारी आर्मी जो भाषा आतंकवादी समझते हैं उन्हें उसी भाषा में जवाब देगी. जहां से आकर आतंकवादियों ने यहां हमला किया हमें उन्हें वहीं घुसकर मारना चाहिए. आतंकियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होनी चाहिए कि पूरी दुनिया देखे.
पहलगाम आतंकी हमले में धर्म पूछकर लोगों को मारने पर उन्होंने कहा कि भारत में हिंदू-मुस्लिम एक परिवार की तरह रहते हैं, लेकिन इस विषय का मूल कहां से है ये हमें देखना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि 10 सालों से जम्मू-कश्मीर में शांति थी, लेकिन पाकिस्तान को लगने लगा कि कश्मीर हाथ से निकल जाएगा तो फिर से यहां आतंकी घटनाएं होने लगीं.
'कुछ स्थानीय लोग भी आतंकियों को सपोर्ट कर रहे'--
स्वामी गोविंदानंद सरस्वती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के कुछ स्थानीय लोग अभी भी आतंकियों को सपोर्ट कर रहे हैं. हम उनके मां-बाप को समझा रहे हैं कि उन्हें बचपन से ही धार्मिक शिक्षा मत दीजिए, उन्हें इंजीनियरिंग और बाकी चीजें पढ़ाइए.
'अविमुक्तेश्वरानंद को लाठी डंडों से मारते हुए पाकिस्तान भेजना चाहिए' --
अविमुक्तेश्वरानंद के बयान को लेकर सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि वो सबसे बड़े पाखंडी हैं. उन पर बनारस के एक मठ में लड़की के साथ सांसारिक जीवन जीने का आरोप लगाया. उन्होंने आगे कहा कि आतंकवादी पाकिस्तान से नहीं आए तो फिर ये सब किसने कराया. ये सब अविमुक्तेश्वरानंद ने ही कराया है. शंकराचार्य पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अविमुक्तेश्वरानंद के कपड़े उतरवाकर उन्हें लाठी डंडों से मारते हुए पाकिस्तान भेजना चाहिए.
Force Today News
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